पंचकूला की बाहरी कालोनियों के बच्चे सीख रहे थिएटर की बारीकियां
- सामाजिक संगठनों के प्रयास से पहली बार देखा समर कैंप
- चारदीवारी के बाहर खड़े होने वाले बच्चे अब मंच पर दिखाएंगे प्रतिभा
पंचकूला संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला :
किसी के पिता ऑटो चलाते हैं तो किसी की मां लोगों के घरों में बर्तन साफ करके बच्चों का पालन-पोषण करती है। बहुत से बच्चे ऐसे भी हैं जो स्कूल के बाद अपने माता-पिता का हाथ बटाते हैं। ऐसे बच्चों के लिए समर कैंप, एक्सट्रा एक्टिीविटी सब एक सपने से कम नहीं।
पंचकूला की इंदिरा कालोनी, बुढनपुर, रैली तथा अन्य कालोनियों में रहने वाले बच्चों के भीतर छिपी प्रतिभा को उजागर करने के लिए फोरम फॉर सीनियर सिटीजन इन एजुकेशन, एसोशिएन ऑफ सोशल हेल्थ इन इंडिया (आशी हरियाणा) तथा प्रयोग फाउंडेशन द्वारा संयुक्त रूप से सरकारी मॉडल संस्कृति स्कूल सैक्टर-15 पंचकूला में ग्रीष्मकालीन शिविर कैंप का आयोजन किया जा रहा है।
आशी के उपाध्यक्ष अरुण अग्रवाल ने बताया कि शिविर के दौरान प्रसिद्ध कोरियोग्राफर शिवांगी बंसल द्वारा बच्चों को कला, शिल्प, योग, नृत्य, रंगमंच, कौशल विकास,अंग्रेजी बोलने तथा हिंदी में सुलेख सुधारने पर जोर दिया जा रहा है। फोरम के महासचिव एस के गर्ग ने कहा कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य स्लम एरिया के बच्चों के भीतर छिपी प्रतिभा को उजागर करना है।
प्रयोग फाउंडेशन के अध्यक्ष संजीव शर्मा ने कहा कि अक्सर जब कोई कार्यक्रम होता है कालोनियों में रहने वाले बच्चे चारदीवारी के बाहर खड़े होकर देखते थे, कुछ लोगों की सोच उन्हें दर्शक के रूप में भी स्वीकार नहीं करती है। यहां बच्चों को चारदीवारी के भीतर बुलाकर अपनी प्रतिभा समाज के सामने रखने का अवसर दिया जा रहा है।
कैंप के दौरान शिवांगी बंसल, रूची, भिमांशु,पूजा, पिंकी तथा किशन वालंटियर के रूप में कालोनियों के बच्चों को अलग-अलग प्रशिक्षण दे रहे हैं।