बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर की जयंती पर पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने किया नमन

  • सेक्टर 25 स्थित अंबेडकर चौंक पर पुष्प अर्पित कर किया याद,चंद्रमोहन ने कहा बाबा साहेब ने दिया सभी को बराबर का हक

कोरल ‘पुरनूर’ पंचकूला, डेमोक्रेटिक फ्रंट – 14 अप्रैल 22 :

संविधान निर्माता बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर की जयंती पर कांग्रेसियों द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन सेक्टर 25 स्थित अंबेडकर चौंक पर किया गया जहां हरियाणा के उपमुख्यमंत्री रह चुके भाई चंद्रमोहन के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने बाबा साहेब की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते हुए उन्हें याद किया।चंद्रमोहन ने कहा कि आज जरूरत है बाबा साहेब द्वारा दिखाए गए रास्ते पर चलकर उनके सिद्धांतो का पालन करने की।

भाई चन्द्रमोहन ने कहा बाबा साहेब ने हमेशा गरीबों और जरुरतमंद लोगों की आवाज उठाई थी। सविंधान द्वारा हमें जो मौलिक अधिकार दिए गए हैं, वर्तमान भाजपा सरकार उन अधिकारों पर कुठाराघात कर रही है और हमारे सविंधान को खंडित करने के कुप्रयास कर रही हैं। ऐसे में हमारी जिम्मेदारी बनती है कि देश के सविंधान को बचाने के लिए बाबा साहब की शिक्षाओं का ज़ोर शोर से प्रचार प्रसार किया जाये

भाई चन्द्रमोहन  ने कहा कि बाबा साहेब ने दलितों के खिलाफ किए जा रहे सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध अभियान चलाया और महिला अधिकारों, दलितों का समर्थन किया। 1990 में उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से मरणोपरांत सम्मानित किया गया। डॉ. अंबेडकर को 29 अगस्त 1947 को संविधान की प्रारूप समिति का अध्यक्ष बनाया गया था। उनकी अध्यक्षता में 2 साल 11 महीने और 18 दिन के बाद संविधान बनकर तैयार हुआ।बी.आर. अंबेडकर कई प्रतिभाओं के व्यक्ति थे। वे एक राजनीतिज्ञ, न्यायविद, अर्थशास्त्री और समाज सुधारक थे।

अंबेडकर जी की 131वी  जयंती के मौके पर जाने कुछ बातें
बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को महू, मध्यप्रदेश के एक गांव में हुआ था। बचपन से ही आर्थिक और सामाजिक भेदभाव देखने वाले आंबेडकर ने विषम परिस्थितियों में पढ़ाई शुरू की थी। इतना ही नहीं बाबा साहेब को स्कूल में काफी भेदभाव झेलना पड़ा था। दलित समाज के उत्थान और उन्हें जागरुक करने में डॉ. भीमराव आंबेडकर का योगदान अतुल्य है। बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर का जीवन संघर्ष और सफलता की ऐसी अद्भुत मिसाल है, जो शायद ही कहीं और देखने को मिले। इस साल बाबा साहेब की 131वीं जयंती मनाई जा रही है।

भाई चन्द्रमोहन ने कहा कि इसके अलावा, अंबेडकर दलित बौद्ध आंदोलन के पीछे की ताकत थे। इसके अलावा, यह व्यक्ति उस समय भारतीय समाज में व्याप्त विभिन्न अन्याय से लड़ने के लिए भावुक थें।

भाई चन्द्रमोहन ने कहा कि अन्याय के खिलाफ इस लड़ाई के तहत, अम्बेडकर ने दलितों के समर्थन में एक अभियान का नेतृत्व किया। वह स्वतंत्रता के बाद भारत के पहले कानून और न्याय मंत्री थे। इन सबसे ऊपर, अंबेडकर ने भारत के संविधान को बनाने में एक केंद्रीय भूमिका भी निभाई थी।

भाई चन्द्रमोहन  ने कहा कि अंबेडकर को पाली, संस्कृत, अंग्रेजी, फ्रेंच, जर्मन, मराठी, पर्शियन और गुजराती जैसी नौ भाषाओं का ज्ञान था। इसे उनकी दूरदर्शिता ही कही जाएगी कि उन्होंने देश के लिए एक ऐसा संविधान तैयार किया जो सभी जाति और धर्म के लोगों की रक्षा करता है व उन्हें समानता का अधिकार प्रदान करता है।ईस अवसर प्रदान कांग्रेस नेता वा कार्यकर्ता उपस्थित थे विजय बंसल पूर्व चेयरमैन,वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशी शर्मा,मनवीर कोर गिल पूर्व प्रधान नगर परिषद पंचकूला,हेमंत किंगर राजनीतिक सचिव (चन्द्रमोहन पूर्व उपमुख्यमंत्री), पार्षद संदीप सोही वार्ड नः18 , पार्षद अक्षयदीप चौधरी वार्ड नः 17,पूर्व पार्षद दलवीर बालमिकी,पूर्व पार्षद सुनीता ,हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका सिंह  हुड्डा , सुषमा खन्ना राष्ट्रीय मज़दूर कांग्रेस (इटकं) महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष, योगेन्द्र कवातरा कांग्रेस पार्षद पद के उम्मीदवार रहे,कांग्रेस इटक के ज़िला अध्यक्ष ओम शुक्ला,एडवोकेट  उदित महँदीरता हरियाणा प्रदेश कांग्रेस लिगल सेल के महासचिव,पूर्व ज़िला युथ कांग्रेस प्रधान आदर्श यादव,सरपंच राज कुमार सैनी,कांग्रेस नेता रवीन्द्र रिहोड शर्मा, ,दीपांशु बंसल राष्ट्रीय कन्वीनर कांग्रेस छात्र इकाई एनएसयूआई आरटीआई सेल,
कांग्रेस नेता सुनील सरोहा उपाध्यक्ष ज़िला पचकुलां युवा कांग्रेस, राजू धीमान युवा कांग्रेस नेता ,इन्द्रजीत चौधरी महासचिव पचकुलां युवा कांग्रेस , कांग्रेस नेता  जगदीश राय,सत्यनारायण वर्मा, गुरविंदर सोही, जसबीर चौधरी,शमशेर सिंह,गुरपाल,जगदीश कासना,एडवोकेट गजेन्द्र सिंह रावत,जगपाल सिंह,बलदेव सैनी सरपंच,जोगिंदर शर्मा गाँव डडारु, रोहीत शर्मा हूडा जी, केवल सिंग्ला, कुलदीप बक्शी, गुर्मीत, राजेश, तुषार, रजत,वरिंदर कुमार ओ बी सि ज़िला प्रधान गाँव भगवानपुर,हेमंत नरवाल,सुरेश कुमार आदि मौजूद रहे।