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कुत्ता टहलाने के लिए स्टेडियम को खाली कराने का मामला सामने आने के बाद दोनों का ट्रांसफर दिल्ली से सैकड़ों किलोमीटर दूर कर दिया गया है।  आईएएस अधिकारी संजीव खिरवार का ट्रांसफर लद्दाख तो उनकी पत्नी रिंकू डुग्गा को अरुणाचल प्रदेश भेज दिया गया है। आईएएस दंपती का तबादला उन खबरों के सामने आने के बाद किया गया है जिनमें कहा गया था कि खिरवार त्यागराज स्टेडियम में शाम के समय अपने कुत्ते के साथ वॉक पर जाते हैं। इस दौरान खिलाड़ियों और कोच को स्टेडियम छोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है। तबादले से पहले तक खिरवार दिल्ली के प्रधान सचिव (Revenue) थे। वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शहर में सभी सरकारी खेल केंद्रों को रात 10 बजे तक खुला रखने का निर्देश दिया हैं। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को यह जानकारी दी। 

नई दिल्ली(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट :

 त्यागराज स्टेडियम में बीते गुरुवार को आईएएस दंपति द्वारा सुविधाओं का दुरुपयोग करते पाए जाने के बाद नई दिल्ली से उनका ट्रांसफर कर दिया गया है। आईएएस संजीव खिरवार को लद्दाख भेजा गया है, जबकि उनकी पत्नी रिंकू धुग्गा को अरुणाचल प्रदेश भेजा गया है। IAS दंपति स्टेडियम में कुत्ता घुमाने को लेकर विवादों में घिर गए थे। वहीं दोनों का ट्रांसफर होने के बाद सोशल मीडिया पर लोग तरह-तरह के सवाल पूछ रहे हैं। माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर #DogWalkingIAS भी ट्रेंड कर रहा है। इस दौरान कुछ यूजर्स ने फिल्म बागबान का गाना- मैं यहां, तू वहां.. गाने का मीम शेयर किया है।

दरअसल, दैनिक समाचार पत्र ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि आईएएस संजीव खिरवार और उनकी पत्नी रिंकू धुग्गा अपने कुत्ते को त्यागराज स्टेडियम में टहलाने के लिए ले जाते थे। दंपति द्वारा कुत्ते को टहलाने के लिए स्टेडियम में प्रमुख एथलीट और कोच को ट्रेनिंग को समय से पहले खत्म करने को कहा जाता था। इसके बाद मजबूरीवश आईएएस दंपति के खिलाफ शिकायत की गई। वहीं इस खबर के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ आ गई है।

संजीव 1994 बैच के IAS अधिकारी हैं, जो फिलहाल दिल्ली में रेवेन्यू कमिश्नर के पद पर तैनात थे। मामला सामने आने के बाद दिल्ली और केंद्र सरकार की काफी किरकिरी हो रही थी, जिसके बाद देर रात IAS दंपत्ति पर एक्शन लिया गया।

आईएएस दंपती का तबादला उन खबरों के सामने आने के बाद किया गया है जिनमें कहा गया था कि खिरवार त्यागराज स्टेडियम में शाम के समय अपने कुत्ते के साथ वॉक पर जाते हैं। इस दौरान खिलाड़ियों और कोच को स्टेडियम छोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है। तबादले से पहले तक खिरवार दिल्ली के प्रधान सचिव (राजस्व) थे।

ट्रांसफर ऑर्डर के बाद कुछ यूजर्स गृह मंत्रालय की कार्रवाई से खुश हैं और आदेश की सराहना कर रहे हैं।

ट्विटर पर नावीद नाम के एक यूजर मीम के जवाब में कहते हैं, “पति-पत्नी कहीं भी रहे, कुत्ता तो दिल्ली में ही रहेगा।” इस पर एक अन्य यूजर कहता है, “कुत्ता एक दिन पत्नी के पास रहेगा, एक दिन पति के पास।”

गौरतलब है कि त्यागराज स्टेडियम दिल्ली सरकार के अधीन आता है। 2010 में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान यह स्टेडियम बना था। यहाँ राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय एथलीटों के साथ ही फुटबॉल खिलाड़ी प्रैक्टिस करते हैं। लेकिन, गुरुवार (25 मई 2022) को मीडिया में यह खबर सामने आई थी कि पिछले कुछ समय से एथलीट और कोच परेशान हैं। दैनिक समाचार पत्र को एक कोच ने बताया था, “हम पहले यहाँ 8-8:30 बजे तक ट्रेनिंग कराते थे। लेकिन अब हमें शाम के 7 बजते ही स्टेडियम छोड़ने के लिए कहा जाता है ताकि अधिकारी अपने कुत्ते को टहला सकें। इस वजह से हमारी ट्रेनिंग और प्रैक्टिस पर असर पड़ रहा है।”

वहीं, 1994 बैच के आईएएस अधिकारी खिरवार ने इन आरोपों को सरासर गलत बताया था। उन्होंने ये माना था कि वह ‘कभी-कभी’ अपने पालतू कुत्ते को स्टेडियम में टहलाने के लिए ले जाते हैं। लेकिन इस बात से इनकार किया था कि इससे एथलीटों के प्रैक्टिस पर कोई असर पड़ता है।

इसके उलट कोच और एथलीटों का दावा था ,“पहले, हमने रात 8:30 बजे तक और कभी-कभी रात 9 बजे तक भी यहाँ ट्रेनिंग की। लेकिन अब हमारे पास कोई विकल्प नहीं है।” कई एथलीटों ने बताया कि उन्होंने अपनी ट्रेनिंग भारतीय खेल प्राधिकरण के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम (JLN) में ट्रांसफर कर ली है। वहाँ शाम 7:30 बजे के बाद फ्लडलाइट्स चालू हो जाती है।

बता दें कि मामला के तूल पकड़ने के बाद दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर जानकारी दी थी कि सरकार ने खिलाड़ियों को रात के 10 बजे तक सुविधाएँ मुहैया कराने के निर्देश सभी स्पोर्ट्स सेंटर्स को दिए हैं।

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