आजमगढ़ के पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि रविवार को शहर कोतवाली क्षेत्र में धर्मांतरण की एक सूचना मिली थी, जिसके आधार पर मौके से तीन लोगों को हिरासत में लिया गया था। वहीं, पूछताछ के बाद आज (सोमवार) दो अभियुक्तों रौसीसुख पुत्र राजेश सुख और विजय कुमार पुत्र फुला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। आजमगढ़ जिले में धर्मांतरण का मामला सामने आने से हड़कंप मचा हुआ है। गौरतलब है कि जिले में तीन महीने में यह तीसरी धर्मांतरण की घटना है। इससे पहले शहर कोतवाली के सरायमंद राजा और ठंडी सड़क के मड़या में भी धन व भूत प्रेत का लालच देकर धर्मांतरण कराये जाने का मामला सामने आया था, जिसमें पुलिस ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की थी।
आजमगढ़, लखनऊ(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट :
यूपी के आजमगढ़ जिले में लगातार पैसों का प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराये जाने का खेल जारी है। ताजा मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के हरबंशपुर स्थित शाही पुल के समीप मड़या जयरामपुर मोहल्ले का है। वहीं, मकान में धर्मांतरण कराये जाने की सूचना पर पहुंची पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया था। इसके बाद दोनों से सख्ती से पूछताछ की तो धर्मांतरण की बात खुली। वहीं, पुलिस ने दोनों आरोपियों रौसीसुख और विजय कुमार को जेल भेज दिया है।
बहरहाल, विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों को रविवार को सूचना मिली कि शहर के मड़या जयरामपुर में एक मकान में कुछ लोगों द्वारा धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। इसके बाद विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और वीडियो और फोटो लेने लगे। वहीं, इसकी सूचना पुलिस को भी दे दी। इस दौरान मकान के अंदार काफी संख्या में महिलाएं मौजूद थीं और वहां प्रार्थना सभा भी चल रही थी। वहीं, मौके पर पहुंची पुलिस तीन लोगों को हिरासत में लेकर कोतवाली चली गई, जहां उनसे पूछताछ की गई.पुलिस ने मौके पर धर्म प्रचार सामग्री भी बरामद की।
अब आगे इनसे बाकी की पूछताछ होगी। बताया जा रहा है कि पकड़े गए तीन आरोपितों में से एक नाबालिग था, इसलिए पुलिस ने उसे छोड़ दिया। जो गिरफ्तार हुए उनके नाम रौसी सुख और विजय कुमार हैं। एसपी शैलेंद्र ने कहा है कि आरोपितों से पूछताछ के बाद कार्रवाई होगी।
विश्व हिंदू परिषद के आजमगढ़ के महामंत्री गौरव रघुवंशी ने बताया, “हमारे पास धर्म परिवर्तन से जुड़ी शिकायतें काफी लंबे समय से आ रही थी जो कि पूरी तरह गैर कानूनी है। मासूम जनता को तरह-तरह के लालच देकर धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा है। ऐसी चीजें बर्दाश्त नहीं की जाएँगी। हम माँग करते हैं कि इन लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई हो और भविष्य में इस काम को न दोहराया जाए।”
इस पूरे मामले में स्थानीय लोगों ने भी धर्म परिवर्तन के खेल की पोल पट्टी खोली है। उन्होंने कहा कि मकान में लोगों को जुटाकर ऐसे आयोजन होते रहते हैं, इसलिए उन्हीं लोगों ने ये शिकायत हिंदू संगठनों को दी थी। उनकी शिकायत के बाद पुलिस ने इस कार्यक्रम में रुकवाया।
उल्लेखनीय है कि यूपी में पहले भी धर्म परिवर्तन कराने की बहुत सी शिकायतें आती रही हैं। पिछले साल जामिया नगर से दो आरोपित पकड़े गए थे जिन्होंने मूक-बधिर बच्चों का धर्म परिवर्तन करवा दिया था। आरोप था कि ये गिरोह सालाना 200-300 लोगों का धर्म परिवर्तन करवाता था।