विश्रामगृह छछरौली में उच्च अधिकारियों की अनुमति के बगैर लगाए बैन मामले की जांच शुरू
- एक्स ई एन बोले विश्राम गृह में सूचना लगाने वाले के खिलाफ होगी कार्रवाई
कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रंट, छछरौली, यमुना नगर :
छछरौली विश्राम गृह में उच्चाधिकारियों की अनुमति के बिना पत्रकारों के प्रवेश पर बैन लगाने के तुगलकी फरमान के मामले में उस समय नया मोड़ आ गया। जब एक्स ई एन(XEn) ने किसी भी तरह की सूचना या बैन लगाने की इजाजत देने की बात से साफ इंकार कर दिया। वहीं इस मामले में एक्स ई एन ने प्रवेश बैन के मामले में जांच शुरू कर कार्रवाई का आश्वासन दिलाया है।
विभाग की तरफ से इसे किसी असामाजिक तत्वों की करतूत बताया है लेकिन बकायदा पत्रकारों के विश्राम गृह में प्रवेश ना करने वाला नोटिस भी चिपकाया गया था। हालांकि मामला मीडिया तक पहुंचने के बाद और उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद नोटिस को उतार दिया गया।
आपको बता दें हडौली मार्ग पर एक पुलिया का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है जिसमें घटिया सामग्री लगाए जाने के आरोप लगे थे। मौके पर निम्न स्तर की ईंटे होने की सूचना के बाद उच्चाधिकारियों द्वारा ईटो को बदलवा भी दिया गया था। यह मामला मीडिया में आने के बाद पीडब्ल्यूडी विभाग के कर्मचारियों द्वारा विश्राम गृह में पत्रकारों के प्रवेश पर बैन लगाने का नोटिस चिपकाया गया। इस बारे में जब पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन नवीन खत्री से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ठेकेदार द्वारा शुरुआत में पुलिया के निर्माण के लिए निम्न स्तर की ईंटें मंगवा दी गई थी। जिनको बदलवा दिया गया है। वही पत्रकारों के विश्राम गृह में प्रवेश पर बैन के नोटिस के बारे में उन्होंने कहा कि यह किसी शरारती तत्व का काम है। विभाग के किसी भी कर्मचारी ने यह नोटिस नहीं चिपकाया है और ना ही ऐसा कोई आदेश दिया गया है। मामला उनके संज्ञान में आने के बाद नोटिस को उतरवा दिया गया था। उनका यह भी कहना है कि इस प्रकार की हरकत करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।