उदयभान हरियाणा कांग्रेस के नए प्रधान, रामकिशन गुर्जर, श्रुति चौधरी, सुरेश गुप्ता कार्यकारी अध्यक्ष
कांग्रेस ने हरियाणा में बड़ा बदलाव किया है। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता ने हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष कुमारी शैलजा का इस्तीफा पार्टी ने मंजूर कर लिया है। याद रहे कि दलित चेहरा और सोनिया गांधी की करीबी होने के चलते शैलजा को हरियाणा की जिम्मेदारी दी गई थी। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष बनने से पहले वे राज्यसभा सदस्य रह चुकी हैं। पार्टी ने दलित नेता उदयभान को हरियाणा कांग्रेस का नया अध्यक्ष बनाया है। इसके अलावा चार कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाए गए हैं। जिन्हें पार्टी ने कार्यकारी अध्यक्ष बनाया है, वे हैं श्रुति चौधरी, राम किशन गुज्जर, जीतेंद्र कुमार भारद्धाज और सुरेश गुप्ता।
कांग्रेस ने हरियाणा में बड़ा बदलाव किया है। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता ने हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष कुमारी शैलजा का इस्तीफा पार्टी ने मंजूर कर लिया है। सूत्रों से पता चला है कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेस विधायक दल के नेता और नेता प्रतिपक्ष रहेंगे। वहीं उदय भान को प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया जा सकता है। उदय भान देश की ‘आया राम, गया राम’ राजनीति के जनक स्वर्गीय चौधरी गया लाल के पुत्र हैं। उदय भान पलवल जिले के होडल व हसनपुर सुरक्षित विधानसभा क्षेत्र से तीन बार विधायक रह चुके हैं।
सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 27 अप्रैल :
वहीं उदय भान के पिता स्वर्गीय चौधरी गया लाल भी दो बार विधायक रह चुके हैं। 2019 के विधानसभा चुनाव में उदय भान हार गए थे। सूत्रों के अनुसार नए प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान के साथ तीन कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाए गए हैं, वे हैं श्रुति चौधरी, राम किशन गुज्जर, जीतेंद्र कुमार भारद्धाज और सुरेश गुप्ता।
पिछले दिनों कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने हरियाणा के पार्टी नेताओं से मुलाकात की थी। उन्होंने नेताओं से साथ मिलकर काम करने को कहा था। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कुमारी शैलजा को हटाकर अपने बेटे दीपेंद्र हुड्डा को कमान सौंपे जाने की वकालत की थी।
सोमवार को हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी विवेक बंसल ने पार्टी चीफ सोनिया गांधी के साथ 10 जनपथ पर बैठक की थी। खास बात है कि हरियाणा विधानसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी पहले ही नेतृत्व में बदलाव की तैयारी कर रही थी क्योंकि कांग्रेस मजबूत आधार तैयार करने के लिए संगठन स्तर पर बदलाव करने की प्रक्रिया में है।
दूसरी ओर हरियाणा में आम आदमी पार्टी की बढ़ती सक्रियता के कारण भी कांग्रेस में चल रही तनातनी को खत्म करना जरूरी हो गया है। हाल ही में कांग्रेस को पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद कांग्रेस वर्किंग कमेटी ने संगठन में बदलाव का फैसला किया है।
याद रहे कि दलित चेहरा और सोनिया गांधी की करीबी होने के चलते शैलजा को हरियाणा की जिम्मेदारी दी गई थी। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष बनने से पहले वे राज्यसभा सदस्य रह चुकी हैं।