पंचांग 07 मई
पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं: तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।
नोटः आज श्री रामानुज जयंती है।
विक्रमी संवत्ः 2079
शक संवत्ः 1944
मासः वैशाख़
पक्षः शुक्ल
तिथिः षष्ठी दोपहर 02.57 तक है
वारः शनिवार
नक्षत्रः पुनर्वसु दोपहर 12.18 तक है
योगः शूल सांय 07.58 तक
विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। शनिवार को देशी घी, गुड़, सरसों का तेल का दानदेकर यात्रा करें।
करणः तैतिल
राहु कालः प्रातः 9.00 बजे से प्रातः 10.30 तक,
सूर्य राशिः मेष चंद्र राशिः कर्क
सूर्योदयः 05.40, सूर्यास्तः 06.56 बजे।