Thursday, September 18

चंडीगढ़ संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

खेलो इंडिया यूथ गेम्स शनिवार को पंचकूला स्थित ताऊ देवी लाल स्टेडियम में शानदार उद्घाटन समारोह के साथ शुरु होने को तैयार है जिसमें अगले दस दिनों में गत चैंपियन महाराष्ट्र और मेजबान हरियाणा अपनी वर्चस्व कायम करने के लिये भिडेंगें।

केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और केन्द्रीय युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर इस अवसर पर गणमान्य व्यक्ति होंगे जबकि लोकप्रिय रैपर रफ्तार लोगों को इस सांस्कृतिक संध्या में लोगों का मनोरंजन करेंगें। इस अवसर पर केंद्रीय गृह, युवा मामले और खेल राज्य मंत्री निशीथ प्रमाणिक, हरियाणा के मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह सम्मानित अतिथियों में शामिल होंगें।

हरियाणा जिसने कई ओलंपिक और एशियाई खेलों के पदक विजेताओं को जन्म दिया है, ने वर्ष 2018 में पहले खेलो इंडिया स्कूल गेम्स में पदक तालिका में पहले नंबर का खिताब दर्ज किया था। परन्तु अगले ही वर्ष पुणे महाराष्ट्र ने अपनी घरेलू परिस्थितियों का लाभ उठाते हुये दूसरे खेलो इंडिया यूथ गेम्स में अपनी बादशाहत कायम की। इन खेलों में महाराष्ट्र ने 85 स्वर्ण पदक जबकि हरियाणा ने 62 स्वर्ण पदक जीते। महाराष्ट्र ने एक बार फिर अपने वर्चस्व को बरकरार रखते हुये वर्ष 2020 में असम स्थित गुवहाटी में आयोजित गेम्स में 78 स्वर्ण पदक के साथ शीर्ष पर काबिज हुआ जबकि हरियाणा को 68 स्वर्ण के साथ संतोष करना पड़ा।

अब इस संस्करण में हरियाणा मेजबान के रुप में बदला लेने को तैयार है। हरियाणा एकल स्पर्धाओं जैसे कुश्ती, मुक्केबाजी और एथलेटिक्स में पदकों के लिये जोर अजमाईश करने को तैयार है जबकि महराष्ट्र तैराकी, शूटिंग, जिमनास्टिक्स और वेटलिफटिंग में पदकों की दौड़ में है।

हरियाणा शैफ डी मिशन की वैशाली शर्मा ने बताया कि वे उनका प्रयास ओवरआल चैम्पियन बनने का है जिसके लिये वे कोई कसर नहीं छोड़ेंगें।

इस बार हरियाणा ने 396 खिलाड़ियों का दल उतारा है जो कि इस गेम्स मे सबसे बड़ा दल है जबकि 318 खिलाडी महाराष्ट्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं जिसमें वे 25 में से 23 प्रतिस्पर्धाओं में भाग ले रहे हैं।
इसी बीच कर्नाटका और दिल्ली तीसरे स्थान के लिये जद्दोजहद करेंगें । दिल्ली 253 खिलाड़ियों के साथ मेडल्स पर अपनी दावेदारी पेश करेगा।

इन गेम्स में समूचे देश से लगभग 4700 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं जिसमें 2262 लड़कियां हैं। वे सभी 25 प्रतिस्पर्धाओं में 269 स्वर्ण, 269 रजत और 358 कांस्य के लिये अपनी दावेदारी पेश करेंगें।