कांग्रेस ने 134 का नियम बनाया था तो  उनका फर्ज़  था कि उसको लागू भी करते : कंवरपाल

  • 25 अप्रैल से खेली जाएगी 38वी आल इंडिया शहीद भगत सिंह बॉयज अंडर-18 क्रिकेट टूर्नामेंट
  • आरटीई और  धारा 134 ए एक साथ नहीं चल सकते : कंवरपाल
  • कँवर पाल  ने कहा कि पहले सुशील गुप्ता पंजाब के मुख्यमंत्री से यह बातें कहलवा लें : कंवरपाल
  • फिलहाल प्रदेश में कोविड  की स्थिति नियंत्रण में है : कंवरपाल
  • दिल्ली से ही उठता प्रदूषण  हरियाणा को प्रदूषित करता है : कंवरपाल

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट – चंडीगढ़,20 अप्रैल :

 हरियाणा में 134 ए के लागू होने पर विपक्ष द्वारा किए जा रहे बवाल पर मंत्री कंवरपाल ने कहा कि जो कांग्रेस आज बड़ी-बड़ी बातें कह रही है  इसी कांग्रेस ने 134 का नियम बनाया था तो  उनका फर्ज़  था कि उसको लागू भी करते। उनके बनाए नियम पर भारतीय जनता पार्टी ने कार्य किया और उसको कार्यान्वित किया। कांग्रेस के राज में एक भी प्रवेश नहीं हुआ । कँवर पाल  ने कहा आरटीई और  धारा 134 ए एक साथ नहीं चल सकते।

 उन्होंने कोविड  निर्देशों पर बातचीत करते हुए कहा स्कूलों में जरूरत के अनुसार सभी नियमों का पालन किया जा रहा है । आने वाले समय में कोविड की परिस्थितियां क्या रूप लेती हैं अभी कुछ भी कहना मुश्किल है। फिलहाल प्रदेश में कोविड  की स्थिति नियंत्रण में है।

पिछले दिनों सतलुज यमुना लिंक पर बात करते हुए  आम आदमी पार्टी के हरियाणा से राज्य सभा  सांसद सुशील गुप्ता यह दावा करने से पहले कि हरियाणा में अगर उनकी पार्टी जीत कर आएगी तो हरियाणा को उनके हिस्से का पानी मिलेगा।  इस पर  व्यंगात्मक  अंदाज में बात करते हुए मंत्री  कँवर पाल  ने कहा कि पहले सुशील गुप्ता पंजाब के मुख्यमंत्री से यह बातें कहलवा लें कि हरियाणा को वह पानी देने के लिए तैयार हैं, उसके बाद ही जनता के समक्ष कोई इस तरह की बात रखें।

एस वाई एल मामले में न्यायालय ने कहा है कि दोनों प्रदेश आपसी बातचीत से  बात निपटा लें इसपर उन्होंने  कहा के अब  बातचीत की स्थिति रही ही नहीं । इस पर फैसला न्यायालय में ही होगा क्योंकि हरियाणा अपने हिस्से का पानी मांग रहा है  ना कि कोई फालतू बची हुई चीज।

 केजरीवाल द्वारा प्रदूषण  की बात को एक व्यर्थ का प्रलाप बताया उन्होंने उल्टा  दिल्ली से ही उठता प्रदूषण  हरियाणा को प्रदूषित करता है , इसका प्रमाण है कि हरियाणा से बहती यमुना दिल्ली पहुंचते ही  बदतर स्थिति में आ जाती है।