चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड का अफसर 10 हजार रिश्वत लेते काबू : CBI ने 10 हजार रिश्वत लेते किया गिरफ्तार
चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड के सीईओ आईएएस यशपाल गर्ग के अनुसार सीएचबी में पिछले कुछ समय से अकारण बड़ी संख्या में ई-फाइलें लंबित थी। इसे लेकर पहले भी संबंधित अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस दिया गया था। बुधवार को सीबीआइ ने सीएचबी के सीनियर सहायक शमशेर सिंह को रंगे हाथ दस हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उन्होंने मनीमाजरा के माडर्न हाउसिंग कांप्लेक्स में एक रेजिडेंशियल यूनिट के हस्तांतरण से संबंधित आवेदन को लेकर उक्त रिश्वत की मांग की थी। इस मामले में सीबीआइ की ओर से शिकायत और अन्य जानकारी अभी साझा नहीं की गई है।
कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :
चंडीगढ़ सीबीआई की टीम ने चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड (सीएचबी) के सीनियर असिस्टेंट शमशेर सिंह को 10 हजार रुपए रिश्वत लेते दबोचा है। जानकारी के मुताबिक हाउसिंग बोर्ड के दफ्तर से उसकी गिरफ्तारी की गई है। सीबीआई की टीम ने दफ्तर में दस्तावेजों की जांच कर रही है। वहीं हाउसिंग बोर्ड के दफ्तर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी जांची जा रही है। आरोप के मुताबिक उसने मार्डन हाउसिंग काम्प्लैक्स, मनीमाजरा में एक अर्जीकर्ता की रेजिडेंशियल युनिट के ट्रांसफर के नाम पर रिश्वत ली है। सीबीआई इस पूरे मामले की जांच में जुटी है। आरोपी को वीरवार सीबीआई कोर्ट में पेश किया जाएगा।
CHB के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) यशपाल गर्ग ने जानकारी दी कि 31 मार्च, 2022 को एक शिकायत मिली थी। इसके मुताबिक कुछ ई-फाइल्स CHB अफसरों/कर्मियों ने अनावश्यक रूप से लंबित रखी हुई थीं। इसकी शिकायत मिली और तुरंत जांच करवाई गई तो जांच के दौरान शिकायत के पीछे कुछ ठोस आधार नजर आया। फाइल वर्क में जानबूझकर देरी को लेकर अफसरों/कर्मियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए।
यशपाल गर्ग ने कहा है कि भ्रष्टाचार को लेकर चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड में जीरो टॉलरेंस पॉलिसी है। ऐसे मामलों में हमेशा सख्त कार्रवाई की जाती है। इस केस में भी बोर्ड की ओर से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इससे अन्य अफसरों/कर्मियों को ऐसे शर्मनाक कृत्यों से बचे रहने की सीख मिलेगी।
सीबीआई ने आरोपी के घर पर भी छापामारी की। इस दौरान कई अहम दस्तावेज कब्जे में लिए। सीबीआई आरोपी को गुरुवार को सीबीआई अदालत में पेश करेगी। आरोपी मनीमाजरा स्थित मोर्डन कंपलेक्स में मकान ट्रांसफर के एवज के लिए पैसे मांग रहा था।