शहबाज शरीफ भारत से अच्छे संबंध चाहते हैं लेकिन शहबाज शरीफ पाकिस्तान के बाकी नेताओं की तरह ही चीन के कदमों में बिछे नजर आए

पाकिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता इस समय चरम पर है। विपक्षी दलों की कोशिश रंग लाई और इमरान खान को लाख कोशिशों के बावजूद कुर्सी खाली करनी पड़ी। पाकिस्तान का इतिहास रहा है कि कोई भी प्रधानमंत्री अपना 5 वर्ष का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया। इस बीच प्रधानमंत्री पद के भावी उम्मीदवार शाहबाज शरीफ ने भारत के साथ शांति के मुद्दे पर बात की है। उन्होंने कहा कि भारत के साथ शांति तभी संभव जब कश्मीर पर भी बात होगी। जबकि भारत लगातार यह कहता रहा है कि जम्मू कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है, जिसमें न तो पाकिस्तान को बोलने की जरूरत है और न ही किसी अन्य देश को। शहबाज शरीफ पाकिस्तान के बाकी नेताओं की तरह ही चीन के कदमों में बिछे नजर आए। शरीफ ने कहा- चीन पाकिस्तान का सुख-दुख का साथी है और उसने हर बार पाकिस्तान का साथ दिया है। इतना ही नहीं, शहबाज शरीफ ने कहा कि कोई कुछ भी कर ले लेकिन चीन से हमारी दोस्ती नहीं छीन सकता और ये दोस्ती कयामत तक रहेगी।

  • शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनते कश्मीर राग अलापा
  • पीएम मोदी से साथ मिलकर कश्मीर मुद्दा हल करने की अपील की
  • गीदड़भभकी देते हुए पाकिस्तान के परमाणु परीक्षण का दौर याद किया

इस्लामाबाद/नयी दिल्ली/चंडीगढ़ :  

पाकिस्तान का प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद शहबाज़ शरीफ ने पहले ही भाषण में कश्मीर से अनुच्छेद 370 को खत्म करने का मुद्दा उठाते हुए आरोप लगाया कि घाटी में लोगों का ‘खून बह’ रहा है और पाकिस्तान उन्हें ‘कूटनीतिक और नैतिक समर्थन’ देने के साथ-साथ हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर यह मुद्दा उठाएगा। इमरान खान का स्थान लेने वाले 70 वर्षीय नेता ने कहा कि वह भारत के साथ अच्छे रिश्ते चाहते हैं, लेकिन कश्मीर मुद्दे के समाधान के बिना इसे हासिल नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी पसंद की बात नहीं है, यह ऐसी चीज है जिसके साथ ‘हमें रहना है’ और बदकिस्मती से भारत के साथ पाकिस्तान के रिश्ते शुरू से ही अच्छे नहीं रहे।

शहबाज शरीफ ने कहा कि भारत के साथ हम अच्छे तालुक्कात चाहते हैं, लेकिन कश्मीर मुद्दे को हल किए बिना शांति कायम नहीं रह सकती। उन्होंने ऐलान किया कि पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे को अंतराष्ट्रीय स्तर पर उठाएगा। उन्होंने घमंड के टोल में कहा कि हम पीएम मोदी को मशविरा देते हैं कि दोनों देशों में अवाम गरीबी, बेरोजगारी, दवाई समेत तमाम तकलीफों का सामना कर रही है। आएं हम कश्मीर मसला एक साथ मिलकर खत्म करें। लोगों को रोजगार दें, गुरबत दूर करें और खुशहाली लेकर आए।

शहबाज शरीफ पाकिस्तान के बाकी नेताओं की तरह ही चीन के कदमों में बिछे नजर आए। शरीफ ने कहा- चीन पाकिस्तान का सुख-दुख का साथी है और उसने हर बार पाकिस्तान का साथ दिया है। इतना ही नहीं, शहबाज शरीफ ने कहा कि कोई कुछ भी कर ले लेकिन चीन से हमारी दोस्ती नहीं छीन सकता और ये दोस्ती कयामत तक रहेगी। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का जिक्र करते हुए शहबाज शरीफ ने कहा कि हम शी जिनपिंग के शुक्रगुजार हैं और हम CPEC पर और तेजी के साथ काम करेंगे।