गोरखनाथ मंदिर हमला में टेरर लिंक से इनकार नहीं, यूपी सरकार ने ATS को सौंपी जांच

2015 में आईआईटी मुंबई से केमिकल इंजीनियर कर चुका मुर्तजा हाथ में हथियार लिए गोरखनाथ मंदिर और थाने के ठीक सामने वाली सड़कों पर दौड़ता रहा। पब्लिक और पुलिस वाले उसे देख भागते रहे। इस बीच मुर्तजा ने ‘अल्लाह हू अकबर’ का नारा भी लगाया और चिल्ला- चिल्ला कर पुलिस वालों से अपील कर रहा था कि ‘‘मैं चाहता हूं कि तुम लोग मुझे गोली मार दो।” रविवार की शाम को अहमद मुर्तजा 7 बजे गोरखनाथ मंदिर के गेट पर पहुंचा। उसे देखकर सुरक्षा में तैनात PAC जवान गोविंद गौड़ और अनिल पासवान को उस पर शक हुआ। जवानों ने उसे चेकिंग के लिए रोक लिया। तो उसने हथियार (बांका) निकाल कर हमला कर दिया।

गोरखपुर संवाददाता, डेमोक्रेटिक फ्रंट – 4 अप्रैल : 

गोरखनाथ मंदिर में रविवार शाम को अचानक दो पीएसी जवानों पर हमला कर घायल करने और फिर धार्मिक नारेबाजी करने के आरोपी मुर्तजा अब्बासी को लेकर बड़े खुलासे हुए हैं। मुर्तजा ने 2015 में आईआईटी मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की है। इसके साथ ही उसने दो बड़ी कंपनियों में नौकरी भी की लेकिन वो कहीं भी एक जगह सही से काम नहीं कर सका। उसके परिवार ने बताया कि 2017 से ही उसके मानसिक हालात बिगड़ते गए। इसके लिए उसका कई जगह इलाज भी करवाया गया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

मुंबई से इंजनीयरिंग कर चुके आरोपी मुर्तजा ने सीएम योगी के मठ के बाहर सुरक्षा में तैनात जवानों पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया था। इस दौरान वह धार्मिक नारे भी लगा रहा था। धारदार हथियार चलाते हुए उसने मंदिर के अंदर भी घुसने की कोशिश की। एएनआई से बात करते हुए अडिशनल डायरेक्टर जनरल (एडीजी) लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने सोमवार को कहा, ”एक व्यक्ति ने जबरल मंदिर परिसर में घुसने की कोशिश की और ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। आरोपी की पहचान अहमद मुर्तजा अब्बासी के रूप में हुई है, जो गोरखपुर का रहने वाला है। 

एडीजी ने आगे कहा, ”केस को एडीएस को ट्रांसफर कर दिया गया है और हम टेरर एंगल से इनकार नहीं कर सकते हैं। घटना की विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है।” गोरखपुर के एसएसपी विपिन टाडा ने कहा, ”आरोपी ने धार्मिक नारा लगाते हुए जबरन गोरखनाथ मंदिर में घुसने की कोशिश की, लेकिन पुलिसकर्मियों ने रोक लिया।” डाटा ने कहा कि दो पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, उनका इलाज चल रहा है। 

एसएसपी ने आगे कहा कि आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 301 (हत्या का प्रयास) के अलावा अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि सरकार ने घटना का संज्ञान लिया है।  

बता दें कि आरोपित मुर्तजा अब्बासी का घर गोरखपुर सिविल लाइंस के सिटी मॉल के सामने वाली गली में अब्बासी नर्सिंग होम के पास है। उसके अब्बा का नाम मनीर मुर्तजा है। उसने केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। पुलिस का कहना है कि चूँकि हमलावर मजहबी नारे लगा रहा था। इस कारण से इसके टेरर एंगल की भी जाँच करवाई जा रही है। इस जाँच में ATS शामिल है। हमलावर के पास से मोबाइल फोन, लैपटॉप, एयर टिकट के अलावा भी कुछ चीजें पुलिस को मिली हैं जिसकी जानकारी वह अभी नहीं दे सकते हैं।

इस घटना के चश्मदीद रमेश सिंह हैं जो होमगार्ड में जवान हैं और घटना के समय वो घटनास्थल पर ही ट्रैफिक ड्यूटी संभाल रहे थे। उन्होंने बताया, “हमलावर बाँका (धारदार हथियार) गमछे में छिपा कर लाया था। उसने (मुर्तजा) ने अचानक ही ड्यूटी पर बैठे दोनों जवानों पर हमला कर दिया। इस से दोनों जवान घायल हो गए। इसके बाद उसने मुझ पर भी हमला करने का प्रयास किया। वो हथियार लहराते हुए अंदर जाने की कोशिश करने लगा पर वो पकड़ा गया।”