चंडीगढ़ 24 अप्रैल
देश भर से एकजुट हुए संतों ने भारत में हिंदुओं की सुरक्षा पर गम्भीर चर्चा की।दरअसल इस सब का मूल कारण 370 धारा और उसकी कई उप धाराएं भी हैं जिन्होंने अराजक लोगों को संरक्षण किया, धन उपलब्ध कराया और पर्दे के पीछे से एक तरह से विकृत मानसिकता को संरक्षण संवर्धन हुआ लेकिन जब उनको वहां मनभावन परिणाम नहीं मिले तो अलगाववादी अंसर पूरे देश में फैलने लगे हैं।अभी तक उनकी पत्थरबाजी हमारी सेना पर होती थी लेकिन अब रामनवमी और हनुमान जयंती पर पूरे देश के शांति सद्भाव और एकता को खतरे में डालकर अलगाववादी रोहिंग्या व बंगलादेशियों पर नकेल कसने की आवश्यकता है ।
कुराली बाईपास पर बगलामुखी धाम में हुए तीन दिवसीय राष्ट्रीय संत समागम विश्व भाई ने एकमत से सभी संतो ने यह माना की ऐसी परिस्थिति में समग्र सनातन धर्मावलंबियों को एक होने की जरूरत है और जब एक होंगे तभी शांति का वातावरण रहेगा लेकिन प्रशासन को भी सख्त होना पड़ेगा । जगतगुरु पंचानंद गिरी ने कहा कि यह एक तरह से धर्म पर हमला है ,संविधान पर हमला है लोगों की आस्था पर हमला है ,श्रद्धा पर हमला है और यह एक तरह से पचासी करोड़ों लोगों की जन भावनाओं को कुचलने का एक तरह से खुला चैलेंज है। जिन व्यक्तियों से भारत का अमन चैन सद्भाव जिनसे हजम नहीं हो रहा वह भारत को ले जाना चाहते हैं इसमें कुछ विदेशी शक्तियां हैं और कुछ भारत में रहकर आस्तीन के सांप है देखने के लिए तो सब क तो देश प्रेम की बात करेंगे लेकिन पर्दे के पीछे से अराजक तत्वों को प्रोत्साहन करते हैं इनके साथ सख्ती से निपटने की जरूरत है।
सम्मेलन में भारतीय न्यायपालिका पर भी सवालिया निशान होते शंकराचार्य नरेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि कॉलेजियम सिस्टम खत्म करके जजों की भी परीक्षा होनी चाहिए उन्होंने कहा कि इस वक्त लगभग 15% जजों की भूमिका संदेह के दायरे में है उन्होंने मांग की कि भारत में जब पुलिस व नेता सभी योग डॉक्टर सभी योग्य हो तभी भारतवर्ष में अगले 50 से 100 वर्ष तक शांति व सुशासन रहेगा ।
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- राशिफल, 17 मई 2025