कोंग्रेसी नेता सीएम ‘मान’ के आवास के भीतर ही धरने पर बैठे
यह पहली बार होगा जब विपक्षी सीएम आवास के भीतर ही धरने पर बैठे। बता दें, पंजाब में कांग्रेस के दो पूर्व मंत्रियों साधू सिंह धर्मसोत व संगत सिंह गिलजियां के खिलाफ भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया गया है। मामले में पूर्व मंत्री साधू सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि गिलजियां की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है। कांग्रेस ने इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है। विजिलेंस ब्यूरो द्वारा की गई इस कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस के प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और विधायक दल के नेता प्रताप सिंह बाजवा की अगुवाई में पूर्व व वर्तमान विधायक मुख्यमंत्री भगवंत मान से मिलने उनके आवास पर पहुंचे। कांग्रेस नेताओं ने आधा घंटा मान के आवास के बाहर धरना दिया। इसके बाद उन्हें अंदर बुला दिया गया।
पूर्ववर्ती कांग्रस सरकार में मंत्री रहे साधु सिंह धर्मसोत की गिरफ्तारी और संगत सिंह गिलजियां के खिलाफ की जाने वाली संभावित कार्रवाई के विरोध में पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने अन्य पार्टी नेताओं के साथ गुरुवार को सीएम भगवंत मान के आवास परिसर के अंदर धरना दिया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
भगवंत मान द्वारा प्रतिनिधिमंडल से मिलने से कथित तौर पर इनकार करने के बाद पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने पार्टी के अन्य नेताओं के साथ गुरुवार को सीएम आवास पर धरना दिया। नेताओं ने दावा किया कि उन्हें सुबह 10 बजे मिलने का समय दिया गया था लेकिन उसके बावजूद, सीएम ने उनसे मिलने से इनकार कर दिया। जिसके बाद पहले से ही सीएम आवास परिसर में मौजूद नेताओं ने वहां धरना दिया।
इस सिलसिले में मुख्यमंत्री भगवंत मान से मिलने आए थे। मुख्यमंत्री की ओर से 10 बजे का समय भी दिया गया था लेकिन जब उनके आवास पर पहुंचे तो उन्होंने मिलने से इंकार कर दिया। सेक्टर-3 थाना पुलिस ने पंजाब मुख्यमंत्री आवास पर तैनात डीएसपी स्वर्णजीत सिंह की शिकायत पर कांग्रेस के 36 विधायकों व पूर्व विधायकों और 34 अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं के खिलाफ आईपीसी की धारा 188, 341 और 353 के तहत केस दर्ज किया गया है।
सीएम भगवंत मान ने कहा कि मुझे बड़ा दुख है कि बिना समय लिए बचे-खुचे कांग्रेसी नेता मिलने आ गए। वे रिश्वत मामले में गिरफ्तार नेता की पैरवी करने आए थे। लगता है कांग्रेसी पंजाब को लूटने वालों के साथ हैं। इसका सीधा मतलब है कि रिश्वतखोरी पर कांग्रेस नेताओं का हक है। लगता है कांग्रेसी पंजाब को लूटने वालों के साथ है।
आम आदमी पार्टी (आआपा) ने मुख्यमंत्री आवास के भीतर कांग्रेस नेताओं द्वारा प्रदर्शन करने को शर्मनाक बताया है और इस घटना के लिए कांग्रेस की निंदा की है। आम आदमी पार्टी (आआपा) के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने राजा वड़िंग और विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा को आड़े हाथों लिया और कहा, “कांग्रेस नेताओं ने मुख्यमंत्री आवास के भीतर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री पद की गरिमा को ठेस पहुंचाई है। कानून का उल्लंघन किया है। कांग्रेस नेता जिस तरह भ्रष्टाचार के आरोपी व्यक्ति का समर्थन कर रहे हैं, वह 100 चूहे खाकर बिल्ली चली हज पर जैसा है। दरअसल, कांग्रेस नेता साधु सिंह धर्मसोत की गिरफ्तारी से डरे हैं।”
इस बीच सीएम भगवंत मान ने ट्वीट कर कहा ,“उन्हें दुख है कि कांग्रेस नेता भ्रष्टाचार मामले में फंसे नेताओं के समर्थन में उनके आवास पर आए। कहा कि पंजाब के लुटेरों का समर्थन करना इस बात का सबूत है कि रिश्वतखोरी उनके खून में है। मतलब कि रिश्वतखोरी कांग्रेस का अधिकार है।”