कांग्रेस ही कर सकती है पिछड़े वर्ग के अधिकारों का संरक्षण- हुड्डा

  • पिछड़ा वर्ग के बच्चों को स्कॉलरशिप, गरीबों को 100-100 गज मुफ्त प्लाट की हमारी योजना बीजेपी सरकार ने की बंद – हुड्डा
  • हमारी सरकार ने दिया ग्रुप-ए और बी में पिछड़ों को आरक्षण का लाभ, बीजेपी ने आरक्षण छीना- हुड्डा
  • हमारी सरकार ने पिछड़ों व गरीबों के 450 करोड़ रुपये के कर्ज माफ किए, इससे पहले या इसके बाद किसी सरकार ने कर्ज माफ़ नहीं किया – हुड्डा
  • कांग्रेस सरकार में पिछड़े वर्ग के लोगों को मिली सबसे ज्यादा चेयरमैनशिप व उच्च पदों पर नियुक्ति- हुड्डा
  • क्रीमी लेयर को 6 लाख करने का बीजेपी-जेजेपी सरकार का मकसद पिछड़ों को आरक्षण से वंचित करना है – हुड्डा

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, 28 मई, चंडीगढ़ः 

कांग्रेस सरकार ने ही पिछड़े वर्ग को आरक्षण का पूर्ण लाभ व उचित प्रतिनिधित्व दिया था और कांग्रेस ही पिछड़ा वर्ग के अधिकारों का संरक्षण कर सकती है। ये कहना है पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का। हुड्डा आज जींद में आयोजित हरियाणा ओबीसी सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने पहुंचे थे। इस मौके पर कांग्रेस पिछड़ा वर्ग सेल के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैप्टन अजय यादव को नयी जिम्मेदारी मिलने पर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का आयोजन हरियाणा ओबीसी सेल के अध्यक्ष रमेश सैनी द्वारा किया गया था।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आजादी के आंदोलन में सभी धर्म और जातियों के लोगों ने अपनी जान की कुर्बानी दी। तब जाकर हमारे देश को आजादी मिली। लेकिन आज भी कुछ ताकतें लोगों को जाति व धर्म के नाम पर बांटकर देश की आजादी को खतरे में डालना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि 36 बिरादरी को एकजुटता के साथ ऐसी विभाजनकारी ताकतों को जवाब देना चाहिए। 36 बिरादरी को एकजुट होकर तय करना चाहिए कि जिसका जो हक है, वह उसे जरूर मिले।

हुड्डा ने बताया कि उनके कार्यकाल के दौरान सरकार ने पिछड़ों, दलितों व वंचितों को उनके अधिकार देने के लिए तमाम कार्य किए। उनकी सरकार द्वारा ही पिछड़े वर्ग को मिलने वाले आरक्षण के अलावा ग्रुप ए और बी के पदों में आरक्षण को 10% से बढ़ाकर 15% करने का ऐतिहासिक फैसला भी लिया गया था। उसमें भी अति पिछड़ा वर्ग (ब्लाक-ए) को सुनिश्चित लाभ देने का भी विशेष प्रावधान किया गया था।

पिछड़ा वर्ग के बच्चों के लिए उनकी सरकार ने पहली क्लास से 12वीं तक स्कॉलरशिप की शुरुआत की। साथ ही आईटीआई, पॉलिटेक्निक और अन्य तकनीकी शिक्षण संस्थानों में दाखिले के लिए भी सहूलियत व वजीफे का प्रावधान किया। इसका मकसद था कि पिछड़े वर्ग के बच्चे अच्छी शिक्षा हासिल करके आगे बढ़ सकें।

इसी तरह कांग्रेस सरकार ने ही दलित और पिछड़े वर्ग के लाखों परिवारों को 100-100 गज के मुफ्त प्लॉट दिए। प्रदेश के इतिहास में पहली बार उनकी सरकार ने पिछड़ों व गरीबों के 450 करोड़ रुपए के कर्ज माफ किए। ना उससे पहले किसी सरकार ने ऐसा फैसला लिया और ना ही उसके बाद। उनकी सरकार के समय ही मिट्टी के बर्तन बनाने वाले अति पिछड़ा वर्ग के कुम्हार भाईयों के लिए 5 एकड़ पंचायती जमीन उपलब्ध करवाने का प्रावधान किया गया था।

हुड्डा ने बताया कि पिछड़ों को प्रतिनिधित्व देने के लिए ही उन्होंने केश कला बोर्ड और मिट्टी कला बोर्ड का गठन किया था। इसके अलावा अलग-अलग बोर्ड और कॉरपोरेशन में पिछड़े वर्ग का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया। उस वक्त की नियुक्तियों में सामाजिक समावेश व हर वर्ग का प्रतिनिधित्व अपने आप में एक मिसाल है। यह रिकॉर्ड की बात है कि उन्हीं की सरकार में सबसे अधिक चेयरमैन पिछड़ा वर्ग से बने। इस दौरान रामनिवास घोड़ेला, भूपेंद्र गंगवा, तेलू राम जांगड़ा, योगेंद्र योगी, सुरेंद्र सेन, कमलेश पांचाल, बलराज भले, राजेंद्र पाल गडरिया, प्रताप मुदगिल, डीपी बॉस, छोटा सिंह चौहान, उषा शर्मा जांगिड़ जैसे अनेकों नाम हैं जिन्हें नियुक्तियां मिलीं। कांग्रेस कार्यकाल में नौकरियों से लेकर उच्च पदों पर नियुक्तियों में पिछड़ा वर्ग का विशेष ध्यान रखा गया।

सरकार में भी पिछड़ा वर्ग का विशेष प्रतिनिधित्व रहा। कैप्टन अजय सिंह यादव, राव दान सिंह, रामकिशन गुर्जर समेत तमाम कद्दावर नेता मंत्री व उच्च पदों पर विराजमान रहे। पिछड़े वर्ग के बड़े नेता डॉ रामप्रकाश जी को दो बार राज्यसभा में भेजने का कार्य भी कांग्रेस सरकार ने ही किया। आज केंद्र और राज्य दोनों जगह भाजपा की सरकार है। लेकिन, इस सरकार ने आजतक कोई भी फैसला पिछड़े वर्ग के हित में नहीं लिया, बल्कि इस सरकार ने लगातार नकारात्मक फैसले ही लिए हैं।

इसका उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कांग्रेस सरकार ने पिछड़े वर्ग के बच्चों के लिए जो वजीफा शुरू किया था, उसे मौजूदा सरकार ने बंद कर दिया। कांग्रेस सरकार ने पिछड़ों को आरक्षण का जो लाभ दिया, उसे इस सरकार ने क्रीमी लेयर और निजीकरण के जरिए खत्म करने का कार्य किया। गरीबों को 100-100 गज के मुफ्त प्लॉट देने की योजना को भी सरकार ने बंद कर दिया। दलितों व पिछड़ों के राशन कार्ड काटकर उन्हें सस्ते व मुफ्त अनाज की योजनाओं से वंचित कर दिया गया।

बीजेपी-जेजेपी सरकार द्वारा क्रीमी लेयर की लिमिट 6 लाख करने की वजह पिछड़ों को आरक्षण से वंचित करना ही है। सरकार के इस फैसले के बाद अब एक चपरासी का बेटा भी आरक्षण का लाभ प्राप्त नहीं कर सकेगा। साथ ही पिछड़ों के अधिकारों पर कुठाराघात करने के लिए ही सरकार ने हरियाणा डोमिसाइल के लिए 15 साल की रिहायशी शर्त को घटाकर 5 साल कर दिया। इसका सबसे ज्यादा नुकसान दलितों व पिछड़ों को होगा। कांग्रेस ने विधानसभा में सरकार के इन फैसलों का पुरजोर तरीके से विरोध किया था।

हुड्डा ने कहा कि मौजूदा सरकार लगातार पिछड़ों के अधिकारों पर कुठाराघात कर रही है। जबकि कांग्रेस लगातार उनके अधिकारों के लिए संघर्ष कर रही है। उन्हें पूरा भरोसा है कि कैप्टन अजय सिंह जैसे मजबूत नेता को राष्ट्रीय स्तर पर बतौर पिछड़ा वर्ग अध्यक्ष जिम्मेदारी मिलने से समाज की आवाज मजबूत होगी। वो समाज को उसका हक दिलवाने के लिए पुरजोर प्रयास करेंगे।

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बेरोज़गारी कम करने की बजाय बढाने पर उतारू है बीजेपी सरकार – दीपेन्द्र हुड्डा

  • ·         पैसा बचाने के नाम पर देश की सुरक्षा को रख दिया ताख पर – दीपेन्द्र हुड्डा
  • ·         नये नियमों के तहत सैनिकों को 3 साल, 5 साल की सेवा के बाद निकालने की तैयारी कर रही सरकार – दीपेन्द्र हुड्डा
  • ·         बीजेपी सरकार ने रेलवे में खाली पड़े 91 हज़ार से ज्यादा पदों को हमेशा के लिए किया ख़त्म– दीपेन्द्र हुड्डा
  • ·         ये पहली सरकार है जो देश की सुरक्षा के साथ समझौता कर रही है  – दीपेन्द्र हुड्डा

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 28 मई

सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने सेना, रेलवे जैसे बड़े विभागों में भर्ती शुरू करने की बजाय पदों को ख़त्म करने और रेगुलर पदों को संविदा में बदलने के नये-नये नियम बनाए जाने की ख़बरों पर गहरी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने युवाओं को हर साल 2 करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था, जबकि ख़बरें बता रही है कि अकेले रेलवे में ही खाली पड़े 91 हज़ार से ज्यादा पद हमेशा के लिए ख़त्म कर दिए गए और गैर-संरक्षा श्रेणी के 50 प्रतिशत पदों को ख़त्म करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। आदेश लागू होने के बाद गैर-संरक्षा श्रेणी के कुल 4,52,825 पदों में से करीब सवा दो लाख स्वीकृत पद समाप्त हो जायेंगे। इसी प्रकार, पैसा बचाने के नाम पर देश की सुरक्षा को ताख पर रख दिया है। नये नियमों के तहत सैनिकों को 3 साल, 5 साल की सेवा के बाद निकालने की तैयारी कर रही है सरकार। अगर इसी लाइन पर सरकार आगे बढ़ती रही तो पैसा तो बच जाएगा मगर देश कैसे बचेगा? उन्होंने कहा कि भाजपा की गलत नीतियों के चलते बढ़ती बेरोज़गारी से युवा हताश और निराश हो चुके हैं। सरकार बेरोज़गारी कम करने की बजाय बढाने पर उतारू हो गई है।

उन्होंने आगे कहा कि हर साल 2 करोड़ नौकरियाँ देने का वादा करने वाली बीजेपी सरकार सेना में अधिकारी और सैनिकों के करीब डेढ़ लाख खाली पदों को ही नहीं भर पा रही है। 3 साल से भर्तियाँ बंद हैं, युवा गाँव-गाँव में हाड़तोड़ मेहनत कर रहे ताकि सेना में भर्ती होकर देश की सेवा कर सकें। भाजपा सरकार जानबूझकर भर्तियाँ बंद किये हुए है, ताकि युवा ओवरएज हो जाएँ और उनको नौकरी न देनी पड़े जिससे खजाने का पैसा बच जाए। लेकिन उसका ये रवैया न सिर्फ युवाओं के भविष्य के लिए खतरनाक है बल्कि देश की सुरक्षा के साथ भी खिलवाड़ है।

दीपेन्द्र हुड्डा ने बताया कि सरकार पैसा बचाने के नाम पर सैनिकों को 3 साल, 5 साल की सेवा के बाद निकालने के नियम बना रही है। ये पहली सरकार है जो देश की सुरक्षा के साथ समझौता कर रही है। ऐसी ख़बरें सामने आ रही हैं कि अग्निपथ योजना के तहत सैनिकों को प्रशिक्षण सहित तीन साल की सेवा के बाद रिटायर कर दिया जाएगा। कुछ को पांच साल की संविदा सेवा के बाद निकाला जाएगा। सिर्फ 25 प्रतिशत को पूर्ण अवधि के लिए बनाए रखा जाएगा। इसके तहत रिटायरमेंट के लगभग 30 दिनों के भीतर 25 प्रतिशत सैनिकों को नई तारीख देकर वापस बुलाया जाएगा। लेकिन पिछले चार वर्षों की संविदा सेवा को वेतन और पेंशन के निर्धारण के लिए उनकी पूर्ण सेवा में नहीं गिना जाएगा, जिससे सरकार को बड़ी बचत करेगी।

रेलवे में ख़त्म किये गए पदों की खबर पर चिंता जताते हुए दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि भारतीय रेल में गैर-संरक्षा श्रेणी के 91,629 पदों पर भविष्य में कभी भर्तियां नहीं होंगी। सरकार ने इनको गैर-जरूरी बताते हुए हमेशा के लिए ख़त्म कर दिया है। इसके अलावा रेलवे बोर्ड ने सभी 17 जोनल रेलवे में गैर संरक्षा श्रेणी के 50% पदों को समाप्त करने निर्देश जारी किये हैं। रेलवे के आदेश पर अमल होने के बाद गैर-संरक्षा श्रेणी में कुल 4,52,825 पदों में से करीब सवा दो लाख स्वीकृत पद समाप्त हो जायेंगे।

दो हार्ट पैशन्ट में बिना सर्जरी के लीडलेस पेसमेकर लगाया गया

चंडीगढ़, 28 मई :

रुक-रुक कर हाई ग्रेड इलेक्ट्रिकल हार्ट ब्लॉक के कारण बेहोश होने के लक्षण से पीड़ित 74 वर्षीय ओबीस (मोटापा ) पैशन्ट में ओजस हॉस्पिटल पंचकुला में सफलतापूर्वक नए जमाने के लीडलेस पेसमेकर को इम्प्लांट किया गया।
दूसरा मामला एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण 81 वर्षीय पैशन्ट का था । जिसकी पल्स रेट बहुत कम 35 बीट प्रति मिनट की थी और जिससे हार्ट फेल होने का खतरा था । पेशेंट को सांस लेने में तकलीफ  हो रही थी व थकान की समस्या के साथ हार्ट के दो वाल्व में भी लीकेज था। पेशेंट को एट्रियल फिब्रिलेशन भी था जिससे रोगी को ब्रेन स्ट्रोक होने का खतरा होता है। पैशन्ट खून को पतला करने के लिए आजीवन एंटीकोआगुलंट्स दवाई पर था।
शनिवार को यहां प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी विभाग के चेयरमैन डॉ अनुराग शर्मा ने बताया कि ब्लड थिनर और एंटीकोआगुलंट्स दवाई पर होते हुए रोगी का ऑपरेशन किया गया। लीडलेस पेसमेकर ने हमें बिना किसी कट या टांके के ऑपरेशन के समय को कम करने का मौका दिया। प्रोसीजर के बाद रोगी बहुत तेजी से ठीक हो गया और वह एनर्जेटिक महसूस करने लगा और अपनी गतिविधियों को आसानी से करने में सक्षम हो गया।
डॉ मुनीश देव एसोसिएट कंसलटेंट, इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी ने कहा कि पारंपरिक पेसमेकर की तुलना में लीडलेस पेसमेकर में छाती पर कोई चीरा नहीं लगता है , कोई कनेक्टर तार या लीड नहीं होती है व किसी भी दैनिक गतिविधियों पर कोई प्रतिबंध नहीं होता हैै। पेशेंट को किसी प्रकार की परेशानी, संक्रमण, उपकरण संबंधी जटिलताएं और डिस्फंक्शन का अनुभव नहीं होता है। पारंपरिक पेसमेकर का वजन लगभग 30 से 40 ग्राम होता है जबकि लीडलेस  पेसमेकर का वजन 8 सीसी वॉल्यूम के साथ केवल 2 ग्राम होता है। 

हरियाणा बना भ्रष्टाचार का गढ़ , भाजपा नेता कर रहे पुष्टि : चन्द्र मोहन

पंचकूला 28 मई- हरियाणा के पूर्व उप मुख्यमंत्री चन्द्र मोहन ने कहा कि हरियाणा प्रदेश भ्रष्टाचार का गढ़ बन चुका है और अब इसकी पुष्टि हरियाणा के भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ  नेता ने  भी  सार्वजनिक रूप  से कर दी हैं। उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि कैसी विडम्बना है कि भारतीय जनता का एक सांसद खुले आम कह रहा है कि हरियाणा में भ्रष्टाचार अपने चरम पर है, लेकिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर कुम्भकरणी नींद सो रहे हैं और भ्रष्टाचार के हरेक मामले की जांच करवाने की अपेक्षा भ्रष्टाचार के मामलों को दबाने में दिलचस्पी रखते हैं।
     उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश में पहली बार हुआ है कि हरियाणा लोक सेवा आयोग और हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग  के द्वारा प्रदेश के युवाओं के साथ धोखा किया जा रहा है। अभी हाल ही में वर्ष 2019 में लिपिक की भर्ती में धांधली और घोटाले का पर्दाफाश हुआ है इसमें घोटाले की बू आ रही है और पंजाब हरियाणा  हाईकोर्ट ने हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग को लिपिक वर्ग की दोबारा  मैरिट सूची जारी करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा  कि भाजपा और जजपा  की गठबंधन सरकार भ्रष्टाचार और लूट  के मामले में समान रूप से भागीदार हैं।
        चन्द्र मोहन ने कहा कि पिछले 8 वर्ष में हरियाणा सरकार ने  रोजगार देने का नहीं बल्कि रोजगार छीनने का काम किया है। आज हरियाणा प्रदेश इस सरकार के कार्यकाल में बेरोजगारी के मामले में देश में पहले स्थान पर पहुंच गया है।  प्रदेश में भर्ती घोटाला, पेपर लीक घोटाला, माईनिंग घोटाला, शराब घोटाला फरीदाबाद नगर निगम घोटाला, भिवानी नगर परिषद घोटाले सहित दर्जनों घोटालों की एक लम्बी फेहरिस्त है। इतना ही हर रोज अनेक सरकारी अधिकारी और कर्मचारी रिश्वत के मामले में पकड़े जा रहें हैं और ऐसा लगता है कि बेरोजगारी के साथ साथ धीरे धीरे  हरियाणा प्रदेश घोटाले  के मामले में भी देश में एक नया कीर्तिमान स्थापित करेगा। उन्होंने कहा कि इस सरकार के शासनकाल में नशें की प्रवृत्ति युवाओं में अपने पैर फैला रही है।
          उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार ने हरियाणा की जनता के साथ विश्वासघात  किया है  और अनावश्यक रूप से सरकार ने बुजुर्गों की पेंशन काट दी है जिससे उनका जीने का सहारा छीन गया है। केन्द्र सरकार कोविड के हालात से उबारने की अपेक्षा  डीजल-पेट्रोल और रसोई गैस के दाम बढ़ा कर  लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। बेरोजगारी दर में देश में नंबर 1 पर पहुंचा दिया। इस उपलब्धि के लिए हरियाणा सरकार बधाई की पात्र है और जो हरियाणा  वर्ष 2014 से पहले  कांग्रेस के शासनकाल में अनेक क्षेत्रों में  देश में सबसे आगे था जैसे प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश में, विकास में खिलाड़यों  को  मान-सम्मान ‌देने में । उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार ने पिछले 8 साल में बेरोजगारी, भ्रष्टचार, महंगाई, अपराध में हरियाणा प्रदेश को  नंबर 1 बना दिया और अब प्रदेश के लोग अपने आप को ठगा-ठगा सा महसूस कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह लोकतंत्र को बचाने के लिए आगे आए और अपने मताधिकार का उपयोग अपनी बुद्धिमत्ता और विवेक से निर्णय लें ताकि आने वाली सन्तानों का भविष्य उज्जवल बनाया जा
सके।

Panchkula Police

Police Files Panchkula, May 2022

नशा मुक्ति अभियान: साइकिल रैली निकालकर किया जागरूक

पंचकूला/ 28 मई – पुलिस कमीश्रर पंचकूला डॉ हनीफ कुरैशी के निर्देशानुसार जिला पंचकूला में नशे को जड से खत्म करनें हेतु एक विशेष अभियान चलाया गया है जिस अभियान के तहत पुलिस द्वारा स्कूलो, कॉलेजो, कालोनीयों तथा अन्य सार्वजनिक स्थानों पर नशे मुक्त के तहत जागरुक किया जा रहा है इसके अलावा पंचकूला पुलिस द्वारा अवैध नशीले पदार्थो की तस्करी करनें वालों के खिलाफ कडी कार्यवाही हेतु अलग अभियान चलाया हुआ है जिस अभियान में पुलिस की अलग-2 टीम नशीलें पदार्थो की तस्करी करनें वालों के खिलाफ कार्यवाही भी की जा रही है ।

इस अभियान के तहत पुलिस कमीश्रर के निर्देशानुसार एसीपी श्रीमति ममता सौदा के नेतृत्व में आज सेक्टर 05 पंचकूला में पुलिस द्वारा साइकिल रैली निकालकर आमजन को नशे से बचनें हेतु जागरुक करते हुए आमजन से सन्देश दिया किया कि नशे से दूर रहें औऱ शारिरिक एक्साईज करके खुद को स्वस्थ रखें । इसके साथ ही कहा कि हमारे देश का उज्जल भविष्य युवाओं पर टिका होता है । अगर देश की युवा पीढ़ी ही गलत रास्ते में जानी लगे तो निश्चित ही उनका भविष्य अंधकार में चला जाता है । इसलिए नशे से दूर रहे क्योकि नशा शारिरिक , मानसिक तथा आर्थिक रुप से कमजोर कर देता है और आखिर में इन्सान की जान ही ले लेता है ।

उत्तराखंड में लागू होगी समान नागरिक संहिता, धामी सरकार का बड़ा फैसला

चीन और नेपाल की सीमा से सटे 53483 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले उत्तराखंड का राष्ट्रीय महत्व तो है ही, देवभूमि अपने धार्मिक और आध्यात्मिक स्वरूप के लिए विश्वभर में पहचान रखती है। राष्ट्रीय नदी गंगा के उद्गम स्थल वाले उत्तराखंड में हर साल ही चारधाम बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री समेत अन्य धार्मिक स्थलों में बड़ी संख्या में देश-विदेश से लोग पहुंचते हैं। ऋषि-मुनियों की यह धरती अनादिकाल से ही सामाजिक सद्भाव के साथ-साथ सभी प्राणियों को समान भाव से देखने का संदेश भी विश्व को देती आ रही है। ध्यान-योग के लिए तो सदियों से साधक इस हिमालयी राज्य के लिए रुख करते हैं।

  • 12 फरवरी को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू करने की घोषणा की थी
  • 29 मार्च को प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में यूसीसी को लागू करने और इसका ड्राफ्ट बनाने के लिए विशेषज्ञ समिति बनाने का फैसला किया।
  • 27 मई को प्रदेश सरकार ने विशेषज्ञ समिति के गठन की अधिसूचना जारी की।

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/उत्तराखंड :

उत्तराखंड के सीएम पुष्कर धामी अपनी योजनाओं और अपनी घोषणाओं को पूरा करने के लिए नए-नए आयाम छू रहे हैं। उन्होंने जो-जो घोषणाएं चुनाव से पहले की थी वो उनको पूरा करने में पीछे नहीं हट रहे हैं। इन्हीं घोषणाओं में से एक थी समान नागरिक संहिता इस पर पहले ही विवाद हो चूका है लेकिन सीएम धामी ने बिना किसी बात की परवाह किये इसे लागू करने का मन बना लिया है।

 उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने चुनावी वादे के अनुसार राज्य में समान नागरिक संहिता लागू करने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है। इसके लिए मुख्यमंत्री ने सुप्रीम कोर्ट की सेवानिवृत न्यायाधीश रंजना देसाई की अध्यक्षता में ड्राफ्टिंग कमिटी का गठन किया है।

 विधानसभा चुनावों के दौरान सीएम धामी ने घोषणा की थी कि अगर राज्य में भाजपा की सरकार दोबारा सत्ता में आती है तो समान नागरिक संहिता लागू किया जाएगा। इसके बाद राज्य में इतिहास रचते हुए पहली सत्ताधारी पार्टी सत्ता में लौटी थी।

उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए प्रदेश सरकार ने उच्चतम न्यायालय की पूर्व न्यायाधीश रंजना प्रकाश देसाई की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय विशेषज्ञ समिति का गठन कर दिया है। कमेटी राज्य के सभी लोगों के व्यक्तिगत नागरिक मामलों को नियंत्रित करने वाले सभी प्रासंगिक कानूनों की जांच करने और मसौदा कानून या मौजूदा कानून में संशोधन की रिपोर्ट तैयार करेगी। समिति में सिक्किम उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश प्रमोद कोहली, पूर्व मुख्य सचिव, पूर्व कुलपति और एक सामाजिक कार्यकर्ता को सदस्य बनाया गया है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव दृष्टिपत्र जारी होने के बाद राज्य में समान नागरिक संहिता लागू करने की घोषणा की थी। उन्होंने भाजपा के सत्ता में वापसी करने के बाद सबसे पहले समान नागरिक संहिता के मामले में निर्णय लेने का एलान भी किया था। सत्ता में आने के बाद पहली ही कैबिनेट में धामी सरकार ने समान नागरिक संहिता के लिए एक विशेषज्ञ समिति बनाने का फैसला किया।

शुक्रवार को अपर मुख्य सचिव गृह राधा रतूड़ी के आदेश पर समिति के गठन की अधिसूचना जारी कर दी गई। समान नागरिक संहिता के परीक्षण और इसे लागू करने के लिए विशेषज्ञ समिति के गठन को राज्यपाल ने मंजूरी प्रदान की। अपर सचिव गृह रिधिम अग्रवाल ने इस संबंध में आदेश जारी किया है।

समान नागरिक संहिता के परीक्षण और उसे लागू करने के लिए गठित समिति में न्यायाधीश (सेनि.) रंजना प्रकाश देसाई को अध्यक्ष बनाया गया है। रंजना देसाई उच्चतम न्यायालय की पूर्व न्यायाधीश रही हैं और जम्मू और कश्मीर के लिए गठित परिसीमन आयोग की अध्यक्ष भी रही हैं। समिति में सिक्किम उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश प्रमोद कोहली, सामाजिक कार्यकर्ता मनु गौड़, पूर्व मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह और दून विश्वविद्यालय की कुलपति सुरेखा डंगवाल को सदस्य बनाया गया है।

विशेषज्ञ समिति उत्तराखंड राज्य में रहने वाले सभी लोगों के व्यक्तिगत नागरिक मामलों को नियंत्रित करने वाले सभी प्रासंगिक कानूनों का अध्ययन व जांच करेगी। उनमें जरूरी संशोधन पर अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी। समिति विवाह, तलाक, संपत्ति के अधिकार, उत्तराधिकार से संबंधित लागू कानून, विरासत, गोद लेने और देखभाल और संरक्षता आदि का परीक्षण करेगी।

चुनाव के समय संकल्प पत्र में किए वादे के अनुरूप समान नागरिक संहिता लागू करने के लिए विशेषज्ञ समिति का गठन कर दिया गया है। देवभूमि की संस्कृति को संरक्षित करते हुए सभी धार्मिक समुदायों को एकरूपता प्रदान करने के लिए उच्चतम न्यायालय की न्यायाधीश (सेनि.) रंजना प्रकाश देसाई की अध्यक्षता में विशेष समिति बनाई गई है। – पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री

पंजाब में VIP सिक्योरिटी पर बड़ा एक्शन : राजनेता, धर्मगुरु और अधिकारियों समेत 424 लोगों की सुरक्षा हटी

पंजाब की भगवंत मान सरकार लगातार बड़े फैसले ले रही है। एक बार फिर मान सरकार ने अपने एक फैसले से सबको चौंका दिया है। दरअसल सरकार ने प्रदेश के पूर्व मंत्रियों और विधायकों समेत 424 वीवीआईपी की सुरक्षा वापस लेने का निर्देश दिया है। इसमें पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और कैप्टन अमरिंदर सिंह भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि सुरक्षा वापस लेने से पहले सरकार ने एक रिव्यू बैठक की थी जिसमें इस बात पर विचार विमर्श किया गया था कि क्या 424 लोगों को सुरक्षा की जरूरत है। जिसके बाद सरकार ने सुरक्षा में कटौती के आदेश जारी किए हैं।

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :  

पंजाब सरकार ने 424 वीआईपी लोगों की सुरक्षा वापस ले ली है. इन लोगों में डेरामुखी सहित कई सेवानिवृत्त अधिकारी और पूर्व विधायक भी शामिल हैं। जिन लोगों की सुरक्षा वापस ली गई है, उनमें अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह,  सिंगर सिद्धू मूसेवाला, शिअद के वरिष्ठ नेता चरण जीत सिंह ढिल्लों भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि सुरक्षा वापस लेने से पहले सरकार ने एक रिव्यू बैठक की थी, जिसमें इस बात पर विचार विमर्श किया गया था कि क्या 424 लोगों को सुरक्षा की जरूरत है, जिसके बाद राज्य सरकार ने सुरक्षा में कटौती के आदेश जारी किए हैं। सुरक्षा को वापस लिए जाने का एक कारण यह भी बताया जा रहा है कि पंजाब पुलिस में पहले से ही कर्मचारियों की कमी चल रही है और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए आम स्थानों पर सुरक्षाकर्मियों की कमी को पूरा करना मुश्किल जा रहा है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भगवंत मान सरकार ने एक समीक्षा बैठक की थी जिसमें इस बार पर विचार किया गया था कि जिन लोगों को सुरक्षा दी गई है क्या वाकई उन्हें जरूरत है या नहीं। इसके बाद राज्य सरकार ने सुरक्षा में कटौती के आदेश जारी किए हैं। सुरक्षा वापस लिए जाने की एक वजह पंजाब पुलिस में कर्मचारियों की कमी बताई जा रही है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षाकर्मियों की जरूरत है।

पंजाब सरकार को वीआईपी सुरक्षा में पुलिसकर्मियों की ड्यूटी पर काफी खर्च उठाना पड़ रहा है। इससे पहले भी मार्च महीने में भगवंत मान सरकार ने कई विधायकों और पूर्व विधायकों व नेताओं की सुरक्षा हटाकर पुलिस कर्मचारियों को वापस बुलाया था। राज्य सरकार के इस कदम से काफी बचत होने की उम्मीद है और इससे पुलिस बल में अधिक जवानों को कमी को भी दूसरे किया जा सकेगा।

आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान भी कहा था कि पार्टी सत्ता में आई तो वीआईपी को दी गई सुरक्षा वापस ली जाएगी या उसमें कटौती की जाएगी। सत्ता संभालते ही भगवंत मान सरकार एक के बाद एक कई बड़े फैसले लेने के कारण सुर्खियों में बनी हुई है। पिछले दिनों 1 फीसदी कमीशन मांगने के आरोप में स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला को पद से बर्खास्त कर दिया गया था।

Rashifal

राशिफल, 28 मई 2022

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा कोअपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।

aries
मेष/aries

28 मई 2022:

आपकी सकारात्मक सोच पुरस्कृत होगी, क्योंकि आप अपनी कोशिशों में क़ामयाबी पा सकते हैं। आज के दिन भूलकर भी किसी को पैसे उधार न दें और यदि देना जरुरी हो तो देने वाले से लिखित में लें कि वो पैसा वापस कब करेगा। किसी दूर के रिश्तेदार के यहाँ से मिली आकस्मिक अच्छी ख़बर आपके पूरे परिवार के लिए ख़ुशी के लम्हे लाएगी। रुमानी यादें आज आपके ऊपर छायी रहेंगी। आज टीवी या मोबाइल पर कोई मूवी देखने में आप इतना व्यस्त हो सकते हैं कि आप जरुरी कामों को करना भी भूल जाएंगे। आपका जीवनसाथी आज ऊर्जा और प्रेम से भरपूर है। इंटरनेट सर्फ़िंग करना आपकी अंगुलियों की अच्छी वर्जिश करने के साथ-साथ आपके ज्ञान को भी बढ़ा सकता है।

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वृष/Taurus

28 मई 2022:  

आज आपकी सेहत पूरी तरह अच्छी रहेगी। आज किसी करीबी से आपका झगड़ा हो सकता है और बात कोर्ट कचहरी तक जा सकती है। जिसकी वजह से आपका अच्छा खास धन खर्च हो सकता है। नवयुवकों को स्कूल प्रोजेक्ट की बाबत कुछ राय लेने की ज़रूरत हो सकती है। आप जहाँ हैं वहीं रहेंगे, बावजूद इसके प्यार आपको एक नए और अनोखे लोक में ले जाएगा। साथ ही आज आप रोमानी सफ़र पर भी जा सकते हैं। आज आप सब कामों को छोड़कर उन कामों को करना पसंद करेंगे जिन्हें आप बचपन के दिनों में करना पसंद करते थे। जीवनसाथी से निकटता आज आपको ख़ुशी देगी। केश-सज्जा और मालिश जैसे क्रियाकलापों में काफ़ी समय लगा सकते हैं और इसके बाद आप काफ़ी अच्छा भी महसूस करेंगे।

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मिथुन/Gemini

28 मई 2022:  

आज अपनी सेहत के चिंता करने की क़तई ज़रूरत नहीं है। आपके आस-पास के लोग आपको प्रोत्साहित करेंगे व सराहेंगे। घर के जरुरी सामान पर धन खर्च करके आपको आर्थिक परेशानी तो आज जरुर होगी लेकिन इससे आप भविष्य की कई परेशानियों से बच जाएंगे। दिन के दूसरे हिस्से में आप आराम करना और अपने परिवार के साथ समय बिताना पसंद करेंगे। दिन को ख़ास बनाने के लिए स्नेह और उदारता के छोटे-छोटे तोहफ़े लोगों को दें। आपका व्यक्तित्व ऐसा है कि ज्यादा लोगों से मिलकर आप परेशान हो जाते हैं और फिर अपने लिए वक्त निकालने की कोशिश करने लग जाते हैं। इस लिहाज से आज का दिन आपके लिए बहुत उम्दा रहने वाला है। आज आपको अपने लिए पर्याप्त समय मिलेगा। मुमकिन है कि आज आपका जीवनसाथी ख़ूबसूरत शब्दों में यह बताए कि आप उनके लिए कितने क़ीमती हैं। आप बहुत कुछ करना चाहते हैं, फिर भी मुमकिन है कि आप आज चीज़ों को बाद के लिए टाल दें। दिन ख़त्म होने से पहले उठें और काम में लग जाएँ, नहीं तो आपको महसूस होगा कि पूरा दिन बर्बाद हो गया है।

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कर्क/Cancer

28 मई 2022:  

दोस्त से मिली ख़ास तारीफ़ ख़ुशी का ज़रिया बनेगी। ऐसा इसलिए है क्योंकि आपने अपनी ज़िंदगी को पेड़ की तरह बना लिया है, जो ख़ुद तपती धूप में खड़ा होकर और उसे सहकर भी राहगीरों को छांव देता है। दिन चढ़ने पर वित्तीय तौर पर सुधार आएगा। रिश्तेदारों और दोस्तों से अचानक उपहार मिलेगा। प्रेमी को आज आपकी कोई बात चुभ सकती है। वो आपसे रुठें इससे ही पहले ही अपनी गलती का अहसास कर लें और उन्हें मना लें। इस राशि वाले जातकों को आज खाली वक्त में आध्यात्मिक पुस्तकों का अध्ययन करना चाहिए। ऐसा करके आपकी कई परेशानियां दूर हो सकती हैं। काफ़ी वक़्त बाद आप और आपका जीवनसाथी एक शान्त दिन साथ बिता सकते हैं, जब कोई लड़ाई-झगड़ा न हो – सिर्फ़ प्यार हो। प्यार से बढ़कर कोई अहसास नहीं, आपको भी अपने प्रेमी को कुछ ऐसी बातें बोलनी चाहिए जिससे उनका विश्वास आपमें बढ़े और प्यार को नई ऊंचाई प्राप्त हो।

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Leo
सिंह/Leo

28 मई 2022:  

आज आपकी सेहत पूरी तरह अच्छी रहेगी। प्राप्त हुआ धन आपकी उम्मीद के मुताबिक़ नहीं होगा। घर के किसी सदस्य के व्यवहार की वजह से आप परेशान रह सकते हैं। आपको उनसे बात करने की जरुरत है। आज आप इश्क़ की चाशनी ज़िन्दगी में घुलती हुई महसूस करेंगे। आपके द्वारा आज खाली समय में ऐसे काम किये जाएंगे जिनके बारे में आप अक्सर सोचा करते हैं लेकिन उन कामों को कर पाने में समर्थ नहीं हो पाते। यूँ तो जीवन हमेशा कुछ नया और चौंकाने वाली चीज़ आपके सामने लाता है। लेकिन आज आप अपने जीवनसाथी का एक अनोखा पहलू देखकर ख़ुशी से चौंक जाएंगे। आज आप सब चिंताओं को भुलाकर अपनी रचनात्मकता को बाहर निकाल सकते हैं।

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कन्या/Virgo

28 मई 2022:  

खीज और चिढ़चिढ़ेपन के अहसास को ख़ुद पर छाने न दें। अगर आपका धन से जुड़ा कोई मामला कोर्ट-कचहरी में अटका था तो आज उसमें आपको विजय मिल सकती है और आपको धन लाभ हो सकता है। आपका लापरवाह रवैया आपके माता-पिता को दुःखी कर सकता है। कोई भी नयी परियोजना शुरू करने से पहले उनकी राय भी जान लें। बाहरी चीज़ों का अब कोई ख़ास मायने आपके लिए नहीं बचा है, क्योंकि आप ख़ुद को हमेशा प्यार की ख़ुमारी में महसूस करते हैं। आज जितना हो सके लोगों से दूर रहें। लोगों को वक्त देने से बेहतर है अपने आपको वक्त दें। जीवनसाथी की वजह से आपको महसूस होगा कि उनके लिए दुनिया में आप ही सबसे महत्वपूर्ण हैं। आज पानी की जीवन में क्या कीमत है इसके बारे में आप घर के छोटों को लेक्चर दे सकते हैं।

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Libra
तुला/Libra

28 मई 2022:  

आपको कामकाम के मोर्चे पर धक्का लग सकता है, क्योंकि आपकी सेहत आपके साथ नहीं है और इसके चलते आपको कोई ज़रूरी काम अधर में ही छोड़ना पड़ सकता है। ऐसे हालात में धैर्य और होशियारी से काम लें। आप जीवन में पैसे की अहमियत को नहीं समझते लेकिन आज आपको पैसे की अहमियत समझ में आ सकती है क्योंकि आज आपको पैसे की बहुत आवश्यकता होगी लेकिन आपके पास पर्याप्त धन नहीं होगा। अपने परिवार की भलाई के लिए मेहनत करें। आपके कामों के पीछे प्यार और दूरदृष्टि की भावना होनी चाहिए, न कि लालच का ज़हर। हालाँकि प्यार में निराशा हाथ लग सकती है लेकिन हिम्मत मत हारिए क्योंकि आखिर में जीत सच्चे प्यार की ही होती है। घर में पड़ी कोई पुरानी वस्तु आज आपको मिल सकती है जिससे आपको अपने बचपन के दिनों की याद सता सकती है और आप उदासी के साथ अपने दिन का काफी समय अकेले बिता सकते हैं। जीवनसाथी का बिगड़ता स्वास्थ्य आपके लिए परेशानी का सबब बन सकता है। स्कूूल में आज आप किसी सीनियर के साथ उलझ सकते हैं। ऐसा करना आपके लिए ठीक नहीं है। अपने गुस्से को काबू में रखें।

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वृश्चिक/Scorpio

28 मई 2022:  

अवांछित विचार दिमाग़ में छा सकते हैं। ख़ुद को शारीरिक व्यायाम का मज़ा लेने दें, क्योंकि खाली दिमाग़ शैतान का घर होता है। अतिरिक्त आय के लिए अपने सृजनात्मक विचारों का सहारा लें। अपने बच्चों को अपने उदार बर्ताव का बेजा फ़ायदा न उठाने दें। प्रेम के दृष्टिकोण से आपके लिए यह दिन विशेष रहने वाला है। समय का अच्छा इस्तेमाल करने के लिए आज आप पार्क में घूमने का प्लान बना सकते हैं लेकिन वहां किसी अनजान शख्स से आपकी बहस होने की अशंका है जिससे आपका मूड खराब हो जाएगा। आज आपको ऐसा अनुभव होगा कि आपके जीवनसाथी के द्वारा आपको नीचा दिखाया जा रहा है। जहां तक सम्भव हो इसे नजरअंदाज करें। आज आप गुस्से में परिवार के किसी सदस्य को भला-बुरा कह सकते हैं।

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धनु/Sagittarius

28 मई 2022:  

ध्यान और योग न केवल आध्यात्मिक तौर पर, बल्कि शारीरिक तौर पर भी आपके लिए फ़ायदेमन्द साबित होंगे। आर्थिक रुप से आज आप काफी मजबूत नजर आएंगे, ग्रह नक्षत्रों की चाल से आज आपके लिए धन कमाने के कई मौके बनेंगे. घरेलू काम थका देने वाला होगा और इसलिए मानसिक तनाव की वजह भी बन सकता है। ग़लतफ़हमी या कोई ग़लत संदेश आपका गर्मजोशी भरा दिन ठण्डा कर सकता है। मौज-मस्ती के लिए घूमना संतोषजनक रहेगा। मुश्किल हालात से उबरने में आपके जीवनसाथी की तरफ़ से ज़्यादा सहयोग नहीं हासिल होगा। अपने जीवनसाथी के साथ एक कैंडल लाइट डिनर सम्भवतः आपकी हफ़्ते भर की थकान को दूर कर सकता है।

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मकर/Capricorn

28 मई 2022:  

आज आपकी सेहत पूरी तरह अच्छी रहेगी। किसी करीबी दोस्त की मदद से आज कुछ करोबारियों को अच्छा-खासा धन लाभ होने की संभावना है। यह धन आपकी कई परेशानियों को दूर कर सकता है। तनाव का दौर बरक़रार रहेगा, लेकिन पारिवारिक सहयोग मदद देगा। आपका महबूब आज आपको बड़ी ख़ूबसूरती से कुछ ख़ास करके चौंका सकता है। अपने किस मित्र के साथ आज समय बिता सकते हैं लेकिन इस दौरान आप शराब का सेवन करने से बचना चाहिए नहीं तो समय की बर्बादी हो सकती है। आज आपका जीवनसाथी आपको प्यार और सुख के लोक की सैर करा सकता है। यात्रा पर किसी हसीन अजनबी से मुलाकात आपको अच्छे अनुभव करा सकती है।

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कुम्भ/Aquarius

28 मई 2022:  

आपकी ऊर्जा का स्तर ऊँचा रहेगा। आपको अपने अटके कामों को पूरा करने में इसका इस्तेमाल करना चाहिए। आर्थिक रुप से आज आप काफी मजबूत नजर आएंगे, ग्रह नक्षत्रों की चाल से आज आपके लिए धन कमाने के कई मौके बनेंगे. किसी बुज़ुर्ग की सेहत चिंता का सबब बनेगी। प्यार के मामले में आज आप ग़लत समझे जा सकते हैं। इस राशि के छात्र-छात्राएं आज अपने कीमती समय का दुरुपयोग कर सकते हैं। आप मोबाइल या टीवी पर आवश्यकता से अधिक समय जाया कर सकते हैं। आपके वैवाहिक जीवन से सारा मज़ा खो सा गया मालूम होता है। अपने जीवनसाथी से बात करें और कुछ मस्तीभरी योजना बनाएँ। संगीत, नृत्य और बाग़बानी जैसे अपने शौक़ों के लिए भी समय निकालें। इससे आपको संतुष्टि का अनुभव होगा।

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मीन/Pisces

28 मई 2022:  

ख़ुद को ज़्यादा आशावादी बनने के लिए प्रेरित करें। इससे न सिर्फ़ आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और व्यवहार लचीला होगा, बल्कि डर, ईर्ष्या और नफ़रत जैसे नकारात्मक मनोभावों में भी कमी आएगी। अतिरिक्त आय के लिए अपने सृजनात्मक विचारों का सहारा लें। कोई दोस्त अपनी निजी समस्याओं के समाधान के लिए आपसे मश्वरा मांग सकता है। आपको आज ही अपने प्रिय को दिल की बात बताने की ज़रूरत है, क्योंकि कल बहुत देर हो जाएगी। खाली वक्त का आज आप सदुपयोग करेंगे और उन कामों को पूरा करने की कोशिश करेंगे जो बीते दिनों पूरे नहीं हो पाए थे। आप महसूस कर सकते हैं कि जीवनसाथी का प्यार सारे दुःख-दर्द भुला देता है। अगर आज के काम को आप कल पर टाल रहे हैं तो कल आपको इसका बुरा परिणाम भुगतना पड़ सकता है।

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panchang

पंचांग, 28 मई 2022

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं: तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।

नोटः आज मासशिवरात्रि व्रत तथा सावित्री चौदश है।

विक्रमी संवत्ः 2079, 

शक संवत्ः 1944, 

मासः ज्येष्ठ़, 

पक्षः कृष्ण

तिथिः त्रयोदशी दोपहरः 01.10 तक है,

 वारः शनिवार, 

नक्षत्रः भरणी अरूणोदयकाल 04.39 तक है, 

योगः शोभन रात्रि 10.22 तक, 

विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। शनिवार को देशी घी, गुड़, सरसों का तेल का दानदेकर यात्रा करें।

करणः वणिज, 

राहु कालः प्रातः 9.00 बजे से प्रातः 10.30 तक, 

सूर्य राशिः वृष,  चंद्र राशिः मेष, 

सूर्योदयः 05.28,  सूर्यास्तः 07.09 बजे। 

हिमाचल कांग्रेस कर रही हाईकमान की नाफरमानी, क्या सही निकलेगी PK की भविष्यवाणी

कांग्रेस हाईकमान ने जंबो कार्यकारिणी गठित की है, लेकिन कई गुटों में बंटी कांग्रेस को एकजुट करने का यह अच्छा प्रयास माना जा रहा है। पार्टी ने चार वर्किंग प्रेसीडेंट के साथ-साथ पदाधिकारियों की लंबी सूची जारी की है। हालांकि पड़ोसी राज्य पंजाब में चार वर्किंग प्रेसीडेंट का फॉर्मूला फेल साबित हुआ है और पंजाब में तीन अध्यक्ष अपनी सीट तक नहीं बचा पाए, लेकिन हिमाचल में यह प्रयोग कितना कारगर साबित होगा, देखते हैं। कांग्रेस पार्टी में एंट्री को लेकर बात नहीं बनने के बाद साइड हो चुके चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा था कि चिंतन शिविर से कांग्रेस का भला नहीं होने वाला। इत्तेफाक देखिए, उदयपुर में चिंतन शिविर संपन्न हुए अभी कुछ ही वक्त हुआ है और हिमाचल में पीके की बातें सही भी साबित होने लगी हैं। कांग्रेस हाईकमान के फरमान राज्य स्तरीय चिंतन शिविर से हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने पल्ला झाड़ दिया और अभी तक चिंतन शिविर को लेकर कोई फैसला फाइनल नहीं किया है। यहां ये मामला अभी इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी साल के आखिर में चुनाव होने हैं और कांग्रेस हाईकमान प्रदेश में पार्टी की जमीनी हकीकत से रूबरू होना चाहती है। 

कॉंग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह
  • सोनिया गांधी ने चिंतन शिविर में कांग्रेस यात्रा के साथ हर जिले में जग जागरण अभियान का भी ऐलान किया है। जन जागरण अभियान 15 जून से शुरू होगा और इसके जरिए महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर जनता को जागरूक किया जाएगा।
  • कांग्रेस ने अगले 90 से 180 दिनों में देशभर में ब्लॉक स्तर, जिला स्तर, प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर सभी रिक्त पदों को भरने की जवाबदेही सुनिश्चित करने का निर्णय लिया है।
  • संगठन को प्रभावी बनाने के लिए ब्लॉक कांग्रेस के साथ-साथ मंडल कांग्रेस कमेटियों का भी गठन किया जाएगा।
  • चिंतन शिविर में हर कांग्रेसी को देश के हर व्यक्ति से संपर्क बनाने को कहा गया है, क्योंकि राहुल गांधी ने खुद माना कि कांग्रेस का आम जन से संपर्क टूट गया है। इन सब बिंदुओं पर राज्य, जिला, ब्लॉक व मंडल स्तर के चिंतन शिविर में चर्चा की जाएगी।

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/ शिमला :

रणनीतिकार प्रशांत किशोर कह चुके हैं कि कांग्रेस को राष्ट्रीय चिंतन शिविर का कोई फायदा मिलने वाला नहीं है। उनकी भविष्यवाणी सच होगी या गलत, यह तो भविष्य के गर्भ में है, लेकिन हिमाचल प्रदेश में PK की कुछ बातें अभी से सच साबित होती दिख रही हैं।

हिमाचल कांग्रेस कर रही हाईकमान की नाफरमानी, क्या सही निकलेगी PK की भविष्यवाणी

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) ने निर्देश दिया कि 1 और 2 जून को सभी प्रदेशों में राज्य स्तरीय चिंतन शिविर किए जाए। इनमें उदयपुर में संपन्न तीन दिवसीय चिंतन शिविर में पार्टी द्वारा लिए गए निर्णयों व घोषणाओं को कार्यान्वित करने के साथ साथ प्रदेश में पार्टी के भावी कार्यक्रमों पर भी चर्चा की जाए।

राजस्थान के उदयपुर में चिंतन शिविर के दौरान कांग्रेस हाईकमान ने फरमान सुनाया था कि सभी राज्यों में पार्टी के राज्य स्तरीय चिंतन शिविर आयोजित होंगे। ऑल इंडिया कांग्रेस वर्किंग कमेटी का फैसला है कि आगामी 1 और 2 जून को सभी प्रदेशों में राज्य स्तरीय चिंतन शिविर आयोजित हों। इसमें उयदपुर चिंतन शिविर में लिए गए फैसले और घोषणाओं के क्रियांवयन और राज्य स्तरीय कार्यक्रमों पर चर्चा शामिल है। आदेश के मुताबिक, राज्य स्तरीय चिंतन शिविर में राज्य कार्यकारिणी के अलावा प्रदेश प्रभारी, सह प्रभारी, कांग्रेस विधायक और जिला अध्यक्षों की उपस्थिति जरूरी है।

उधर, एआईसीसी के फैसले से उलट हिमाचल पीसीसी चीफ प्रतिभा सिंह ने एक और दो जून को जिला और ब्लॉक अध्यक्षों के साथ बैठक सुनिश्चित की है लेकिन, राज्य स्तरीय चिंतन शिविर आयोजित होगी या नहीं इस पर अभी फैसला नहीं लिया गया है।

गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। सत्ताधारी भाजपा चुनाव में बंपर जीत को लेकर आश्वस्त है उधर, कांग्रेस उपचुनाव में मिली शानदार जीत के बाद भाजपा को पटखनी देने का दावा कर रही है। जबकि तीसरे मोर्चे के रूप में आम आदमी पार्टी भी चुनावी मैदान में उतरने को तैयार है।