अधिकारियों ने कहा कि उन्हें फिर से पूछताछ के लिए बुलाया गया है और बयान दर्ज करने में काफी समय लग रहा है। गांधी अपनी बहन एवं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा के साथ ईडी मुख्यालय पहुंचे थे और उनसे पूर्वाह्न 11:30 बजे पूछताछ शुरू हुई। करीब चार घंटे के पूछताछ के सत्र के बाद वह करीब अपराह्न साढ़े तीन बजे करीब एक घंटे के लिये बाहर निकले। वह शाम करीब साढ़े चार बजे फिर से पूछताछ में शामिल हुए। केरल के वायनाड से सांसद गांधी ने सोमवार को संघीय एजेंसी के कार्यालय में 10 घंटे से अधिक समय बिताया था, जहां उनसे पूछताछ की गई और उनका बयान दर्ज किया गया था। कांग्रेस नेता राहुल गांधी से आज ईडी ने करीब आठ घंटे तक पूछताछ की। इससे पहले सोमवार को केंद्रीय एजेंसी ने राहुल गांधी से 10 घंटे तक पूछताछ की थी। 18 घंटे की पूछताछ के बाद अब ईडी ने राहुल गांधी को आगे की पूछताछ के लिए कल फिर से बुलाया है।
नई दिल्ली(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट, नयी दिल्ली :
नेशनल हेराल्ड केस में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों को लेकर दो दिनों तक लगातार पूछताछ के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने कल यानी बुधवार को भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पूछताछ के लिए बुलाया है। आज उनसे ईडी ने करीब 5 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी से सोमवार को भी ईडी ने करीब 10 घंटे तक सवाल-जवाब किए थे। आज सुबह राहुल गांधी अपनी बहन और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी के साथ ईडी की दफ्तर पहुंचे थे।
अब उन्हें बुधवार को भी ईडी के सामने पेश होना होगा। दूसरी ओर मंगलवार को राहुल गांधी से करीब 8 घंटे की पूछताछ की गई। मंगलवार को पहले चरण की पूछताछ में राहुल से करीब 40 सवाल पूछे गए। इस दौरान राहुल गांधी के साथ उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी साथ थीं। पहेल चरण की करीब चार घंटे की पूछताछ के बाद दोपहर करीब 3.30 बजे राहुल ईडी ऑफिस से निकले। फिर एक घंटे बाद आगे की पूछताछ के लिए पहुंचे।
पहले दौर की पूछताछ के बाद राहुल गांधी को दोपहर करीब दो बजकर 10 मिनट पर भोजन के लिए ईडी मुख्यालय से बाहर जाने की इजाजत दी गई थी। भोजनावकाश के बाद वह दिन में करीब तीन बजकर 30 मिनट पर फिर ईडी के समक्ष पेश हुए। ईडी ने पहले राउंड में राहुल गांधी से करीब तीन घंटे पूछताछ की थी जबकि दूसरे दौर में उनसे साढ़े 5 घंटे बातचीत हुई। समझा जाता है कि राहुल गांधी ने धनशोधन रोकथाम कानून की धारा 50 के तहत अपना बयान लिखित रूप से दिया है।
सुबह में पूछताछ के लिए राहुल गांधी कांग्रेस मुख्यालय से ईडी दफ्तर पहुंचे। इस मौके पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा समेत कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे और राहुल गांधी के प्रति अपना समर्थन जताया। राहुल गांधी का काफिला जब ईडी मुख्यालय पहुंचा तो गाड़ी में उनके बगल में प्रियंका गांधी भी बैठी हुईं थीं।
एजेंसी ने धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत राहुल गांधी का बयान दर्ज किया था। अधिकारियों के अनुसार, कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और गांधी परिवार से पूछताछ ईडी की जांच का हिस्सा है, ताकि ‘यंग इंडियन’ और ‘एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड’ (एजेएल) के हिस्सेदारी पैटर्न, वित्तीय लेन-देन और प्रवर्तकों की भूमिका को समझा जा सके। ‘यंग इंडियन’ के प्रवर्तकों और शेयरधारकों में सोनिया गांधी तथा राहुल गांधी सहित कांग्रेस के कुछ अन्य सदस्य शामिल हैं।
समझा जाता है कि मामले से जुड़े सहायक निदेशक स्तर के एक ईडी अधिकारी ने ‘यंग इंडियन’ की स्थापना, ‘नेशनल हेराल्ड’ के संचालन और धन के कथित हस्तांतरण को लेकर सवालों की सूची सामने रखी। ‘यंग इंडियन’ में कथित वित्तीय अनियमितताएं भी जांच के दायरे में हैं। कांग्रेस का कहना है कि उसके शीर्ष नेताओं के खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं तथा ईडी की कार्रवाई प्रतिशोध की राजनीति के तहत की जा रही है। उसने यह भी कहा है कि वह एवं उसका नेतृत्व झुकने वाले नहीं है।
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सुरजेवाला ने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के खिलाफ लगे आरोपों को निराधार करार देते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस एक राजनीतिक दल है और एक राजनीतिक दल किसी कंपनी में हिस्सेदारी नहीं खरीद सकता। इसलिए, ‘यंग इंडियन’ के नाम से एक गैर-लाभकारी कंपनी (नॉट फॉर प्रॉफिट कंपनी) को ‘नेशनल हेराल्ड’ एवं एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड के शेयर दिए गए, ताकि 90 करोड़ रुपये का कर्ज खत्म हो सके।’’