कांग्रेस ने सुनील जाखड़ और के वी थॉमस को थमाया गया ‘कारण बताओ नोटिस’

कॉंग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता ए के एंटनी की अध्यक्षता वाली कांग्रेस की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति की सोमवार को हुई बैठक में कारण बताओ नोटिस जारी करने का फैसला किया गया। इस समिति के सदस्य सचिव और कांग्रेस महासचिव तारिक अनवर ने बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया, ‘‘कांग्रेस के संविधान के अनुसार, कारण बताओ नोटिस देने का फैसला किया गया है। (दोनों को) एक सप्ताह का समय दिया गया है। अगर उनका जवाब संतोषजनक नहीं होगा, तो फिर समिति की बैठक होगी, जिसमें अंतिम निर्णय लिया जाएगा।’’

नई दिल्ली(बिरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट – 11 अप्रैल : 

कांग्रेस ने अनुशासनहीनता के आरोपों का सामना कर रहे अपने दो वरिष्ठ नेताओं सुनील जाखड़ और के. वी. थॉमस को कारण बताओ नोटिस जारी कर एक सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता ए के एंटनी की अध्यक्षता वाली कांग्रेस की अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति की सोमवार को हुई बैठक में कारण बताओ नोटिस जारी करने का फैसला किया गया।

दिल्ली में ‘कांग्रेस वार रूम’ में आयोजित हुई समिति की बैठक में तारिक अनवर, जेपी अग्रवाल और अंबिका सोनी आदि वरिष्ठ नेता शामिल हुए। 

बैठक के बाद तारिक अनवर ने कहा कि हम दोनों नेताओं को नोटिस भेज रहे हैं। दोनों को जवाब देने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है। उन्होंने कहा कि पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान सुनील जाखड़ के कुछ बयानों ने पार्टी को नुकसान पहुंचाया था। वहीं, केवी थॉमस को केरल में दक्षिण पंथी दलों के कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

इससे पहले थॉमस ने केरल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा था कि मैं इस कार्यक्रम में शामिल होने जा रहा हूं। तारिक अनवर ने आगे कहा कि कांग्रेस सांसद शशि थरूर को भी सीपीआईएम ने अपनी सेमिनार में आमंत्रित किया था, लेकिन पार्टी के राज्य नेतृत्व की ओर से आपत्ति जताए जाने के बाद थरूर ने इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया था। 

बता दें कि सुनील जाखड़ ने कथित तौर पर पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के अनुसूचित जाति से होने को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं।  यह भी याद रहे कि

दिल्ली में ‘कांग्रेस वार रूम’ में आयोजित हुई समिति की बैठक में तारिक अनवर, जेपी अग्रवाल और अंबिका सोनी आदि वरिष्ठ नेता शामिल हुए। 

बैठक के बाद तारिक अनवर ने कहा कि हम दोनों नेताओं को नोटिस भेज रहे हैं। दोनों को जवाब देने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया है। उन्होंने कहा कि पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान सुनील जाखड़ के कुछ बयानों ने पार्टी को नुकसान पहुंचाया था। वहीं, केवी थॉमस को केरल में दक्षिण पंथी दलों के कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।

इससे पहले थॉमस ने केरल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा था कि मैं इस कार्यक्रम में शामिल होने जा रहा हूं। तारिक अनवर ने आगे कहा कि कांग्रेस सांसद शशि थरूर को भी सीपीआईएम ने अपनी सेमिनार में आमंत्रित किया था, लेकिन पार्टी के राज्य नेतृत्व की ओर से आपत्ति जताए जाने के बाद थरूर ने इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया था। 

बता दें कि सुनील जाखड़ ने कथित तौर पर पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के अनुसूचित जाति से होने को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं।  यह भी याद रहे कि सुनील जाखड़ पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं। चुनाव से कुछ महीने पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह के सीएम पद से इस्तीफे के बाद सुनील जाखड़ को मुख्यमंत्री पद की रेस में माना जा रहा था, लेकिन उनके स्थान पर हाईकमान ने चरणजीत सिंह चन्नी पर दांव लगाया था। वह चन्नी पर भी लगातार हमले करते हुए दिखाई दिए थे। हाल ही में एक इंटरव्यू में भी उन्होंने चन्नी को लेकर कहा था कि हाईकमान को यह सोचना चाहिए था कि किसे कहां रखा जाना चाहिए। उनके इस बयान को दलित विरोधी बताते हुए उन पर निशाना साधा गया था।

कांग्रेस पार्टी ने संगठन के अंदर उठने वाले अनुशासनहीनता के मामलों को संबोधित करने के लिए इस अनुशासन समिति को पुनर्गठित किया था। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी को इस समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।