दिल्ली में कल स्कूलों के लिए जारी होगा Covid-19 गाइडलाइंस : Dy॰ CM सिसोदिया

मास्क न पहनने पर फिर से जुर्माना लगाने के सवाल पर मनीष सिसोदिया ने कहा कि, अभी ऐसा कोई विचार नहीं है। MCD यूनिफिकेशन का नोटिफिकेशन जारी होने पर पर मनीष सिसोदिया ने कहा कि, MCD को एक करने के बाद इन सबका सामाधान निकलता नहीं दिख रहा है कि दिल्ली साफ कैसे होगी, सफाई कर्मचारियों को तनख्वाह कैसे मिलेगा, भ्रष्टाचार कैसे दूर होगा। लेकिन इतना जरूर दिख रहा है कि चूंकि MCD चुनाव में BJP बुरी तरह से हार रही थी, इसलिए उसने चुनाव टाल दिया।

  • दिल्‍ली में कोरोना की पॉजिटिविटी रेट 5 फीसदी से ज्यादा हुई
  • शनिवार केा 461 केस सामने आए, लौट सकती हैं पाबंदियां
  • मास्‍क न लगाने पर 500 रुपये जुर्माना फिर वसूला जा सकता है
  • नोएडा से 70 और गाजियाबाद से भी 17 नए केस मिले हैं

नई दिल्ली(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट :

द‍िल्‍ली में कोरोना की रफ्तार तेजी से बढ़ने लगी है। कोरोना संक्रम‍ित मरीजों का आंकड़ा भी 1,729 पहुंच गया और दैन‍िक संक्रमण दर भी 7.72 फीसदी र‍िकॉर्ड की गई है। ऐसे में अब इसके और तेजी के साथ बढ़ने के आसार नजर आ रहे हैं। इन बढ़ते मामलों को लेकर द‍िल्‍ली सरकार भी पूरी तरह से अलर्ट मोड में आ गई है और आने वाले समय में जरूरत पड़ने पर सख्‍त कदम उठाने की संभावना भी जता रही है।

दिल्‍ली में शनिवार को दो मौतें दर्ज हुईं। 15 मार्च के बाद पहली बार दिल्‍ली में कोरोना वायरस से संक्रमित किसी व्‍यक्ति की मौत हुई है। 24 घंटों में 461 केस का आंकड़ा 48 दिनों में सबसे ज्‍यादा है। इससे पहले 27 फरवरी को 484 केस आए थे। अगर अगले कुछ दिन तक पॉजिटिविटी रेट 5% से ज्‍यादा रहता है तो सरकार कुछ पाबंदियां लगा सकती हैं। पब्लिक प्‍लेसेज पर मास्‍क जरूरी किया जा सकता है। बुधवार को DDMA की बैठक होनी है, उसी के बाद फैसला होगा।

केसेज बढ़ने के साथ ही इस बात पर चर्चा तेज है कि कहीं यह अगली लहर की आहट तो नहीं। हालांकि डॉक्‍टर्स का कहना है कि संक्रमण हल्‍का ही रहने के आसार हैं। उन्‍होंने कहा कि अगर पॉजिटिव केसेज का आंकड़ा बढ़ता भी है तो भी पिछली लहर जितने गंभीर केस नहीं आएंगे। अप्रैल की शुरुआत से ही केसेज बढ़ रहे हैं, डेटा बताता है कि अस्‍पतालों में भर्ती मरीजों की संख्‍या उस हिसाब से नहीं बढ़ी है। दिल्‍ली में अभी केवल 0.61% बेड्स पर ही मरीज भर्ती हैं।

घबराने की बिल्कुल जरूरत नहीं है क्योंकि इस तरह की स्थिति बनती रहेगी और कुछ दिनों में राहत भी मिल जाएगी। सतर्क रहना जरूरी है। भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन जरूर करें।

कोविड अस्पतालों में जितने मरीज भर्ती हैं, उसमें 8 मरीज ऑक्सिजन सपोर्ट पर हैं। वेंटिलेटर पर कोई मरीज नहीं है। कोरोना की तेज होती रफ्तार के चलते एक्टिव मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। इस समय दिल्ली में 1,262 एक्टिव मरीज हैं और 772 मरीज होम आइसोलेशन में इलाज करवा रहे हैं। शहर में कंटेनमेंट जोन की संख्या 652 है।

कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच अब ज्यादा नमूनों को जीनोम जांच के लिए भेजा जा रहा है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या दिल्ली में कोई नए वैरिएंट की एंट्री हुई है? कुछ दिन पहले तक हुई जीनोम जांच में 100 फीसदी मामलों में ओमीक्रोन वैरिएंट ही पाया जा रहा था।

बढ़ते मामलों को लेकर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि सरकार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। उन्होंने कहा कि केस बढ़ रहे हैं लेकिन अस्पतालों में एडमिशन नहीं बढ़े हैं। डीडीएमए की 20 अप्रैल को होने वाली बैठक को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में कोविड की स्थिति की समीक्षा की जाएगी। स्कूलों में मिल रहे कोविड के मामलों पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने स्कूलों को दिशानिर्देश जारी किए हैं। स्कूलों से अपील है कि कोई भी मामला सामने आने पर शिक्षा विभाग को तुरंत जानकारी दी जाए। अगर स्कूल में कोई केस रिपोर्ट होता है तो क्लास या विंग को बंद किया जा सकता है। जरूरत पड़ने पर स्कूल को भी कुछ समय के लिए बंद करने का भी फैसला लिया जा सकता है।