“नई कृषि नीति लाओ वरना हम सत्ता से हटा देंगे” : चंद्रशेखर राव

कड़े लहजे में मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने यह बात तक कह दी कि, “अगर मोदी में हिम्मत है, तो वह मुझे गिरफ्तार करें। जो भी इनके खिलाफ बोलता है, उनके खिलाफ ये सीबीआई और ईडी लगा देते हैं, इनकी पार्टी में सब हरिश्चन्द्र हैं। हाथ जोड़कर मैं पीएम और केंद्रीय खाद्य मंत्री पीयूष गोयल से कहता हूं कि, कृपया हमारा अनाज खरीद लें। मैं आपको 24 घंटे देता हूं, उसके बाद, हम अपना निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं।” किसानों और कृषि के मुद्दे को लेकर आज सोमवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री और तेलंगाना राष्ट्र समिति के अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव का बयान सामने आया है, जिसमें उन्‍होंने केंद्र की मोदी सरकार को खुली चुनौती दी है। “नई कृषि नीति लाओ वरना हम सत्ता से हटा देंगे।”

नई दिल्ली(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट : 

तेलंगाना के मुख्यमंत्री और तेलंगाना राष्ट्र समिति के अध्यक्ष चंद्रेशखर राव ने केंद्र सरकार को चुनौती दी है. उन्होंने यह चुनौती केंद्र सरकार की धान खरीद नीति के खिलाफ दी है. पिछले कुछ समय से चंद्रशेखर राव लगातार पीएम मोदी और केंद्र सरकार पर निशाना साथ रहे हैं और अब उन्होंने सरकार को सीधे सीधे चेतावनी दे डाली है। सीएम ने केंद्र सरकार से कहा कि जल्द से जल्द नई कृषि नीति लाओ नहीं तो हम सत्ता से हटा देंगे और इसकी ताकत है हमारे पास।

मुख्यमंत्री राव ने धान खरीद पर राज्य की मांग का जवाब देने के लिए केंद्र को 24 घंटे का समय दिया। उन्होंने कहा कि ऐसा न होने पर विरोध तेज किया जाएगा। राव ने कहा, “क्या धान उगाना तेलंगाना के किसानों की गलती है? मैंने पीएम मोदी को चेतावनी दी है कि आप किसानों के साथ खिलवाड़ नहीं कर सकते। भारतीय इतिहास गवाह है कि जहां भी किसान रोते हैं, सरकार सत्ता खो देती है। कोई भी स्थायी नहीं है… सत्ता में होने पर किसानों के साथ गलत व्यवहार न करें।”

‘एक देश में एक खरीद नीति की जरूरत’ TRS एमएलसी कविता ने कहा, “तेलंगाना की मांग है कि एक खरीद नीति रहे। एक देश में एक खरीद नीति होनी चाहिए। पहले छत्तीसगढ़ से भी ये मांग आई थी। किसान की मदद की जाए न कि किसान को बर्बाद किया जाए। राकेश टिकैत भी यहां पहुंचे हैं, उन्होंने कृषि मुद्दों पर केसीआर के साथ बातचीत की है।

तेलंगाना सरकार के सांसदों, एमएलसी, विधायकों और अन्य निर्वाचित प्रतिनिधियों ने दिल्ली में धान खरीद नीति के खिलाफ केंद्र सरकार के खिलाफ धरना दिया। टीआरएस नेताओं ने आरोप लगाया कि ‘केंद्र की नीति तेलंगाना के किसानों के प्रति भेदभावपूर्ण’ है। उन्होंने कहा कि हम धान के लिए एक समान खरीद नीति की मांग करते हैं।