देश में दौड़ रही अपराध की बुलेट ट्रेन, युवाओं की समस्याओं के प्रति भाजपा सरकार का रवैया संवेदनशील नहीं : अखिलेश यादव
अखिलेश ने कहा था कि प्रदेश में भाजपा की पिछली सरकार में पांच लाख नौकरियां दिए जाने का दावा किया गया था। जिसका डाटा आज तक सार्वजनिक नहीं किया गया। अब भाजपा सरकार 100 दिन में 10 हजार नौकरियां देने का वादा कर रही है। इनकी करनी और कथनी को सभी ने देखा है। भाजपा सरकार की नई घोषणाएं महज झांसा हैं। युवाओं की नौकरी, रोजगार के प्रति भाजपा सरकार पूरी तरह संवेदनशून्य है। बेरोजगारी के कारण नौजवान आत्महत्या करने को मजबूर हैं।
लखनऊ(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट :
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को सभी मोर्चे पर भारतीय जनता पार्टी सरकार के विफल होने का आरोप लगाया है. साथ ही उन्होंने दावा किया कि युवाओं की समस्याओं के प्रति भाजपा सरकार का रवैया संवेदनशून्य है। सपा मुख्यालय से जारी बयान में अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था, स्वास्थ्य-शिक्षा सभी पूरी तरह चौपट हैं और शिक्षण कार्य से जुड़े लोगों में भारी असंतोष है। सपा प्रमुख ने कहा कि नौजवान आक्रोशित हैं, क्योंकि उनकी समस्याओं के प्रति भाजपा सरकार का रवैया संवेदनशून्य है।
रविवार को सपा मुख्यालय से जारी बयान में यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था, स्वास्थ्य-शिक्षा सभी पूरी तरह चौपट हैं और शिक्षण कार्य से जुड़े लोगों में भारी असंतोष है। उन्होंने कहा कि नौजवान आक्रोशित हैं, क्योंकि उनकी समस्याओं के प्रति भाजपा सरकार का रवैया संवेदनशून्य है।
बेरोजगारी बढ़ने और रोजी-रोटी का कोई इंतजाम न किये जाने का आरोप लगाते हुए सपा प्रमुख ने कहा कि ”युवा आवाज उठाता है तो उसकी आवाज दबाने के लिए पुलिस की लाठियां चटकने लगती हैं, नौजवानों को रोजगार देने के थोथे दावों पर कोई यकीन नहीं करता है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने अपने कारनामों से उत्तर प्रदेश को बदनाम किया है और भाजपा लोगों में भय पैदा करके राज कर रही है, यह लोकतंत्र में घोर निंदनीय है।
उन् होंने कहा कि सरकार विभिन्न विभागों की पहले रिक्तियां घोषित करती है फिर विभिन्न पदों पर भर्ती का विज्ञापन निकाल कर बड़े पैमाने पर रोजगार देने की डुग-डुगी पीटने लगती है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की नीयत में खोट की वजह से परीक्षा के पेपर लीक हो जाते हैं या किन्हीं मुद्दों को लेकर परीक्षा के परिणामों पर सवाल खड़े हो जाते हैं और परीक्षाएं निरस्त हो जाती हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुदेशक, टीईटी, शिक्षामित्र, शिक्षक भर्ती आदि में भाजपा सरकार का रवैया अजीबो-गरीब रहा है और हताश नौजवान छात्र जब अपनी आवाज उठाना चाहता है, तो सरकार उसे कुचल देती है।
सपा प्रमुख ने प्रयागराज में छात्रों पर हुए लाठी चार्ज का जिक्र करते हुए कहा कि जिस सरकार में छात्रों को जेल में डालकर उत्पीड़न किया जा रहा हो उस सरकार में भविष्य निर्माण की बात करना बेईमानी है।