क्या सिद्धू मान या किशोर के साथ सियासी गठबंधन में शामिल हो सकते हैं?

नवजोत सिंह सिद्धू राजनीति का ऐसा नाम हैं जिनके बारे में कुछ भी पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता। कभी वह आम आदमी पार्टी और उसकी सरकारों की आलोचना करते हैं, तो कभी भगवंत मान को ‘छोटा भाई’ और ईमानदार बताकर तारीफ करने लगते हैं। इसी बीच नवजोत सिंह सिद्धू ने बताया है कि वह मुख्यमंत्री भगवंत मान से मिलने जा रहे हैं। उनके इस ट्वीट पर यह कयास भी लगाए जा रहे हैं कि कहीं वह आम आदमी पार्टी से अपनी नजदीकियां बढ़ाने में तो नहीं लग गए हैं।

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ :

पार्टी में अनुशासनहीनता के आरोपों का सामना कर रहे पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की आज सीएम भगवंत मान की होने वाली मुलाकात सुर्खियों में है। सीएम के साथ प्रस्तावित बैठक को लेकर यह चर्चा है कि सिद्धू अपने राजनीतिक विकल्पों की खोज करने में जुटे हुए हैं। यह मुलाकात ऐसे समय पर हो रही है जब कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की भी दिल्ली में बैठक होगी, जिसमें ‘चिंतन शिविर’ के एजेंडे को अंतिम रूप दिया जाएगा। जानकारों का कहना है कि अगर पूर्व के घटनाक्रमों को देखा जाए तो जब भी अनुशासन को लेकर हाईकमान तलब करती रही है तो सिद्धू एक दबाव बनाने की कोशिश करते हैं।

एक दैनिक की रिपोर्ट के अनुसार, सिद्धू पहले ही कथित पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते संभावित रूप से अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना कर रहे हैं। इधर, पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश चौधरी ने कमेटी से उनके खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी करने की सिफारिश की है। चौधरी ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा है कि उन्होंने पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग की तरफ से लिखित नोट मिला है।

चौधरी ने बताया है कि वडिंग ने अपने पत्र में इस बात पर जोर दिया है कि पूर्व क्रिकेटर और टीवी हस्ती को खुद को ‘पार्टी से ऊपर’ नहीं दिखाना चाहिए। इससे पहले ‘पार्टी विरोधी टिप्पणियों’ के चलते कांग्रेस ने पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ को भी सभी पदों से हटा दिया था। खास बात है कि सिद्धू को लेकर शिकायत AICC की अनुशासन समिति को भेजी गई है, लेकिन सभी सदस्यों के उपलब्ध नहीं होने के चलते इसे रद्द कर दिया गया था।

रिपोर्ट में कांग्रेस सूत्रों के हवाले से लिखा है कि सिद्धू ने अपनी बैठक को लेकर वडिंग को जानकारी नहीं दी थी। सूत्रों ने सीएम मान के साथ कांग्रेस नेता की इस बैठक पर सवाल उठाए हैं और दावा किया है कि यह प्रदेश के नेतृत्व को कमजोर कर रही है।

हाल ही में एक ट्वीट में सिद्धू ने मान को ईमानदार बताया था। वहीं, इसके बाद उन्होंने ड्रग पैडलर्स का एक वीडियो साझा कर राज्य सरकार पर सवाल उठाए थे। रिपोर्ट के अनुसार, पार्टी के एक नेता ने कहा, ‘ये सब माइंड गेम्स हैं। पार्टी को कन्फ्यूज किया गया है। शायद यह उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई से पहले आलाकमान पर दबाव डालने का प्रयास है।’

इसके अलावा हाल ही में सिद्धू ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से भी दिल्ली में मुलाकात की थी। इसके बाद अटकलें लगाई जाने लगी थी कि वह किशोर के साथ सियासी गठबंधन में शामिल हो सकते हैं।