साहित्यिक मित्रों का मिलन:कौन कौन मिले.ऐसे हुआ अनूठा संयोग!

साहित्यिक मित्रों के मिलने का संयोग हुआ और अपने अपने संस्मरणों के साथ राष्ट्र के अतीत के झरोखे से नवीन घटनाओं का अनेक दृष्टिकोण से मंथन हुआ जो आने वाले कई वर्षों तक राष्ट्र में भोगा जाएगा।

करणीदानसिंह राजपूत, डेमोक्रेटिक फ्रंट, सूरतगढ़ :

यह संयोग हुआ “असहमति के स्वर” के विमोचन कार्यक्रम में जो प्रख्यात शिक्षाविद् और गीतकार प्रो चंद्रभानु त्यागी श्रीगंगानगर के सानिध्य में हुआ। त्यागी ने एक गीत गाया और क्षणों को आनंदित कर दिया।

 ब्लॉसम अकादमी ‘ माणकसर’ के सभा कक्ष में 12 जून 2022 का दिन विशेष रहा जिसमें रमेश चंद्र छाबड़ा के काव्य संग्रह “असहमति के स्वर” के विमोचन समारोह में मित्रों का यह मिलना हुआ। 

श्रीगंगानगर से डा.कृष्ण कुमार ‘आशु’, डा.संदेश त्यागी,प्रो. मोहित कुमार,डा.विशाल छाबड़ा पहुंचे।

साहित्यकार डा मंगत बादल रायसिंहनगर से

प्रह्लाद पारीक सरदारपुरा खर्था सूरतगढ़ से पहुंचे।

सूरतगढ़ से वरिष्ठ पत्रकार लेखक करणीदानसिंह राजपूत, रमेशचंद्र छाबड़ा, आकाशवाणी केंद्र सूरतगढ़ के पूर्व निदेशक दिनेश चन्द्र शर्मा, ब्लॉसम अकादमी के निदेशक अनिल चुघ,वरिष्ठ कवि राजेश चड्ढा,डा. हरिमोहन सारस्वत ‘रूंख’, लेखक नंदकिशोर सोमानी पहुंचे।