करणीदानसिंह राजपूत, डेमोक्रेटिक फ्रंट, सूरतगढ़ 8 जून 22 :
श्री माहेश्वरी समाज के जेठमल मूंधड़ा ने सार्वजनिक पार्क और पुस्तकालय बनाया। वर्तमान में नगरपालिका ने उसे कचरा घर और कचरा वाहन स्टोर बनाया हुआहै।
महेश नवमी की बधाई और शुभकामनाएं देने के साथ इस समाज से मेरी अपील है कि नगरपालिका के कब्जे कबाड़घर से इसको मुक्त कराए।
समाज के लोग महेश नवमी पर समारोह मनाते हैं, समारोह में सभी एकत्रित होते हैं। श्री माहेश्वरी सदन से 100 कदम दूरी पर यह पार्क है। नगरपालिका ने इसकी जो दुर्दशा बना रखी है उसे देखें और कब्जा मुक्त कराने का संकल्प लेकर कार्यवाही करें।
समाज में उच्च शिक्षित,चार्टेड एकाउंटेंट, पत्रकार, डाक्टर,उद्योग पति,व्यवसायी,शिक्षक आदि हैं। समाज का प्रभावशाली संगठन है। सभी से अपील है कि नगरपालिका पार्क से मुक्त कराएं। यह पार्क ही रहे। नगरपालिका को लगातार लिखा गया है। समाचार पत्रों में खबरें छपी है, लेकिन नगरपालिका अपने रवैये को सुधार नहीं रही। इसका एक ही कारण है कि समाज नहीं चेता और दबाव नहीं दिया। नगरपालिका बोर्ड को फटकार नहीं दी। रिक्वेस्ट, निवेदन, प्रार्थना की शब्दावली वाले पत्रों की जरूरत नहीं नोटिस दें।
मैने दो साल से पत्र व लेख दिए मगर पालिका बोर्ड और चैयरमैन ओमप्रकाश कालवा पूरी तरह से अनदेखी कर रहे हैं।
नगरपालिका का कार्य सुधार करना सुरक्षित करना विकसित करना होता है,नष्ट करना स्वरूप बिगाड़ना नहीं होता।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को इस शर्मनाक हालत पर पर्यावरण दिवस पर पत्र भेजा कि इसे कचरा घर से मुक्त कराएं। यह पत्र 5 जून को भेजा था जो कार्यवाही के लिए 6 जून को रजिस्टर में दर्ज हो गया है। नगरपालिका को हर हालत में पार्क खाली करना होगा।
सर्वोत्तम यह रहेगा की पार्क खाली कराने में समाज का नाम ही पावर बने,इसलिए महेश नवमी की बधाई और शुभकानावों सहित अपील कर रहा हूं कि समाज की ओर से ही नोटिस दिया जाए व कार्यवाही होनी चाहिए।