Tuesday, December 24

चंडीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, मोहाली, 9 जून :

रानुला से पीड़ित एक 11 वर्षीय बच्चे का , जो जीभ की सतह के नीचे धीरे-धीरे मास बढ़ने से पीड़ित था , का हाल ही में मोहाली के आईवी अस्पताल में सफलतापूर्वक इलाज किया गया।

आईवी मोहाली में ईएनटी विशेषज्ञ डॉ नवदीप कौर बोपाराय जिन्होंने बच्चे का इलाज किया, ने बताया कि बढ़े हुए मास के कारण जीभ की मूवमेंट में बाधा आ रही थी जिससे बच्चा स्पष्ट बोलने में परेशानी झेल रहा था और उसे खाना निगलने में भी दिक्कत हो रही थी।

रानुला आमतौर पर बच्चों और युवा वयस्कों में होता है। रैनुला एक अतिरिक्त सिस्ट है और यह एक प्रकार का म्यूकोसेले होता है जो मुंह के तल पर पाया जाता है। एक रैनुला कई सेंटीमीटर व्यास के बड़े घाव में विकसित हो सकता है, जिसके परिणामस्वरूप जीभ की ऊंचाई बढ़ जाती है और संभवतः निगलने में हस्तक्षेप होता है ।

ओरल और प्लंगिंग रानुला यदि बड़े हैं तो निगलने, बोलने या चबाने को प्रभावित कर सकते हैं और इसके परिणामस्वरूप वायुमार्ग में रुकावट हो सकती है। डॉ नवदीप कौर बोपाराय ने बताया कि बहुत ही दुर्लभ थोरैसिक रैनुला श्वसन क्रिया बाधा डाल सकता है जोकि जीवन के लिए खतरा हो सकता है।