Saturday, December 21

कांग्रेस नेता व रांची के पूर्व सांसद सुबोध कांत सहाय ने जर्मनी के तानाशाह हिटलर का नाम लेकर पीएम मोदी पर विवादित बयान दिया है. सुबोध कांत सहाय जंतर-मंतर पर सत्याग्रह के मंच से पीएम मोदी पर टिप्पणी कर सुर्खियों में हैं. झारखंड, रांची के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पीएम मोदी की हिटलर की तुलना करते हुए मर्यादा लांघ दी. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी हिटलर की राह चल रहे हैं और हिटलर की तरह ही उनका हाल होगा.

रांची(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट, रांची : 

केंद्र की ‘अग्निपथ’ योजना ‘ पर प्रदर्शन के बीच कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर विवादित बयान दिया है। जंतर-मंतर पर कांग्रेस पार्टी के सत्याग्रह के दौरान कांग्रेस नेता ने पीएम मोदी की तुलना हिटलर से की । इसी दौरान उन्होंने बेहद विवादित टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी हिटलर के नक्शेकदम पर चल रहे हैं। हिटलर भी इसी राह पर चल रहा था फिर…। हालांकि, कांग्रेस नेता के बयान पर जैसे ही बवाल बढ़ा तो पूर्व केंद्रीय मंत्री ने सफाई में कहा कि उन्होंने जो कहा वो स्लोगन है। ये नारा है। खुद नरेंद्र मोदी से पूछिएगा वो भी ये नारा लगाए होंगे।

कॉन्ग्रेस नेता सुबोधकांत सहाय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की है। झारखंड की राजधानी राँची से 3 बार सांसद रहे कॉन्ग्रेस नेता ने कहा, “मुझे तो लगता है कि हिटलर का सारा इतिहास इसने पार कर लिया। हिटलर ने भी ऐसी ही एक संस्था बनाई थी, उसका नाम था खाकी। सेना के बीच में उसने बनाया था। मोदी हिटलर की राह चलेगा, तो हिटलर की मौत मरेगा। ये याद रखो। ये देश कॉन्ग्रेस पार्टी के शहीदों की परंपरा की पार्टी है।”

उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस में ‘शहीदों’ की लंबी सूची है, लेकिन किसी ने कभी लक्ष्मण रेखा पार नहीं की।’ उन्होंने बताया कि जब सोनिया गाँधी प्रधानमंत्री पद को नकार रही थीं, तब उन्होंने उनका माइक छीनते हुए कहा था कि आपके नाम से हमलोग चुन कर आए हैं, ऐसे में हमलोग आपको पीएम पद नहीं ठुकराने देंगे। सुबोधकांत सहाय ने कहा कि ऐसे नेहरू-गाँधी परिवार पर उँगली उठाने का काम किया जा रहा है। इस बयान के बाद उनकी चौतरफा आलोचना हो रही है। इस दौरान मंच पर सचिन पायलट और प्रमोद तिवारी जैसे बड़े कॉन्ग्रेस नेता भी मौजूद थे।

उन्होंने ‘अग्निपथ’ योजना का विरोध करते हुए मंच से एक रैली के सम्बोधन के दौरान ये अमर्यादित टिप्पणी की। उन्हें केंद्र की यूपीए सरकार ने फूड प्रोसेसिंग और फिर पर्यटन मंत्री भी बनाया था। तब उन पर कोयला घोटाले में अपने भाई को फेवर करने के आरोप लगे थे, जिसके बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था। कॉन्ग्रेस से पहले वो जनता पार्टी में हुआ करते थे। उन्हें सोनिया गाँधी के विश्वस्तों में से एक माना जाता है। वो विधायक भी रहे हैं।

झारखंड के ही कॉन्ग्रेस विधायक इरफ़ान अंसारी भी लगातार ऐसी टिप्पणियों के कारण सुर्ख़ियों में हैं। झारखंड के जामताड़ा से कॉन्ग्रेस के विधायक इरफान अंसारी ने अग्निपथ योजना का विरोध करते हुए कहा था, “देश खून से लथपथ हो जाए, लेकिन अग्निपथ लागू नहीं होने देंगे।” कॉन्ग्रेस ने इरफान अंसारी के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया था। कॉन्ग्रेसियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूँका था। इस मौके पर जैसा कि सामान्यतया कॉन्ग्रेसी करते हैं, मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी।