पंचांग, 12 मई 2022

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं: तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।

नोटः आज मोहिनी एकादशी व्रत है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, मोहिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु ने समुद्र मंथन के दौरान निकले अमृत कलश को असुरों से बचाने के लिए मोहिनी अवतार धारण किया था, इसलिए इसे मोहिनी एकादशी कहा जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, मोहिनी एकादशी का व्रत करने वाले व्यक्ति को मोह के बंधन से दूर होने और मोक्ष पाने में मदद मिलती है।

मोहिनी एकादशी व्रत कथा पढ़ने का आनंद और ज्ञान लें :

विक्रमी संवत्ः 2079, 

शक संवत्ः 1944, 

मासः वैशाख़, 

पक्षः शुक्ल, 

तिथिः एकादशी सांय 6.52 तक है, 

वारः गुरूवार, नक्षत्रः उत्तराफाल्गुनी सांय 07.30 तक है, 

योगः हर्ष सांय 05.50 तक।  

विशेषः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगाये और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।

करणः वणिज, 

सूर्य राशिः मेष,  चंद्र राशिः कन्या, 

राहु कालः दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 05.36,  सूर्यास्तः 06.59 बजे।