रामपुर में एहसान मियाँ ने अपना अवैध घर गिराने के लिए प्रशासन से किया आग्रह, यूपी में ‘बाबा के बुलडोजर’ का खौफ : कहा- सरकारी जमीन का हुआ है अतिक्रमण

उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के दूसरे कार्यकाल में भी अपराधी तथा अवैध कब्जा करने वाले काफी दहशत में हैं। यह बुलडोजर चलने से काफी खौफजदा हैं। इस दौरान बुलडोजर का काफी असर भी हो रहा है। रामपुर में आजम खां के अलावा बड़ी संख्या में लोगों ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा है। ऐसा ही मामला यहां के शाहाबाद तहसील क्षेत्र का है। जहां पर तालाब की जमीन पर लोगों ने कब्जा कर मकान बना रखे हैं। इतना ही नहीं कुल बिल्डर्स तो प्लाटिंग में लगे हैं। यहां पर शनिवार को तालाब की पैमाइश करने पहुंचे एसडीएम से ग्रामीणों ने खुद तालाब की जमीन पर बने मकान को तोडऩे की गुहार लगा दी। इन लोगों ने अपने मकान गिरवाने की अर्जी तक दे दी है। रामपुर जिले की शाहबाद तहसील क्षेत्र के मित्रपुर गांव में तालाब में ग्रामीणों ने पक्के मकानों निर्माण कर लिया था। इनकी शिकायत के आधार पर एसडीएम अशोक कुमार चौधरी ने तालाब की पैमाइश शुरू करा दी है। इस पैमाइश में तालाब के अंतर्गत जितने मकान हैं, उन सभी को नोटिस देकर उन पर कार्रवाई करने की प्रक्रिया से पहले ही लोग अपना अवैध निर्माण गिरवाने की सिफारिश में लगे हैं।

रामपुर,डेमोक्रेटिक फ्रंट :  

उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के दौरान सीएम

यूपी के रामपुर में रहने वाले एक शख्स ने सब-डिवीजनल मजिस्ट्रेट (SDM) अशोक चौधरी के समक्ष आवेदन देकर कहा है कि उसके घर एक हिस्सा अवैध है और उसे गिरा दिया जाए। एहसान मियाँ नाम के 40 वर्षीय शख्स ने अपने आवेदन में कहा कि उसके घर का कुछ हिस्सा एक सूखे हुए तालाब और कब्रिस्तान की जमीन पर बना है। ये दोनों सरकार की संपत्ति हैं।

एहसान मियाँ का कहना है कि जिस घर को लेकर उन्होंने आवेदन दिया है, उसमें उनका परिवार करीब दो पीढ़ियों से रह रहा है। एहसान का कहना है, हमारे प्लॉट मैप में मैंने पाया कि वक्फ और सरकार की संपत्ति पर हमारा घर अवैध रूप से बनाया गया है। इसलिए मैंने इसे ध्वस्त करने लिए आवेदन दिया है।”

वहीं, रामपुर के एसडीएम चौधरी का कहना है कि रामपुर जिले के शाहाबाद तहसील में आने वाले मित्रपुर एहरोला गाँव में कई घर सूखे तालाबों और कब्रिस्तानों की जमीन पर बने हैं। चौधरी का कहना है कि हाल में प्रशासन ने गाँव का सर्वे किया था, जिसमें पाया गया कि इस तरह के कुछ कब्जे किए गए हैं। ऐसे में कार्रवाई के लिए प्रशासन ने नोटिस भेजा है।

योगी आदित्यनाथ और बुलडोजर के प्रयोग ने इतना जोर पकड़ा कि उनकी सरकार के दूसरे कार्यकाल में तो अवैध कार्य तथा निर्माण को लेकर बुलडोजर के प्रयोग की नौबत काफी कम ही आ रही है। पुलिस भी अपराधी के घर के बाहर बस बुलडोजर खड़ा कर रही है और वह सरेंडर कर दे रहा है। कुछ ऐसा ही मामला अवैध निर्माण कराने वालों के साथ है। रामपुर में तालाब की जमीन पर अवैध निर्माण कराने वाले ने जिलाधिकारी कार्यालय में प्रार्थना पत्र देकर अपना निर्माण गिरवाने की गुहार लगाई और प्रशासन ने अगले ही दिन से कार्रवाई प्रारंभ कर दी।

टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, शाहबाद के तहसीलदार दिनेश कुमार ने बताया कि मित्रपुर एहरोला गाँव लगभग 200 हेक्टेयर में फैला हुआ है और यहाँ यहाँ 50 से अधिक वर्षों से रह रहे हैं। दिनेश कुमार का कहना है कि एसडीएम ने मिली जानकारी के आधार पर वे सरकारी जमीन को खाली कराने के लिए कदम उठाएँगे और इस कार्रवाई से लगभग 50 परिवार प्रभावित हो सकते हैं।

तहसीलदार दिनेश कुमार यह भी कहा कि इन परिवारों में कुछ लोग बेहद गरीब हैं और उनके पास घर बनाने के लिए जमीन नहीं है। ऐसे में इन गरीब परिवारों को घर बनाने के लिए प्रशासन ने जमीन उपलब्ध कराने के फैसला किया है।

एहसान मियाँ के इस कदम के बाद गाँव में सरकारी जमीन पर कब्जा करने वाले दूसरे परिवार भी सरकार की नजर में आ गए हैं। गाँव के लोग उनसे नाराज बताए जा रहे हैं। ऐसे में उन्होंने स्थानीय प्रशासन से सुरक्षा की माँग की है।