चंडीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट,चंडीगढ़, 4 जून:
इंफोसिस लिमिटेड चंडीगढ़ के 125 कर्मचारियों ने शनिवार को ‘वर्क फ्रॉम होम में मानसिक स्वास्थ्य’ पर एक वेबिनार में भाग लिया।
वेबिनार को संबोधित करते हुए फेथ अस्पताल चंडीगढ़ की वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ. दमनजीत कौर ने कहा कि लंबे समय तक घर से काम करने के दौरान कर्मचारियों का मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह शारीरिक स्वास्थ्य की देखभाल करना जरूरी है, उसी तरह हमारे दिमाग को स्वस्थ रखना भी जरूरी है।
उन्होंने कहा कि बे समय तक वर्क फ्रॉम होम से कर्मचारी सामाजिक और पेशेवर रूप से अन्य लोगों से अलग, अकेला या डिस्कनेक्ट महसूस करना, ‘काम से स्विच ऑफ’ करने में असमर्थ होना, प्रेरित रहने में कठिनाई और कार्यभार को प्राथमिकता देने में कठिनाई, प्रगति के बारे में अनिश्चित महसूस करना, अनिद्रा और नींद की समस्याएं से ग्रस्त हो सकते हैं।
इन स्थितियों से निपटने के लिए सुझाव देते हुए उन्होंने ‘कार्य समय’ और ‘घर के समय’ के बीच की सीमाएँ बनाकर दिनचर्या बनाने की सलाह दी।
“एक दिनचर्या निर्धारित करें जैसे कि आप नियमित रूप से शुरू होने के समय, समाप्ति समय और अपने दिन के लिए एक संरचना के साथ कार्यालय में जा रहे हैं, जिसमें ब्रेक और व्यायाम निर्धारित है। इससे काम और घरेलू जीवन के बीच एक सीमा बनाए रखने में मदद मिलेगी।”
अध्ययनों से पता चलता है कि घर से काम करने से नींद में बाधा आ सकती है, खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें काम से दूर जाना मुश्किल लगता है। यदि संभव हो तो अपने शयनकक्ष में काम करने से बचें।
उन्होंने कहा कि कोशिश करें और दिन में कम से कम एक बार बाहर निकलें। अगर आप सेल्फ-आइसोलेशन में नहीं हैं, तो दिन में कम से कम एक बार बाहर निकलने की कोशिश करें। टहलने जाएं, ताजी हवा लें और धूप लें। यदि आप सेल्फ-आइसोलेशन में हैं , तो अपने बगीचे में जाएं या अपने ड्राइववे पर ऊपर-नीचे चलें या अपनी बालकनी पर जाएं और ताजी हवा का आनंद लें।