What can you give, discussed in 2nd day of seven days  NSS Camp

Chandigarh March 25, 2022

Panjab University and NSS kept the zeal of the NSS Seven Day Camp alive by first conducting a session conducted under the guidance of Dr. Vivek kumar on Self Defence techniques in which the volunteers learnt various techniques to defend themselves with the help of police constables. The next session was dedicated to expert lectures moderated by Dr. Naveen Kumar and Dr. Simran Preet. First lecture was on “What can you give” by Dr. Jayanti Dutta, Dy. Director, HRDC, Panjab University in which the volunteers learnt what all they have to give to this beautiful country. It was followed by a lecture by Prof. Ganga Ram Chaudhary, Prof. of Chemistry and Director, CIL Panjab University where he talked about the various innovations happening at CIL, Panjab University and purification of water through nanotechnology. Volunteers thoroughly enjoyed both the lecture. After the lunch break, the camp resumed with a bunch of competitive eventsfacilitated by Dr. Amita Verma, Dr. Shankar Sehgal and Dr. Anuj Kumar. First event on the list was the Extempore in which the 1st Prize was bagged by Taha Ali. The Poem recitation competition was the next event to happen in which the 1st prize was bagged by Kavita. The 2nd place went to Arti with Revti and Shreya being the 3rd place holder. Lastly, all the volunteers visited the Botanical Garden, Panjab University.

कॉंग्रेस ने पचकुलां भाजपा सरकार द्वारा पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों में की गई बेतहाशा वृद्धि के खिलाफ सोपां ज्ञापन

पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन व विधायक कालका प्रदीप चौधरी की अध्यक्षता में महामहिम राष्ट्रपति महोदय,मार्फ़त ज़िला उपायुक्त,पचकुलां भाजपा सरकार द्वारा पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों में की गई बेतहाशा वृद्धि के खिलाफ सोपां ज्ञापन

पचकुलां :

पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने कहा  भाजपा की जीत के साथ मोदी जी द्वारा लाए “महंगे दिन” वापस आ गए हैं जिन पर चुनावों तक अल्पविराम था। भाजपा सरकार ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में “चुनाव जिताओ और होली पर मुफ़्त गैस सिलेंडर पाओ” जैसे झूठे वादों पर जीत दर्ज करते ही पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों में कमरतोड़ इजाफा कर जनता का जीना दुभर कर दिया है। अभी तो राज्य सरकारों का गठन भी नहीं हुआ है और भाजपा ने महंगाई के साथ फ़िर से गठजोड़ कर लिया है। यह कहने में भी कोई अतिश्योक्ति नहीं कि भाजपा की जीत के साथ अहंकार, निरंकुशता और महंगे दिन आते हैं।

विधायक कालका प्रदीप चौधरी ने कहा है की महामहिम महोदय, भाजपा सरकार द्वारा की गई बेतहाशा वृद्धि की तुलना आकड़ों सहित निम्न प्रकार है:-

  1. मई 2014 में जब भाजपा ने सत्ता संभाली थी तो पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क क्रमशः केवल 9.20 रुपये प्रति लीटर और 3.46 रुपये प्रति लीटर था, जिसमें भाजपा सरकार द्वारा पेट्रोल पर 18.70 प्रति लीटर और डीजल पर 18.34 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गयी है, जो यूपीए सरकार की तुलना में क्रमशः 203 और 531 प्रतिशत ज्यादा है। 
  2. वर्ष 2014-15 से वर्ष 2021-22 तक आठ वर्षों की अवधि के बीच, केंद्रीय भाजपा सरकार ने बार-बार पेट्रोल और डीजल पर करों में वृद्धि करके जनता की गाढ़ी कमाई से आठ साल में 26 लाख करोड़ रुपए वसूले हैं। 
  3. दो साल पहले लॉकडाउन के बाद से भाजपा सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर कीमतों और उत्पाद शुल्क में बार-बार बढ़ोतरी करके जबरन वसूली और मुनाफाखोरी की सीमा सभी प्रकार के शोषणों को पार कर गई। दो साल पहले, 22 मार्च 2020 को पेट्रोल और डीजल की दरें क्रमशः 69.59 रुपये और 62.29 रुपये थीं, जिसे बढ़ाकर क्रमश: 96.21 रुपये प्रति लीटर और 87.47 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है।
  4. 26 मई 2014 को जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता संभाली थी, तब भारत की तेल कंपनियों को कच्चा तेल 108 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल मिल रहा था, आज भी 108.25 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल है। उस समय पेट्रोल व डीजल क्रमशः 71.41 रुपए प्रति लीटर और 55.49 रुपए प्रति लीटर में उपलब्ध था, जो आज क्रमशः 96.21 और 87.47 रुपए प्रति लीटर बेचा जा रहा है। अमेरिकी डॉलर में कच्चे तेल की कीमत वही होने के बावजूद पेट्रोल व डीजल की कीमतें क्रमशः 24.80 रुपये और 31.98 रुपये प्रति लीटर ज्यादा हैं।
  5. भारत के लोगों को धोखा देने और उनकी मेहनत की कमाई से लूट होने का सबसे बड़ा सबूत इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले आठ साल में कच्चे तेल की कीमतें यूपीए सरकार के शासन की तुलना में बहुत कम रही हैं लेकिन डीजल और पेट्रोल की कीमतें यूपीए सरकार की दरों की तुलना में बहुत अधिक हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पिछले आठ साल में कच्चे तेल की औसत कीमत 60.6 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल है, जो यूपीए सरकार के आखिरी तीन वर्षों में यानी वर्ष 2011 से 2014 तक 108.46 अमेरिकी डॉलर थी। (आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध)
  6. 22 मार्च, 2022 को कच्चे तेल की कीमत 108.25 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल थी। याद रहे की 26 मई, 2014 को जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता संभाली थी, उस दिन भी कच्चे तेल की कीमत 108 अमेरिकी डॉलर ही थी। लेकिन आज पेट्रोल- डीजल बहुत महंगे हैं। 
  7. एलपीजी की दरें सऊदी अरामको की एलपीजी कीमतों के आधार पर तय की जाती हैं, जो वर्तमान में 769.11 अमेरिकी डॉलर प्रति मीट्रिक टन है, जो कि डॉलर-रुपये की विनिमय दर 75.89 के अनुसार 58,367.75 प्रति मीट्रिक टन, यानी एलपीजी की अंतरराष्ट्रीय कीमत 58.37 रुपये प्रति किलोग्राम है। एक घरेलू गैस सिलेंडर में 14.2 किग्रा गैस होती है, यदि इसका आधार मूल्य निकाला जाए तो यह 828.82 रु. प्रति सिलेंडर बनती है। फिर इस कीमत पर, मोदी सरकार 5% जीएसटी, बॉटलिंग शुल्क, एजेंसी कमीशन, परिवहन शुल्क लेती है और फिर कंपनियों के अपने लाभ में वृद्धि करती है और इस देश के गरीब लोगों से प्रत्येक सिलेंडर के लिए 949-1100 रुपये की मोटी राशि वसूल की जा रही है।
  8. यूपीए की सरकार में एलपीजी का अंतर्राष्ट्रीय मूल्य 2012-2013 और 2013-2014 में 885.2 और 880.5 यूएस डॉलर था, लेकिन यूपीए की सरकार महंगे भाव से एलपीजी को खरीदकर आम जनता को भारी सब्सिडी देकर केवल 339-414 रूपये प्रति सिलेंडर के भाव में देती थी।
  9. पेट्रोलियम प्लानिंग और एनालिसिस सेल के अधिकृत आंकड़े बताते हैं कि यूपीए सरकार ने देश की जनता को पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस पर सब्सिडी के रूप में 2011-12 में 1,42,000 करोड़ रुपए की राहत दी, जो 2012-13 में 1,64,387 करोड़ रुपए और 2013-14 में 1,47,025 करोड़ रुपए थी, जिसे भाजपा सरकार 2016-17 में 27,301 करोड़, 2017-18 में 28,384 करोड़, 2018-19 में 43,718 करोड़, 2019-20 में 26,482 करोड़ और 2020-21 में 11,729 करोड़ रुपए पर ले आई। 

पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने कहा है कि महामहिम महोदय, यदि यूपीए और भाजपा सरकारों द्वारा पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की अंडर रिकवरी और एक्साइज ड्यूटी वसूली को देखा जाए, तो साफ ज़ाहिर होता है कि यूपीए सरकार महंगे अंतर्राष्ट्रीय मूल्य पर एलपीजी खरीदकर देश के ग्राहकों को सब्सिडी देकर आज से आधे दामों पर देती थी, इसी प्रकार पेट्रोल और डीजल पर भी जनता पर कम टैक्स लगाकर कच्चे तेल के अंतरराष्ट्रीय मूल्यों पर अंडर रिकवरी, यानि मूल्यों से बहुत कम वसूला जाता था। 

महामहिम महोदय, कांग्रेस पार्टी आपसे अनरोध करती है कि केंद्र की भाजपा सरकार को हिदायतें जारी करें कि पेट्रोल, डीजल और गैस सिलेंडर की कीमतों को कांग्रेस-यूपीए सरकार की दरों पर लाया जाए ताकि लोगों को इस महंगाई के दौर में कुछ राहत मिल सके ईस प्रदर्शन में पूर्व मन्त्री लहरी सिंह जी, रवीन्द्र रावल पूर्व प्रधान नगर परिषद पचकुलां,पूर्व पार्षद व पूर्व प्रधान सिटी कांग्रेस पचकुलां आर के कक्कड़,हेमंत किंगर वरिष्ठ कांग्रेस नेता विजय धीर,राजनीतिक सचिव, पार्षद पंकज, पार्षद अकक्षदीप चोधरी,हरियाणा कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता प्रियंका सिंह हुड्डा ,हरियाणा प्रदेश कांग्रेस महासचिव पवन कुमारी,वरिष्ठ कांग्रेस नेता दलीप बिशनोई, सुषमा खन्ना ज़िला युथ कांग्रेस, कांग्रेस नेता रणदीप राणा चेयरमैन बरवाला,, युथ कांग्रेस नेता बहादुर राणा , पूर्व पार्षद दलवीर बालमिकी, वरिष्ठ कांग्रेस नेता पवन जैन, वरिष्ठ कांग्रेस नेता नरेश मान, कांग्रेस पार्षद पद के उम्मीदवार रहै ओम शुक्ला कांग्रेस पार्षद पद के उम्मीदवार रहै योगेन्द्र कवातरा, एडवोकेट व हरियाणा प्रदेश कांग्रेस लिगल सेल प्रदेश महासचिव उदित महदींरता , वरिष्ठ कांग्रेस नेता रवीन्द्र रिहोड शर्मा, कांग्रेस नेता नासिर मोहमद, आदर्श यादव पूर्व प्रधान ज़िला युथ कांग्रेस, कांग्रेस नेता राजु धिमान, युथ कांग्रेस नेता राजीव बुकल एडवोकेट निरज चौहान,एडवोकेट रोहीत शर्मा  मान सिंह चरनिया,, विजय मोहन वर्मा, रविन्द्र मेहता, शरणजीत काका, माया देवी, रामकरण चौधरी, खुशहाल बेहलों, सुच्चा सीयूडी, अश्विनी चुना, मनदीप करणपुर, अमन जैलदार, विक्की, भूरी बेगम, गुरभाग धमाला, श्याम गीदरांवाली, मान सिंह गुमथला, प्रगास ,संदीप जलौली,राजेश आशियाना,अंकुर बिशनोई, कांग्रेस नेता जगदीश राय, काका सिंह, वरिष्ठ कांग्रेस नेता अछरु राम, कांग्रेस पार्षद पद के उम्मीदवार रहै दयाल सिंह, अमर सरपंच बरवाला,डाक्टर शिव राज बरवाला , भंभूल राणा बतोड,संजीव सरपंच सुल्तानपुर,कुलवंत मानक्याना, नरिंदर कामी, ओमवीर बरवाला,पवन टोका,श्याम लाल बिल्ला सरपंच,

कॉंग्रेस छोड़ भाजपा के मंत्री बने यशपाल पुन:कॉंग्रेस में और अब चाहते हैं विपक्षी नेता का पद

यशपाल आर्य की कांग्रेस में वापसी हुई है। भाजपा का दामन छोड़ कर यशपाल आर्य ने कांग्रेस का दामन थामा और चुनावों से कुछ देर पहले मंत्री पद से इस्तीफा दिया। इस बार चुनावों पर पूर्व नतीजे हिल गए। पहले उत्तरखण्ड में एक बार भाजपा तथा दूसरी बार कॉंग्रेस जीतती आई। यशपाल और उनके बेटे ने 2017 में कॉंग्रेस छोड़ कर भाजपा का ‘कमल’ थामा और अब उन्हे कॉंग्रेस पर विश्वास था अत: भाजपा छोड़ कॉंग्रेस में शामिल हुए। यशपाल के साथ ही उनके बेटे ने भी कांग्रेस का हाथ थामा है। 2017 में कांग्रेस को छोड़ भाजपा में गए पिता-बेटे ने 2021 में फिर से कॉंग्रेस में वापसी की है। इस बार कॉंग्रेस के हारने के बाद उन्हे फिर से कोई मंत्री पद नहीं मिलेगा इसीलिए वह एक विपक्षी नेता का पद चाहते हैं।

देहरादून ब्यूरो, डेमोक्रेटिक फ्रंट:

विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस हाईकमान के सख्त रुख से उत्तराखंड में पार्टी नेताओं में खलबली मची है। चुनाव परिणाम के हफ्तेभर के भीतर ही प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल से इस्तीफा लेने के बाद पार्टी संगठन में बदलाव की सुगबुगाहट है। अध्यक्ष के इस्तीफे के साथ ही प्रदेश कार्यकारिणी को जारी रखे जाने को लेकर असमंजस गहरा गया है। वहीं, नए प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के चयन को लेकर पार्टी हाईकमान का क्या रुख अपनाता है, नजरें अब इस पर टिक गई हैं। माना ये भी जा रहा है कि आने वाले समय में कुछ बड़े चेहरों पर भी गाज गिर सकती है।

फिलहाल राज्य कांग्रेस में विपक्ष के नए नेता को लेकर राजनीति गर्माने लगी है और कई दावेदारों के नाम सामने आ रहे हैं। राज्य में निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, धारचूला विधायक हरीश धामी के बाद अब बदरीनाथ के विधायक राजेंद्र भंडारी का नाम तेजी से उभर रहा है। बहरहाल भंडारी के समर्थकों ने उन्हें नेता प्रतिपक्ष बनाने के लिए पैरवी शुरू कर दी और इसके लिए हस्ताक्षर अभियान शुरू किया गया है। हालांकि माना जा रहा है कि आलाकमान की सहमति के बाद से ही नेता प्रतिपक्ष के नाम पर मुहर लगेगी। निर्वतमान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह चुनाव जीतने में कामयाब रहे हैं और वह फिर से इस पद के लिए दावा कर रहे हैं। प्रीतम सिंह को कई केन्द्रीय नेताओं का समर्थन प्राप्त है

सदन में विपक्ष की ओर से सरकार के सामने खड़ा होने के लिए नेता प्रतिपक्ष का होना जरूरी है। इस वक्त निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह का नाम सबसे आगे हैं। लेकिन, इस बार धारचूला विधायक हरीश धामी खुलकर अपनी दावेदारी पेश कर चुके हैं। उनके साथ ही पूर्व काबीना मंत्री यशपाल आर्य, बदरीनाथ विधायक राजेंद्र भंडारी, मदन बिष्ट का नाम भी चर्चा में है।

सूत्रों के अनुसार शीर्ष नेतृत्व इनमें ऐसे सर्वमान्य चेहरे को तलाश रहा है जिनके झंडे के नीचे सभी 19 विधायक सहजता से रह सके। दूसरी तरफ, पिछले नौ दिन से उत्तराखंड कांग्रेस बिना मुखिया के ही चल रही है। 15 मार्च को पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने इस्तीफा दे दिया था।

उनके साथ ही कार्यकारिणी भी निष्प्रभावी हो गई है। नौ दिन से कांग्रेस में असमंजस की स्थिति है।  प्रदेश अध्यक्ष के लिए खटीमा विधायक भुवन कापड़ी, यशपाल आर्य, मनोज तिवारी के नाम की चर्चा भी की जा रही है। कुमाऊं के ब्राह्मण नेताओं में फिलहाल भुवन का नाम आगे हैं।

हालांकि कांग्रेस का एक बड़ा वर्ग निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल को ही दोबारा अध्यक्ष बनाए जाने के पक्ष में है। इसके पीछे गोदियाल के अल्प कार्यकाल और इस चुनाव में वर्ष 2017 के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन को वजह बताया जा रहा है। विधानसभा चुनाव 2022 में श्रीनगर विधानसभा सीट से भाजपा के डॉ. धन सिंह रावत ने गोदियाल को हराया है। 

नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष का विषय हाईकमान के विचाराधीन है। मैंने अपनी पूरी रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष को दे दी है। उम्मीद है जल्द ही तस्वीर साफ हो जाएगी।

बॉर्डर से सेना हटाओ, तभी आगे बढ़ेगी बात : चीनी विदेश मंत्री से बोले अजीत डोभाल

भारत ने शांति की बहाली के लिए राजनयिक, सैन्य स्तर पर सकारात्मक बातचीत जारी रखने की जरूरत पर जोर दिया है। अजीत डोभाल ने वांग यी से कहा है कि सुनिश्चित किया जाए कि कार्रवाई समान और परस्पर सुरक्षा की भावना का उल्लंघन नहीं करती है। एक ही दिशा में काम करें और बकाया मुद्दों को जल्द से जल्द सुलझाएं। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल  ने चीन के विदेश मंत्री को साफ लहजे में कह दिया है कि जब तक वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control -LAC) से चीनी सेना नहीं हटाई जाएगी, तब तक दोनों देशों के बीच कोई बात नहीं हो सकती।

नयी दिल्ली(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट:

चीनी विदेश मंत्री वांग यी आज से भारत दौरे पर हैं। इस दौरान भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने चीन के विदेश मंत्री को साफ लहजे में कह दिया है कि जब तक वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) से चीनी सेना नहीं हटाई जाएगी, तब तक दोनों देशों के बीच कोई बात नहीं हो सकती। डेढ़ घंटे तक चली इस बातचीत के दौरान भारत ने कहा है बॉर्डर क्षेत्र के बचे हुए इलाके में जल्द और पूरी तरह से सेना को हटाए जाने की जरूरत है, ताकि द्विपक्षीय संबंध स्वाभाविक रास्ते पर आ सकें।

निर्वासित तिब्बती सांसद थुबटेन ग्यात्सो ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा है कि मैं सरकार से चीनी विदेश मंत्री के साथ बैठक के दौरान तिब्बती मुद्दे को उठाने और चीन से दलाई लामा के साथ बातचीत फिर से शुरू करने की अपील करता हूं। एक और निर्वासित तिब्बती सांसद चोदक ग्यामत्सो ने कहा है कि यह महत्वपूर्ण है कि तिब्बती मुद्दे को दोनों पक्षों द्वारा उठाया जाए। चीनी विदेश मंत्री की इस तरह की यात्रा एक अच्छा संकेत है। दो बड़े एशियाई देशों के लिए सकारात्मक संबंध बनाए रखना आवश्यक है।

तिब्बती यूथ कांग्रेस ने जानकारी दी है कि संगठन वांग यी की भारत यात्रा को लेकर दोपहर दो बजे करीब हैदराबाद हाउस के सामने विरोध-प्रदर्शन करेगी। तिब्बती कार्यकर्ता तेंजिन तुसुंदे ने एक ट्वीट में कहा. “वांग यी के भारत आने से पहले दिल्ली हवाई अड्डे पर एक फ्री तिब्बत प्रदर्शनकारी छात्र पहले से ही मौजूद थे। गलवान के बाद भी कोई भारतीय प्रदर्शनकारी नहीं दिखा।”

चीनी विदेश मंत्री वांग यी 24 मार्च की शाम दिल्ली पहुंचे थे। 2020 में लद्दाख संघर्ष के बाद से यह उनकी पहली भारत यात्रा है। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के साथ गतिरोध और जून 2020 में गालवान घाटी में एक हिंसक संघर्ष में 20 भारतीय सैनिकों और कई चीनी सैनिकों की मौत हो गई थी।

Rashifal

राशिफल, 25 मार्च 2022

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा कोअपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।

aries
मेष/aries

25 मार्च 2022:  

आपको अपना अतिरिक्त समय अपने शौक़ पूरे करने या उन कामों को करने में लगाना चाहिए, जिन्हें करने में आपको सबसे ज़्यादा मज़ा आता है। जिन लोगों ने जमीन खरीदी थी और अब उसे बेचना चाहते हैं उन्हें आज कोई अच्छा खरीदार मिल सकता है और जमीन बेचकर उन्हें अच्छा धन लाभ हो सकता है। ऐसे मुद्दों पर बात करने से बचें, जिनको लेकर प्रियजनों से वाद-विवाद होने की संभावना है। आप जहाँ हैं वहीं रहेंगे, बावजूद इसके प्यार आपको एक नए और अनोखे लोक में ले जाएगा। साथ ही आज आप रोमानी सफ़र पर भी जा सकते हैं। आज आपका मन ऑफिस के काम में नहीं लगेगा। आज आपके मन में कोई दुविधा होगी जो आपको एकाग्र नहीं होने देगी। खाली समय का सदुपयोग होना चाहिए लेकिन आप आज आप इस समय का दुरुपयोग करेंगे और इस वजह से आपका मूड भी खराब होगा। आज आप महसूस करेंगे कि शादी का बंधन वाक़ई स्वर्ग में बनाया जाता है।

अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

वृष/Taurus

25 मार्च 2022:  

आपका आकर्षक बर्ताव दूसरों का ध्यान आपकी तरफ़ खींचेगा। अगर आपका धन से जुड़ा कोई मामला कोर्ट-कचहरी में अटका था तो आज उसमें आपको विजय मिल सकती है और आपको धन लाभ हो सकता है। अपने सामाजिक जीवन को दरकिनार न करें। अपनी व्यस्त दिनचर्या में से थोड़ा-सा समय निकालकर अपने परिवार के साथ किसी आयोजन में शिरकत करें। यह न सिर्फ़ आपका दबाव कम करेगा, बल्कि आपकी झिझक भी मिटा देगा। अपनी व्यक्तिगत भावनाएँ और गोपनीय बातें अपने प्रिय से बाँटने का सही समय नहीं है। अगर आप अपने लक्ष्यों को पाने के लिए एकाग्रता सए ध्यान केंद्रित करेंगे तो आपकी उपलब्धियाँ आपकी उम्मीदों से ज़्यादा होंगी। वक्त से बढ़कर कुछ नहीं होता। इसलिए आप वक्त का सदुपयोग करते हैं लेकिन कई बार आपको जीवन को लचीला बनाने की जरुरत भी होती है और अपने घर परिवार के साथ समय बिताने की जरुरत होती है। शादीशुदा ज़िन्दगी के नज़रिए से यह थोड़ा मुश्किल वक़्त है।

अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

मिथुन/Gemini

25 मार्च 2022 :  

आस-पास के लोगों का सहयोग आपको सुखद अनुभूति देगा। जल्दबाज़ी में फ़ैसले न लें- ख़ासतौर पर अहम आर्थिक सौदों में मोलभाव करते वक़्त। आपको ऐसी परियोजनाएँ शुरू करनी चाहिए, जो पूरे परिवार के लिए समृद्धिलाएँ। रोमांस के लिहाज़ से बहुत अच्छा दिन नहीं है, क्योंकि आप आज सच्चा प्यार ढूंढने में विफल हो सकते हैं। नौकरी पेेशा से जुड़े लोगों को आज कार्यक्षेत्र में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। आज आप न चाहते हुए भी कोई गलती कर बैठेंगे जिसकी वजह से आपको अपने सीनियर्स की डांट सहनी पड़ सकती है। कारोबारियों के लिए दिन सामान्य रहने की उम्मीद है। भरपूर रचनात्मकता और उत्साह आपको एक और फ़ायदेमंद दिन की ओर ले जाएंगे। आपके वैवाहिक जीवन से सारा मज़ा खो सा गया मालूम होता है। अपने जीवनसाथी से बात करें और कुछ मस्तीभरी योजना बनाएँ।

अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

कर्क/Cancer

25 मार्च 2022:  

आपकी उम्मीद एक महक से भरे हुए ख़ूबसूरत फूल की तरह खिलेगी। आप अच्छा पैसा बना सकते हैं, बशर्ते आप पारंपरिक तौर पर निवेश करें। अपने परिवार की भलाई के लिए मेहनत करें। आपके कामों के पीछे प्यार और दूरदृष्टि की भावना होनी चाहिए, न कि लालच का ज़हर। सावधान रहें, क्योंकि कोई आपकी छवि धूमिल करने की कोशिश कर सकता है। नयी परियोजनाओं और ख़र्चों को टाल दें। उन चीजों को दोहराना जिनका अब आपके जीवन में कोई महत्व नहीं है, आपके लिए ठीक नहीं है। ऐसा करके आप अपना वक्त ही बर्बाद करेंगे और कुछ नहीं। ख़ुद तनावग्रस्त होने की झल्लाहट आप बेवजह अपने जीवनसाथी पर निकाल सकते हैं।

अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Leo
सिंह/Leo

25 मार्च 2022 :

आपको कामकाम के मोर्चे पर धक्का लग सकता है, क्योंकि आपकी सेहत आपके साथ नहीं है और इसके चलते आपको कोई ज़रूरी काम अधर में ही छोड़ना पड़ सकता है। ऐसे हालात में धैर्य और होशियारी से काम लें। आज किसी विपरीत लिंगी की मदद से आपको करोबार या नौकरी में आर्थिक लाभ होने की संभावना है। अगर आप पार्टी करने की सोच रहे हैं, तो अपने अपने अच्छे दोस्तों को बुलाएँ। ऐसे कई लोग होंगे, जो आपका उत्साह बढाएंगे। रोमांस के नज़रिए से आज ज़िन्दगी बहुत जटिल रहेगी। काम में आपकी दक्षता की आज परीक्षा होगी। इच्छित परिणाम देने के लिए आपको अपनी कोशिशों पर एकाग्रता बनाए रखने की ज़रूरत है। दिन उम्दा है, आज के दिन अपने लिए समय निकालें और अपनी कमियों और खुबियों पर गौर फर्माएं। इससे आपके व्यक्तित्व में सकारात्मक परिवर्तन आएंगे। आपके लिए यह ख़ूबसूरत रोमानी दिन रहेगा, लेकिन सेहत को लेकर थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

कन्या/Virgo

25 मार्च 2022 :   

दूसरों के साथ ख़ुशी बांटने से सेहत और खिलेगी। इस राशि के कारोबारियों को आज अपने घर के उन सदस्यों से दूर रहना चाहिए जो आपसे पैसा मांगते हैं और फिर लौटाते नहीं हैं। अगर आप पार्टी करने की सोच रहे हैं, तो अपने अपने अच्छे दोस्तों को बुलाएँ। ऐसे कई लोग होंगे, जो आपका उत्साह बढाएंगे। आज आपको अपने प्रिय का एक अलग ही अन्दाज़ देखने को मिल सकता है। बिना गहराई से समझे-बूझे किसी व्यावसायिक/क़ानूनी दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर न करें। आपका संंगी आपसे सिर्फ कुछ समय चाहता है लेकिन आप उनको समय नहीं दे पाते जिससे वो खिन्न हो जाते हैं। आज उनकी यह खिन्नता स्पष्टता के साथ सामने आ सकती है। लगता है कि आपका जीवनसाथी आज बहुत ख़ुश है। आपको सिर्फ़ वैवाहिक जीवन से जुड़ी उसकी योजनाओं में मदद करने की ज़रूरत है।

अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

Libra
तुला/Libra

25 मार्च 2022 :   

झगड़ालू स्वभाव को क़ाबू में रखें, नहीं तो रिश्तों में कभी न मिटने वाली खटास पैदा हो सकती है। इससे बचने के लिए अपने नज़रिए में खुलापन अपनाएँ और पूर्वाग्रहों को छोड़ें। दीर्घावधि मुनाफ़े के नज़रिए से स्टॉक और म्यूचुअल फ़ंड में निवेश करना फ़ायदेमंद रहेगा। शाम का वक़्त दोस्तों के साथ बिताना दिलचस्प तो रहेगा ही, साथ ही छुट्टी साथ बिताने की योजनाओं पर भी चर्चा हो सकेगी। प्यार के नज़रिए से यह दिन बेहद ख़ास रहेगा। अपने काम और प्राथमिकताओं पर ध्यान एकाग्र करें। अपने जरुरी कामों को निपटाकर आज आप अपने लिए समय तो अवश्य निकालेंगे लेकिन इस समय का उपयोग आप अपने हिसाब से नहीं कर पाएंगे। वैवाहिक जीवन के कई फ़ायदे भी होते हैं और आप उन्हें आज हासिल कर सकते हैं।

अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

वृश्चिक/Scorpio

25 मार्च 2022 : 

सेहत अच्छी रहेगी। ख़र्चों पर क़ाबू रखने की कोशिश करें और सिर्फ़ ज़रूरी चीज़ें ही ख़रीदें। पुराने संपर्क और दोस्त मददगार रहेंगे। अपने प्रिय को समझने की कोशिश करें, नहीं तो मुश्किल में फँस सकते हैं। आप किसी बड़े व्यावसायिक लेन-देन को अंजाम दे सकते हैं और मनोरंजन से जुड़ी किसी परियोजना में कई लोगों का संयोजन कर सकते हैं। यदि आपको व्यस्त दिनचर्या के बाद भी अपने लिए समय मिल पा रहा है तो आपको इस समय का सदुपयोग करना सीखना चाहिए। ऐसा करके अपने भविष्य को आप सुधार सकते हैं। आपके आस-पास के लोग कुछ ऐसा कर सकते हैं, जिसके चलते आपका जीवनसाथी आपकी तरफ़ फिर से आकर्षित महसूस करेगा।

अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

धनु/Sagittarius

25 मार्च 2022 :  

रचनात्मक काम आपको सुक़ून देगा। संदिग्ध आर्थिक लेन-देन में फँसने से सावधान रहें। बच्चों की उनसे जुड़े मामलों में मदद करना आवश्यक है। आप आज प्रेमपूर्ण मनोभाव में होंगे, इसलिए अपने प्रिय के साथ कुछ अच्छा समय बिताने की योजना बनाएँ। कार्यक्षेत्र में आपका कोई प्रतिद्वंदी आज आपके खिलाफ साजिश कर सकता है, इसलिए आज आपको आंख कान खोलकर काम करने की जरुरत है। अपने व्यक्तित्व और रंग-रूप को बेहतर बनाने का कोशिश संतोषजनक साबित होगी। आपका जीवनसाथी बिना जाने कुछ ऐसा ख़ास काम कर सकता है, जिसे आप कभी भुला नहीं पाएंगे।

अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

1मकर/Capricorn

25 मार्च 2022 : 

आप भावनात्मक तौर पर बहुत संवेदनशील हैं, इसलिए ऐसे हालात से बचें जो आपको चोट पहुँचा सकते हों। अगर आप अपनी रचनात्मक प्रतिभा को सही तरीक़े से इस्तेमाल करें तो वह काफ़ी फ़ायदेमंद साबित होगी। परिवार की स्थिति आज वैसी नहीं रहेगी जैसा आप सोचते हैं। आज घर में किसी बात को लेकर कलह होने की संभावना है ऐसी स्थिति में खुद पर काबू रखें। आपके महसूस करेंगे कि फ़िज़ाओं में प्यार घुला हुआ है। नज़रें उठाकर तो देखिए, आपको सब-कुछ प्रेम के रंग में रंगा दिखाई देगा। अन्य दिनों की अपेक्षा आज आपके सहकर्मी आपको अधिक समझने की कोशिश करेंगे। वक्त की नाजाकत को समझते हुए आज आप सब लोगों से दूरी बनाकर एकांत में वक्त बिताना पसंद करेंगे। ऐसा करना आपके लिए हितकर भी होगा। आपका जीवनसाथी अन्य दिनों की अपेक्षा आपका ज़्यादा ख़्याल रखेगा।

अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

कुम्भ/Aquarius

25 मार्च 2022 : 

आपका ग़ुस्सा राई का पहाड़ बना सकता है, जो आपके परिवार को नाराज़ कर सकता है। वे लोग ख़ुशक़िस्मत हैं जो अपने ग़ुस्से पर क़ाबू रख सकते हैं। इससे पहले कि आपका ग़ुस्सा आपको ख़त्म करे, आप उसे ख़त्म कर दें। जिन व्यापारियों के संबंध विदेशों से हैं उन्हें आज धन हानि होने की संभावना है इसलिए आज के दिन सोच समझकर चलें। आपके आकर्षण और व्यक्तित्व के ज़रिए आपको कुछ नए दोस्त मिलेंगे। आज के दिन अपने प्रिय की भावनाओं को समझें। मुश्किल मामलों से बचने के लिए आपको अपने संपर्क उपयोग करने की ज़रूरत है। वह काम जो आज आप दूसरों के लिए स्वेच्छा से करेंगे, न सिर्फ़ औरों के लिए मददगार साबित होगा बल्कि आपके दिल में ख़ुद की छवि भी सकारात्मक होगी। आपको महसूस होगा कि शादी के वक़्त किए गए सारे वादे सच्चे हैं। आपका जीवनसाथी ही आपका हमदम है।

अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 8194959327

मीन/Pisces

25 मार्च 2022 : 

बहुत-कुछ आपके कंधों पर टिका हुआ है और फ़ैसले लेने के लिए स्पष्ट सोच ज़रूरी है। लम्बे समय से अटके मुआवज़े और कर्ज़ आदि आख़िरकार आपको मिल जाएंगे। शाम का वक़्त दोस्तों के साथ मौज-मस्ती के लिए अच्छा है, साथ ही छुट्टियों के लिए योजना भी बन सकती है। आपकी आकर्षक छवि मनचाहा परिणाम देगी। साझीदारी और व्यापार में हिस्सेदारी वग़ैरह से दूर रहें। आज आप नए विचारों से परिपूर्ण रहेंगे और आप जिन कामों को करने के लिए चुनेंगे, वे आपको उम्मीद से ज़्यादा फ़ायदा देंगे। यह शादीशुदा ज़िन्दगी के सबसे ख़ास दिनों में से एक है। आपको प्रेम की गहराई का अनुभव करेंगे।

अपनी व्यक्तिगत समस्या के निश्चित समाधान हेतु समय निर्धारित कर ज्योतिषाचार्य से संपर्क करे, दूरभाष : 819495932

panchang

पंचांग 25 मार्च 2022

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं: तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।

नोटः आज शीतलाष्टमी व्रत है। शीतला अष्टमी का व्रत करने से शीतला माता प्रसन्न होती हैं। इस व्रत की विशेषता है कि शीतला देवी को भोग लगाने वाले सभी भोजन को एक दिन पूर्व की बना लिया जाता है। दूसरे दिन शीतला माता को भोग लगाया जाता है। इसलिए इस व्रत को बसोरा भी कहते हैं।

विक्रमी संवत्ः 2078, 

शक संवत्ः 1944, 

मासः चैत्ऱ, 

पक्षः कृष्ण पक्ष, 

तिथिः अष्टमी रात्रि 10.05 तक है, 

वारः शुक्रवार।

विशेषः आज पश्चिम दिशा की यात्रा न करें। शुक्रवार को अति आवश्यक होने पर सफेद चंदन, शंख, देशी घी का दान देकर यात्रा करें।

नक्षत्रः मूल सांय 04.07 तक है, योगः वरीयान रात्रि काल 01.46 तक, करणः बालव, 

सूर्य राशिः मीन,  चंद्र राशिः धनु, 

राहु कालः प्रातः 10.30 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 06.31,  सूर्यास्तः 06.25 बजे। 

चीन के विदेश मंत्री वांग यी कल सुबह 11 बजे विदेश मंत्री एस. जयशंकर से दिल्ली में मुलाकात करेंगे

चीन के विदेश मंत्री वांग यी कल सुबह 11 बजे विदेश मंत्री एस. जयशंकर से दिल्ली में मुलाकात करेंगे। यह जानकारी मिली है कि चीनी विदेश मंत्री की बगैर पूर्व निर्धारित यात्रा का उद्देश्य यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के मद्देनजर बने भू राजनीतिक हालात में चीन के एक बड़ी भूमिका निभाने से संबद्ध है।

नयी दिल्ली(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट :

चीन के विदेश मंत्री वांग यी गुरुवार को नई दिल्ली पहुंचे हैं। विदेश मंत्री वांग यी की शुक्रवार को विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मिलने की उम्मीद है। एजेंडा स्पष्ट नहीं है, लेकिन यूक्रेन संघर्ष पर बातचीत की उम्मीद है। भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा कि उन्हें वांग की यात्रा पर साझा करने के लिए कोई जानकारी नहीं है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि उन्हें भी इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। पिछले दो साल से भारत और चीन के बीच हालात अच्छे नहीं हैं। यी ने नई दिल्ली की अपनी यात्रा से पहले भारत सरकार से फटकार लगाई, इस सप्ताह पाकिस्तान में विवादित कश्मीर क्षेत्र के बारे में की गई टिप्पणी थी। दो साल पहले कश्मीर के लद्दाख क्षेत्र में एक घातक सीमा संघर्ष के बाद दो परमाणु सशस्त्र एशियाई शक्तियों के बीच संबंध ठंडे हो गए थे, और वांग उस समय के बाद यात्रा करने वाले पहले उच्च-स्तरीय चीनी अधिकारी होंगे। चीनी विदेश मंत्री वांग यी भारत आ चुके हैं और उनके राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और विदेश मंत्री एस जयशंकर से कल मुलाकात करने की संभावना है।

आपको बता दें इस्लामिक सहयोग संगठन बैठक के बीच  चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने जम्मू कश्मीर का जिक्र किया, बैठक में बोले गए विवादों पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की। भारत विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरविंद बागची ने बुधवार को विरोध जताते हुए कहा  कि  चीन के विदेश मंत्री वांग यी द्वारा भारत का अनावश्यक जिक्र किये जाने को खारिज करते हैं।

 भारतीय विदेश प्रवक्ता ने कहा कि केन्द्र शासित जम्मू कश्मीर से जुड़े  किसी भी प्रकार के मामले ‘‘पूरी’’ तरह से भारत के आंतरिक मामले हैं। जिन पर चीन समेत किसी भी देश को टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है। सख्त लहजों में भारतीय प्रवक्ता ने कहा भारत किसी भी देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करता और न ही उन पर सार्वजनिक रूप से बोलता है। ये उन देशों को समझना चाहिए कि किसी भी देश के आंतरिक मामलों में सार्वजनिक बयानबाजी न की जाए। 

वांग  मंगलवार को पाकिस्तान दौरे पर थे जहां उन्होंन ओआईसी मीटिंग में भारत के कश्मीर पर विवादित टिप्पणी की थी, वांग यी ने बैठक में कहा था, ‘ कश्मीर पर, हमने  अपने इस्लामिक मित्रों की बातें सुनी, चीन भी यही उम्मीद साझा करता है,  जिसका भारत ने कड़ा विरोध जताया।इसी सिलसिले में चीन के विदेश मंत्री वांग आज गुरूवार को भारत दौरे पर दिल्ली पुहंचे। 

भारत में उतरने से पहले, वांग यी ने काबुल में एक अनिर्धारित स्टॉप बनाया और अफगानिस्तान के नए तालिबान शासकों से मुलाकात की, कथित तौर पर राजनीतिक संबंधों के विस्तार, आर्थिक और पारगमन सहयोग सहित कई मुद्दों पर, समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया ने बताया। वांग यी की अफगान यात्रा अफगानिस्तान में व्लादिमीर पुतिन के विशेष दूत ज़मीर काबुलोव के काबुल दौरे के साथ हुई।

भारत और चीन के बीच संबंध जून 2020 में और तनावपूर्ण हो गए, जब दोनों देशों की सेनाएं पूर्वी लद्दाख के गालवान में भिड़ गईं। हालांकि, कई दौर की कूटनीतिक और सैन्य स्तर की वार्ता के बाद दोनों पक्षों की ओर से इस क्षेत्र में तनाव कम हुआ है। पूर्वी लद्दाख में घर्षण के शेष क्षेत्रों में मुद्दों को हल करने के लिए दोनों देशों के बीच 15 मार्च को उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता का 15वां दौर आयोजित किया गया था। दोनों देशों को अभी तक यथास्थिति में नहीं लौटना है जो 2020 की झड़पों से पहले मौजूद थी जिसमें 20 भारतीय और कई चीनी सैनिक मारे गए थे। द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा के लिए विदेश मंत्रियों ने पिछले दो वर्षों में भारत के बाहर कई बार मुलाकात की है।

कश्मीरी पंडितों को न्याय दिलाने के लिए 32 साल बाद सुप्रीम कोर्ट में दायर हुई याचिका

कश्मीर पंडितों के नरसंहार के 32 साल बाद गुरुवार को सर्वोच्च न्यायालय में न्याय के लिए गुहार लगाई गई।  कश्मीरी पंडितों के एक संगठन ने 1989-90 में कश्मीरी पंडितों की कथित तौर पर सामूहिक हत्या और नरसंहार में न्याय के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक क्यूरेटिव पिटिशन दायर की है।

नयी दिल्ली(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट :

कश्मीरी पंडितों के संगठन “रूट्स इन कश्मीर” ने आज सुप्रीम कोर्ट में एक क्यूरेटिव याचिका दायर कर 1990 के दशक के दौरान घाटी में चरमपंथ के दौरान कश्मीरी पंडितों की हत्याओं की जांच की मांग की है। क्यूरेटिव पिटीशन सुप्रीम कोर्ट के 2017 के उस फैसले के खिलाफ दायर की गई है, जिसने लंबी देरी का हवाला देते हुए जांच के लिए संगठन की याचिका को खारिज कर दिया था।

अपनी और अपने परिजनों की जान बचाने के लिये आज से तीन दशक पहले अपने घरों से पलायन के लिये मजबूर हुये कश्मीर पंडित तीन दशक से भी अधिक समय से न्याय का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। कश्मीरी पंडितों के लिये 19 जनवरी 1990 की रात ऐसी है, जिसे वे ताउम्र नहीं भूल सकते हैं।

हर साल कश्मीर को लेकर व्यर्थ की बहसें होती हैं, आभासी दुनिया में बहसबाजी होती है तथा टीवी चैनलों पर आरोप और प्रत्यारोपों का दौर चलता है कि नहीं इसके लिये जगमोहन जिम्मेदार थे, तो नहीं इसके लिये फारुख अब्दुल्ला जिम्मेदार थे। ये सभी बहसें एक दिन में फिर अतीत का हिस्सा बनकर रह जाती हैं। इसी के बीच 11 मार्च को विवेक अग्निहोत्री द्वारा निर्देशित द कश्मीर फाइल्स रिलीज होती है और सिल्वर स्क्रीन पर धूम मचा देती है।

इसके बाद एक बार फिर चचार्ओं का एक दौर शुरू हो जाता है लेकिन इन चर्चाओं से एक मुख्य बिंदु अब भी नदारद होता है और वह है- न्याय। लेकिन इस बार कुछ अलग था। फिल्म ने देश की सोई हुई चेतना को झकझोर कर रख दिया। इस फिल्म में कश्मीरी पंडितों के पलायन को बेहद बेबाक तरीके से दिखाया गया है। निर्देशक अग्निहोत्री का कहना है कि आतंकवाद के आगमन के बाद कश्मीर पर कई फिल्में बनायी गयीं लेकिन उनमें आमतौर पर आतंकवाद को रोमांटिक रूप दिय किया और उन्होंने कभी भी कश्मीरी हिंदुओं पर हुये अत्याचार की बात नहीं की।

इसमें कोई शक नहीं कि फिल्म ने देशवासियों को यह दिखाया कि कश्मीर की हसीं वादियों में 80 के दशक के अंत और 90 के दशक की शुरूआत में क्या-क्या हुआ था। लेकिन क्या कोई फिल्म आतंकवाद प्रभावित अल्पसंख्यक समुदाय को न्याय दिला पायेगी? अग्निहोत्री ने अपनी भूमिका निभा दी है लेकिन अब गेंद सरकार के पाले में है और यह हमेशा से सरकार के ही पाले में थी। इस घटना को तीन दशक से अधिक समय बीत चुका है जब कश्मीर के मूल निवासियों को क्रूर अत्याचारों का सामना करना पड़ा। तो अब इन मामलों की पड़ताल क्यों न की जाये?

आईएएनएस ने इसी मसले को लेकर कुछ कानूनविदों से बात की जिससे कश्मीरी पंडितों को न्याय दिलाने का रास्ता सुगम हो सके । सुप्रीम कोर्ट के वकील अश्विनी उपाध्याय कहते हैं, यह एक तथ्य है कि कश्मीरी पंडितों का अपहरण किया गया, उन पर हमला किया गया, बर्बर तरीके से बलात्कार किया गया, बेरहमी से हत्या की गयी और उनका नरसंहार हुआ। इस घटना को अगर 30 साल बीत गये तो क्या होगा? अब जहां तक न्याय के अधिकार का सवाल है, तो इसकी कोई समय सीमा नहीं होती है।

उपाध्याय ने आईएएनएस से कहा कि कश्मीर में हिंदू नरसंहार के पीड़ितों को पहले उस राज्य के प्रमुख यानी जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से संपर्क करना चाहिये। उन्होंने कहा, यह अधिक उपयुक्त होगा यदि पीड़ित सामाजिक कार्यकतार्ओं या नेताओं के बजाय सीधे एलजी से संपर्क करें। उपाध्याय ने कहा कि कश्मीरी पंडितों को जम्मू-कश्मीर एलजी से एनआईए से इस घटना की जांच कराने की मांग करनी चाहिये। उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि यह सबसे प्रभावी जांच होगी क्योंकि वहां बड़े पैमाने पर हिंसा हो रही है और विदेशी फंडिंग हो रही है।

उपाध्याय ने कहा कि कश्मीरी पंडित अब देश के अलग-अलग हिस्से में बस गये हैं और अगर वे एलजी से मिलने में सक्षम नहीं हैं तो वे कम से कम एक मेल भेज सकते हैं। उन्होंने कहा, अगर एलजी उन्हें जवाब नहीं देते हैं या उनके अनुरोध पर कार्रवाई नहीं करते हैं, तो उन्हें सीधे हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाना चाहिये। उन्होंने कहा कि अगर हाईकोर्ट भी उन्हें कोई राहत नहीं देता है तो वे सुप्रीम कोर्ट का रुख कर सकते हैं। उपाध्याय ने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट में कश्मीर नरसंहार का मामला बिना फीस के लड़ने के लिये तैयार हैं। उपाध्याय कहते हैं कि पंडित समुदाय के प्रत्येक सदस्य को शारीरिक क्रूरता का सामना नहीं करना पड़ा लेकिन फिर भी पलायन का उन पर अलग-अलग प्रभाव पड़ा। उन्होंने कहा,चोट हमेशा शारीरिक नहीं होती है बल्कि यह सामाजिक, वित्तीय और मानसिक आघात भी भी सकता है।

उन्होंने कहा, यहां तक कि जान से मारने की धमकी देना भी भारतीय दंड संहिता की धारा 506 (आपराधिक धमकी के लिये सजा) के तहत एक अपराध है। वहां से सभी हिंदू पलायन कर गये क्योंकि उन्हें धमकी दी गयी थी। लेकिन अल्पसंख्यक समुदाय का कोई सदस्य 30 साल बाद सबूत कैसे जुटायेगा? उपाध्याय इस पर कहते हैं, देखें साक्ष्य दो प्रकार के होते हैं: एक भौतिक साक्ष्य है और दूसरा परिस्थितिजन्य साक्ष्य है। न्याय करना अधिक महत्वपूर्ण हैं। अदालतें परिस्थितिजन्य साक्ष्य के आधार पर भी न्याय कर सकती हैं। नार्को पॉलीग्राफ और ब्रेन मैपिंग को लेकर कोई कानून नहीं है लेकिन इसे एक असाधारण मामला मानते हुये अदालत आरोपियों का नार्को पॉलीग्राफ और ब्रेन मैपिंग टेस्ट कराने का निर्देश दे सकती है और उसके परिणाम के आधार पर अदालत फैसला सुना सकती है।

दिल्ली के एक अन्य वकील विनीत जिंदल ने आईएएनएस से बात करते हुये कहा कि पंडित समुदाय के लोग, जो अब विस्थापित हो चुके हैं और वर्तमान में देश के विभिन्न हिस्सों में रह रहे हैं, वे भी जीरो एफआईआर के विकल्प का इस्तेमाल कर सकते हैं। एक जीरो एफआईआर में सीरियल नंबर नहीं होता है, इसके बजाय इसे 0 नंबर दिया जाता है। यह उस क्षेत्र की परवाह किये बिना पंजीकृत होता है, जहां अपराध किया गया है। कोई भी पुलिस स्टेशन जीरो एफआईआर दर्ज करने के बाद मामले को उस क्षेत्राधिकार वाले पुलिस स्टेशन में स्थानांतरित कर देता है, जहां अपराध हुआ है।

अधिवक्ता जिंदल, जो एक सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं, उन्होंने अभी एक दिन पहले राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को पत्र लिखकर कश्मीरी पंडितों के नरसंहार से जुड़े मामलों को फिर से खोलने और अब तक दर्ज मामलों की पूरी जांच के लिये एक विशेष जांच दल गठित करने की मांग की थी। जिंदल ने आईएएनएस से कहा, सरकार को उन पीड़ितों को एक मंच प्रदान करना चाहिये जो उस समय की प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण उस विशेष समय में अपने मामलों की रिपोर्ट करने में असमर्थ थे।

उन्होंने कहा कि 215 प्राथमिकी दर्ज की गयी हैं और मामलों की जांच जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा की गयी है लेकिन जांच से कोई ठोस परिणाम नहीं निकला। उन्होंने कहा, इसलिए, यह निश्चित रूप से एक संदेह पैदा करता है कि इन प्राथमिकियों के लिये किस तरह की जांच की गयी। केंद्र सरकार भी पीड़ितों के परिवारों के लिये न्याय सुनिश्चित करने में विफल रही। इस बीच पंडित समुदाय हालांकि, इस तथ्य से संतुष्ट है कि कम से कम उनके उत्पीड़न की कहानी अब लोगों से छिपी नहीं है लेकिन फिर भी न्याय का इंतजार अभी बाकी है।

हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने एक श्याम शहीदों के नाम कार्यक्रम में की शिरकत

  • शहीद भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरू की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया शहीदों को नमन
  • स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों और बहादुरी पूर्वक कार्य करने वाली महिलाओं को मोमैंटो देकर किया सम्मानित

पंचकूला, 24 मार्च :

एक शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम में हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञानचंद गुप्ता ने चंडीगढ़ सेक्टर-10 की आर्ट गैलरी एवं म्युजियम में आचार्यकुल एवं स्वतंत्रता सैनानी उतराधिकारी समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की। इस अवसर पर उन्होंने सर्वप्रथम शहीद भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरू की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और शहीदों को नमन किया। गुप्ता ने आचार्यकुल एवं स्वतंत्रता सेनानी समिति को 2 लाख 51 हजार रुपये देने की घोषणा की।  

इस अवसर पर आचार्यकुल एवं स्वतंत्रता सैनानी उतराधिकारी समिति के अध्यक्ष, खादी सेवा संघ एवं कार्यक्रम के संयोजक श्री केके शारदा भी उपस्थित थे। हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ने इस अवसर पर ’आओ भारत जोड़े’ नामक पुस्तक का भी विमोचन किया।

इस अवसर पर अपने संबोधन में गुप्ता ने कहा कि शहीदों के लिये एक शाम ही नहीं बल्कि हर शाम शहीदों के नाम होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि आज शहीदों के बलिदान की बदौलत ही हम आजादी की हवा में सांस लें रहे है, यह हमारे लिये सौभाग्य की बात है। भगत सिंह, राजगुरू व सुखदेव और अन्य ऐसे युवा क्रांतिकारियों ने भरी जवानी में अपना बलिदान देकर ही अंग्रेजों को देश छोड़ने पर मजबूर किया और आजाद भारत के सपने को साकार किया।


मेरा रंग दें बंसती चोला जैसे गीतों को गुनगुनाते हुये इन तीनों शहीदों ने भरी जवानी में फांसी के फंदे को हंसते हंसते गले में डालकर देश पर न्यौछावर हो गये। उन्होंने कहा कि हमें अपनी युवा पीढ़ी को भी देश के लिये बलिदान देने वाले लाखों शहीदों के बलिदानों के बारे में बताना चाहिये ताकि वे इन शहीदों द्वारा दिये गये बलिदान से प्रेरणा लें सके।

उन्होंने आगे कहा कि मैं भारत की सीमाओं पर माईनस 30 डिग्री ठंड में देश की सीमाओं की रक्षा करने वाले उन सैनिकों को भी सैल्यूट करता हूं जो बार्डर पर दिन रात कड़े कष्टों में पेहरा देकर देशवासियों की सुरक्षा को सुनिश्चित कर रहे है। उन्होंने कहा कि पंचकूला के सभी 18 सामुदायिक केंद्रों का नाम देश पर न्योछावर होने वाले शहीदों के नाम पर रखने का निर्णय लिया है और इनमें से दो सामुदायिक केंद्रों का नामकरण शहीदों के नाम पर किया जा चुका हैं।

इस अवसर पर गुप्ता ने स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों और बहादुरी के कार्य करने वाली महिलाओं को मोमैंटो देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों की वजह से ही देश को आजादी मिली है और इनके परिवारों का हम सभी को ऐसे कार्यक्रम का आयोजन कर सम्मान करना चाहिये। इस अवसर पर अरूण पाल म्यूजिकल ग्रुप ने देशभक्ति के गीत गाकर दर्शकों को भाव विभोर कर दिया।

इस अवसर पर उन्होंने प्रो. एवं इतिहासकार एमएम जुनेजा, चंडीगढ प्रेस क्लब के प्रधान नलिन आचार्य, पूर्व डीजीपी हरियाणा वीके कपूर, जगदीश भगत सिंह, केके शारदा सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों को शाॅल व मोमेंटो से सम्मानित किया। इस अवसर पर एंकर शालिनी एवं अरूण पाल म्यूजिकल ग्रुप को भी स्पीकर ने मोमेंटो देकर सम्मानित किया।

हरियाणा के मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल ने आॅल इंडिया सिविल सर्विसेज़ बेडमिंटन र्टूनामेंट 2021-22 का ध्वजारोहण कर किया शुभारंभ

  • बेडमिंटन टूर्नामेंट में विभिन्न राज्यों के 500 खिलाड़ी ले रहे हैं भाग
  • पुरूष वर्ग की 30 और महिला वर्ग की 39 टीमें प्रतियोगिता मे ले रही हैं भाग

पंचकूला, 24 मार्च :

हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल ने आज हरियाणा खेल एवं युवा मामले विभाग द्वारा सेक्टर 3 स्थित ताउ देवी लाल स्टेडियम के मल्टी पर्पज़ हाॅल में आयोजित आॅल इंडिया सिविल सर्विसेज़ बेडमिंटन र्टूनामेंट 2021-22 का ध्वजारोहण कर विधिवत रूप से शुभारंभ किया।

इस अवसर पर खेल एवं युवा मामले विभाग के निदेशक पंकज नैन व भारत सरकार द्वारा आॅल इंडिया सिविल सर्विसेज़ बेडमिंटन र्टूनामेंट 2021-22 के लिए नियुक्त आब्र्जवर अश्वनी कुमार भी उपस्थित थे। बेडमिंटन टूर्नामेंट विभिन्न राज्यों के 500 खिलाड़ियों भाग ले रहे हैं। यह बेडमिंटन टूर्नामेंट 24 मार्च से 30 मार्च तक आयोजित की जा रही है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री कौशल ने सभी खिलाड़ियों को बधाई व शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि आॅल इंडिया सिविल सर्विसेज़ बेडमिंटन र्टूनामेंट 2021-22 हरियाणा में तीन बार आयोजित हो चुके हैं और पंचकूला को पहली बार इस टूर्नामेंट की मेज़बानी का अवसर मिला है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि खेल विभाग के अधिकारी इस टूर्नामेंट के सफल आयोजन के लिए पूरी मेहनत करेंगे।

उन्होंने अपने युवा अवस्था की यादों को सांझा करते हुए बताया कि वे भी 14 वर्ष की आयु में सब जुनियर बेडमिंटन प्रतियोगिता के विजेता रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके पिता जी भी एक अच्छे खिलाड़ी रहे हैं। वे राजपुताना जैव्लियन की छह टीमों के कप्तान थे और पिलानी इंजिनियरिंग काॅलेज से वे इंजिनियरिंग के सैकिंड टाॅपर भी रहे।

उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार की पारदर्शी खेल नीति अन्य राज्यों की तुलना में सर्वश्रेष्ठ है। ओलंपिक, काॅमनवैल्थ व राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर की विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में मेडल हासिल करने वाले खिलाड़ियों को हरियाणा सरकार द्वारा करोड़ों रूपए के नकद ईनाम देकर सम्मानित किया जाता है।

खेल एवं युवा मामले विभाग के निदेशक पंकज नैन ने मुख्य सचिव का स्वागत करते हुए उन्हे आश्वासन दिलाया कि खेल एवं युवा मामले विभाग द्वारा आॅल इंडिया सिविल सर्विसेज़ बेडमिंटन र्टूनामेंट 2021-22 में आए खिलाड़ियों की सुविधाओं के लिए हर संभव प्रयास किये जाएंगे और टूर्नामेंट के सफल आयोजन के लिए अधिकारी व कर्मचारी पूरी निष्ठा एवं लग्न से कार्य करेंगे। उन्होंने बताया कि बेडमिंटन टूर्नामेंट में पुरूष वर्ग की 30 टीमें और महिला वर्ग की 39 टीमें भाग ले रही हैं।

विवेक पदम सिंह, सदस्य सचिव पिछड़ा वर्ग कमेटी ने भी इस टूर्नामेंट के प्रतिभागी के रूप में हिस्सा लिया।
इस अवसर पर कलाकारों द्वारा रागनी और हरियाणवी लोक नृत्य की प्रस्तुतियां भी दी।

 खेल एवं युवा मामले विभाग के उप निदेशक सतबीर सिंह, उप निदेशक राकेश पांडेय, गौरव चैहान, जिला खेल अधिकारी अमरजीत सिंह सहित काफी संख्या में कोच और खिलाड़ी उपस्थित थे।