दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज आतंकवादियों की स्लीपर सेल बन गए हैं, एनआईए को इसकी जांच करनी चाहिए – सुरेन्द्र जैन
ने कहा कि जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के लिए निश्चित रूप से जिहादी मानसिकता जिम्मेदार है और ऐसा भारत या दिल्ली में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में हो रहा है। इस हमले को लेकर किसी भी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सामान्य हमला नहीं है। यह दिल्ली में हनुमान जयंती के जुलूस पर पूर्व नियोजित आतंकवादी हमला है। दिल्ली पुलिस ने राजधानी के जहांगीरपुरी इलाके में हनुमान जयंती जुलूस के दौरान हुई हिंसा में कथित संलिप्तता के आरोप में 21 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें हिंसा का पीछे का मास्टरमाइंड अंसार और एक अन्य व्यक्ति असलम शामिल है, जिसने कथित तौर पर एक सब-इंस्पेक्टर पर गोली चलाई थी।
विहिप नेता ‘सुरेन्द्र जैन’ ने कहा “दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज आतंकवादियों की स्लीपर सेल बन गए हैं। मेरी केंद्र सरकार से मांग है कि एनआईए से इसकी जांच होनी चाहिए, क्योंकि इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा शामिल है।” अब बड़ा प्रश्न यह है की क्या आम आदमी पार्टी अब सुरेन्द्र जैन से सार्वजनिक माफ मंगवाएगी और उन पर मान हानी का मुक़द्दमा भी चलाएगी ??
नयी दिल्ली(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट – 18 अप्रैल :
विश्व हिंदू परिषद ने हनुमान जयंती पर दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई हिंसा की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) से जांच कराने की मांग की है। वि हि प के अंतर्राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने दावा किया कि दिल्ली में जिहादी आतंकवाद बम तैयार है जो कभी भी फट सकता है। जैन ने कहा, “दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज आतंकवादियों की स्लीपर सेल बन गए हैं। मेरी केंद्र सरकार से मांग है कि एनआईए से इसकी जांच होनी चाहिए, क्योंकि इसमें राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा शामिल है।”
हिंसा के पीछे बड़ी साजिश की ओर इशारा करते हुए सुरेंद्र जैन (Surendra Jain) ने कहा कि यह एक पूर्व नियोजित आतंकवादी हमला है। दिल्ली में जिहादी आतंकवाद का बम टिक-टिक कर रहा है, जो कभी भी फट सकता है। उन्होंने कहा कि यह सामान्य हमला नहीं है। इस हमले को लेकर किसी भी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए।
मालूम हो कि दिल्ली के जहाँगीरपुरी इलाके में सोमवार (18 अप्रैल, 2022) को पुलिस की टीम पर एक बार फिर पथराव किया गया। पुलिस हिंसा में शामिल कुछ लोगों से पूछताछ करने के लिए गई थी। इसी बीच जब वह एक महिला से पूछताछ कर रही थी, तभी कुछ लोगों ने अपने घरों से पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पथराव के बावजूद पुलिस की टीम महिला को अपने साथ ले गई। यह महिला उस मोहम्मद सोनू की बीवी है जो 16 अप्रैल की हिंसा के दौरान पत्थरबाजों के बीच से गोली चलाता वीडियो में दिखा था।
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गौरतलब है कि जहाँगीरपुरी हिंसा के 100 से ज्यादा वीडियो व सीसीटीवी फुटेज सामने आए हैं। इन्हीं में से एक वीडियो में मोहम्मद सोनू गोली चलाते हुए दिख था। वह हिस्ट्रीशीटर सलीम चिकना का भाई है। बता दें कि दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच इस मामले में अब तक 23 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिनमें कई हिंदू भी हैं। इसके अलावा आरोपितों में 2 नाबालिग भी हैं। जहाँगीरपुरी हिंसा के बाद फोरेंसिक टीम घटनास्थल पर पहुँचकर सबूत जुटा रही है।