बीजेपी ने सत्येंद्र जैन को ‘परम भ्रष्ट’ पुरस्कार देने की बात कहते हुए कहा कि ईडी को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की भी जांच करनी चाहिए। प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि आम आदमी पार्टी में अशांति दर्शाती है कि कई अन्य नेताओं के कुकृत्य भी शीघ्र सामने आएंगे। आदेश गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल कह रहे हैं कि उन्होंने सभी फाइलें देखी हैं और कुछ भी गलत नहीं है। यदि जैन इतने ईमानदार हैं तो उन्हें पद्मश्री दिया जाना चाहिए। लेकिन ईडी के छापे के मद्देनजर उन्हें तो परम भ्रष्ट पुरस्कार दिया जाना चाहिए। आम आदमी पार्टी के ही दो युवाओं ने अपना नाम न बताने की बात कहते हुए कहा की संजय सिंह बातों से यही समझने की कोशिश करते हैं कि उन पर भी राजद्रोह की जांच शुरू हुई थी फिर सर्वोच्च न्यायालय ने उस शिकायत ही को खारिज कर दिया। साथ ही अंशु प्रकाश की मार पीट के बाद हुई शिकायत भी न्यायालय ने खारिज कर दी है, उसी तरह भाजपाई या कोई नागरिक भी आम आदमी पार्टी पर कोई शिकायत करेगा तो पहले तो न्यायालय उस शिकायत को खारिज करेगा फिर मानहानी का मुक़द्दमा हमें सब कुछ दिलवाएगा।
- · सत्येंद्र जैन को मिले परम भ्रष्ट पुरस्कार- BJP
- · बीजेपी ने उठाई केजरीवाल की जांच की मांग
- · केजरीवाल पर कपिल मिश्रा ने साधा निशाना
- · केजरीवाल सरकार पर कांग्रेस का हमला
- · सत्येंद्र जैन पर मंगलवार को हुई थी कार्रवाई
नयी दिल्ली(न्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट :
दिल्ली सरकार के मंत्री व आम आदमी पार्टी (आआपा) नेता सत्येंद्र जैन घर ईडी की छापेमारी पर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने सीधे पीएम पर निशाना साधते हुए केंद्र सरकार पर सवाल खड़े किए। वहीं डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और आप नेता संजय सिंह ने भी मंत्री सत्येंद्र जैन पर ईडी कार्रवाई को गलत बताया।
आम आदमी पार्टी के ही दो युवाओं ने अपना नाम न बताने की बात कहते हुए कहा की संजय सिंह का कहना है की उन पर भी राजद्रोह किजांच शुरू हुई थी फिर सर्वोच्च न्यायालय ने उस शिकायत ही को खारिज कर दिया। साथ ही अंशु प्रकाश की मार पीट के बाद हुई शिकायत भी न्यायालय ने खारिज केआर दी है, उसी टीआरएच भाजपाई या कोई नागरिक भी आम आदमी पार्टी पर कोई शिकायत करेगा तो पहले तो न्यायालय उस शिकायत को खारिज करेगा फिर मानहानी का मुक़द्दमा हमें सब कुछ दिलवाएगा।
छापेमारी पर आम आदमी पार्टी (आआपा) के विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि सत्येंद्र जैन के घर ED को कुछ नहीं मिला। ईडी सत्येंद्र जैन के परिवार को परेशान कर रही है। छापेमारी के दौरान घर में केवल महिलाएं थीं, केंद्र के इशारों पर ईडी गलत बर्ताव कर रही है। बीजेपी अपनी सारी मर्यादाएं लांघ चुकी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस वक्त प्रधानमंत्री जी पूरी ताकत के साथ आम आदमी पार्टी के पीछे पड़े हैं – खासकर दिल्ली और पंजाब सरकारों के। झूठ पे झूठ, झूठ पे झूठ। आपके पास सारी एजेन्सीज की ताकत है, पर भगवान हमारे साथ है।
आम आदमी पार्टी (आआपा) के नेता व दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र कुमार जैन के ऊपर मनी लॉन्ड्रिंग केस में शिकंजा कसता जा रहा है। सोमवार (6 जून 2022) को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आम आदमी पार्टी के नेता के घर सहित उनके 7 ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की। इस दौरान ईडी ने 2.82 करोड़ की अघोषित नकदी व 1.80 किग्रा सोना बरामद किया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आज दी गई सूचना में बताया गया है कि प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और उनके सहयोगी के परिसरों में 6 जून को की गई एक दिन की छापेमारी के दौरान अस्पष्ट स्रोतों से पीएमएलए के तहत 2.82 करोड़ रुपए नकद और 1.80 किलोग्राम वजन वाले 133 सोने के सिक्के जब्त किए। आगे की जाँच जारी है।
बता दें कि ED ने मंगलवार को मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार को दिनभर चली यह कार्रवाई पीएमएलए के तहत की गई थी। इस बरामदगी के बाद दिल्ली की केजरीवाल सरकार और मुख्य विपक्षी भाजपा में घमासान बढ़ गया है। वहीं सत्येंद्र जैन कोलकाता की एक कंपनी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 9 जून तक ईडी की हिरासत में हैं।
पूरे मामले में भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने ट्वीट कर कहा, “सीएम केजरीवाल इन्हें (सत्येंद्र जैन) पद्मश्री देने की बात कर रहे थे। केजरीवाल के हिसाब से ये ईमानदार हैं। सत्येंद्र जैन का भ्रष्टाचार सिर्फ झलक है। असली चेहरा तो कोई और है।”
गौरतलब है कि सत्येंद्र जैन को ईडी ने 30 मई को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया था। बाद में निचली अदालत ने उन्हें 31 मई को ईडी की हिरासत में भेज दिया था। इससे पहले लोअर कोर्ट ने पूछताछ के दौरान एक वकील की मौजूदगी की अनुमति दी थी। वकील को कुछ दूरी पर रहने की इजाजत दी गई थी, जहाँ से वह कुछ भी नहीं सुन सकता था, लेकिन देख सकता था कि क्या हो रहा था। हालाँकि बाद में दिल्ली हाई कोर्ट ने लोअर कोर्ट के इस आदेश पर रोक लगा दी थी।
गौरतलब है कि साल 2017 में आय से अधिक संपत्ति रखने के मामले में केंद्रीय जाँच ब्यूरो (CBI) ने मनी लॉन्ड्रिंग के तहत सत्येंद्र जैन के खिलाफ FIR दर्ज की थी। इसी शिकायत के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय ने AAP नेता के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया था। इसमें ये आरोप लगाया गया था कि जिसमें जाँच एजेंसी ने ये आरोप लगाया था कि जैन चार कंपनियों से मिली फंडिंग के स्त्रोत का के बारे में नहीं बता सके थे। जबकि, वो उसमें शेयर होल्डर थे। इन कंपनियों ने कथित तौर पर 2010 से 2014 तक 16.39 करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग की थी।
साल 2019 में नवंबर में गृह मंत्रालय ने आय से अधिक संपत्ति और मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित मामलों में दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन के खिलाफ मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी थी।
इसी साल अप्रैल 2022 में ED ने कार्रवाई करते करते हुए अकिंचन डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड और इंडो मेटल इंपेक्स प्राइवेट लिमिटेड व अन्य की 4.81 करोड़ रुपए की संपत्तियों को PMLA एक्ट 2002 के तहत जब्त कर लिया था। ED ने ये कार्रवाई आप मंत्री सत्येंद्र जैन, उनकी पत्नी पूनम जैन और अन्य के खिलाफ दर्ज आय से अधिक संपत्ति और मनी लॉन्ड्रिंग मामले के संबंध में की थी।