कांग्रेस में ‘एक परिवार, एक टिकट’ का फॉर्मूला लागू, फैसला गांधी परिवार पर लागू नहीं होगा
कांग्रेस के उदयपुर चिंतन शिविर के पहले दिन सोनिया गांधी ने पार्टी में एकता का संदेश दिया. उन्होंने कहा, पार्टी के सदस्यों से मेरा आग्रह है कि वे शिविर में खुलकर अपने विचार व्यक्त करें। लेकिन मजबूत पार्टी एवं एकता का एक संदेश देश में जाना चाहिए। इसके अलावा उदयपुर चिंतन शिविर के पहले दिन तय किया गया कि कांग्रेस में ‘एक परिवार, एक टिकट’ का फॉर्मूला लागू किया जाएगा. परिवार के दूसरे सदस्य को कम से कम पांच साल तक संगठन में काम करने पर टिकट मिलेगा। हालांकि बताया जा रहा है कि यह फैसला गांधी परिवार पर लागू नहीं होगा।
सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/राजस्थान :
अगले चुनावों से पहले टिकट दिए जाने को लेकर कांग्रेस बड़े स्तर पर बदलाव की तैयारी कर रही है। अब एक परिवार से केवल एक ही टिकट मिलेगा। उदयपुर में चिंतन शिविर में संगठन में बदलाव और राजनीतिक मामलों पर बने पैनल ने यह सिफारिश की है।
कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी महासचिव अजय माकन ने उदयपुर में मीडिया से बातचीत में कहा- हमारे पैनल में यह चर्चा हुई है कि एक परिवार से एक टिकट के फार्मूला को लागू किया जाए। जिसे भी टिकट दिया जाए, उसने कम से कम 5 साल पार्टी में काम किया हो। सीधे टिकट नहीं दिया जाए। नए आने वालों नेताओं को टिकट नहीं मिलेगा, लेकिन इस नियम में गांधी परिवार को छूट दी जाएगी। यह फार्मूला उन पर लागू नहीं होगा।
माकन ने कहा, “इस प्रस्ताव पर पैनल के सदस्यों के बीच लगभग पूरी तरह से एकमत सहमति है कि पार्टी के नेता अपने परिवार और रिश्तेदारों को टिकट नहीं देंगे। पार्टी नेता यह सुनिश्चित करेंगे कि परिवार या रिश्तेदारों को पार्टी में बिना किसी काम के टिकट न दें, उन्हें टिकट दिए जाने से पहले पार्टी में कम से कम 5 साल तक काम करना होगा।”
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, यहां तक कि अगर चिंतन शिवर में ‘एक परिवार, एक टिकट’ नियम को मंजूरी दे दी जाती है, तो शायद ही यह नियम गांधी परिवार पर लागू हो। अजय माकन के मुताबिक एक परिवार के किसी दूसरे सदस्य को टिकट तभी मिलेगा जब वह संगठन में पांच साल तक काम कर चुका होगा।
नेताओं का कहना है कि कांग्रेस “सांप्रदायिक ध्रुवीकरण” पर चर्चा की योजना बना रही है और राज्य के चुनावों और 2024 के राष्ट्रीय चुनाव की तैयारी कर रही है।
अजय माकन ने कहा, “कोई भी व्यक्ति जो लगातार पद पर रहा है उसे पद छोड़ना होगा और उस व्यक्ति के उसी पद पर वापस आने पर तीन साल के कूलिंग पीरियड से गुजरना होगा।” उन्होंने कहा कि चिंतन शिविर में यह भी प्रस्ताव रखा गया है कि संगठन में हर स्तर पर 50 प्रतिशत जगह युवाओं को दी जाए। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि ब्लॉक और बूथ समितियों के बीच मंडल समिति बनाने पर सहमति, एक मंडल समिति में 15 से 20 बूथ होंगे।
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘ कांग्रेस में काम करने की व्यवस्था बहुत पुरानी है। इस चिंतन शिविर के माध्यम से इसमें आमूल-चूल परिवर्तन किया जाएगा।’ चिंतन शिविर के लिए बनी कांग्रेस की संगठन संबंधी समन्वय समिति के सदस्य माकन ने कहा, “संगठन का निचला स्तर बूथ समिति का होता है। ब्लॉक समिति के नीचे बूथ आते हैं। लेकिन अब इनके बीच में, मंडल समिति बनाने का प्रस्ताव है। हर मंडल समिति में 15 से 20 बूथ होंगे। इस पर सर्वसम्मति भी है।”
उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर पर सर्वेक्षण और इस तरह के अन्य कार्यों के लिए पार्टी में “पब्लिक इनसाइट डिपार्टमेंट’ बनाने का भी प्रस्ताव है। माकन ने कहा, “इसके अलावा यह भी प्रस्ताव है कि पदाधिकारियों के कामकाजी प्रदर्शन की जांच परख के लिए आकलन इकाई (असेसमेंट विंग) बने ताकि अच्छी तरह काम करने वालों को जगह मिले और काम नहीं करने वालों को हटाया जाए।”