Friday, December 27

भाजपा समर्थकों को धमकी देते हुए उनके भाषण का वीडियो भी वायरल हुआ है। नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने सोशल मीडिया पर उनका ये बयान शेयर करते हुए निशाना साधा है। नरेन्द्रनाथ चक्रवर्ती इस वीडियो में कहते दिख रहे हैं, “कट्टर भाजपा समर्थक, जिन्हें प्रभावित नहीं किया जा सकता – उन्हें धमकाया जाना चाहिए। उन्हें बता दीजिए कि अगर उन्होंने अपना वोट डाला, तो हम यही समझेंगे कि उन्होंने भाजपा को ही वोट दिया है।” गौरतलब है कि पिछले दिनों पश्चिम बंगाल के कूच बिहार में बीजेपी के कार्यकर्ता की पीट-पीटकर हत्या का मामला सामने आया था। मृतक कार्यकर्ता का नाम कलाचंद कर्मकारथा और उनकी उम्र 55 साल थी। वह बीजेपी के बूथ कमेटी के सचिव भी थे। पश्चिम बंगाल में शनिवार (दिसंबर 5, 2020) को एक बार फिर से हिंसक वारदात की खबर सामने आई है। इसमें बीजेपी के 5 से 7 कार्यकर्ता घायल बताए जा रहे हैं। 

नई दिल्ली. 

पश्चिम बंगाल के आसनसोल लोकसभा उपचुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस के एक विधायक का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें वह बीजेपी के समर्थकों को खुलेआम धमकी दे रहे हैं। धमकी देने वाले विधायक का नाम नरेंद्र नाथ चक्रवर्ती है। नरेंद्र नाथ पांडवेश्वसर से तृणमूल के विधायक हैं. इस वायरल वीडियो में नरेंद्र नाथ बीजेपी समर्थकों से कहते हैं कि वे चुनाव के दिन बाहर न आएं, न ही वोट डालें। अगर ऐसा किया तो इसका खतरनाक परिणाम भुगतने होंगे. इस वायरल वीडियो के बाद तृणमूल और बीजेपी में ठन गई है। बाबुल सुप्रीयो के आसनसोल लोकसभा से इस्तीफा देने के बाद यहां उपचुनाव कराया जा रहा है।

उन्होंने आगे धमकाया, “जब चुनाव ख़त्म हो जाएगा, उसके बाद भाजपा समर्थक अपने रिस्क पर राज्य में रहेंगे। हाँ, अगर उन्होंने वोट ही नहीं डाला तो हम समझेंगे कि उन्होंने हमारा समर्थन किया है। तभी वो पश्चिम बंगाल में शांतिपूर्वक रह पाएँगे। तब आप लोग अपने कारोबार और नौकरियाँ यहाँ रह के कर सकते हैं। स्पष्ट है?” शुभेंदु अधिकारी ने बताया कि कैसे नरेन्द्रनाथ चक्रवर्ती का विधानसभा क्षेत्र आसनसोल लोकसभा में ही आता है, जहाँ दो हफ़्तों में चुनाव होने हैं।

उन्होंने ध्यान दिलाया कि कैसे नरेन्द्रनाथ चक्रवर्ती पहले पंडाबेश्वर के TMC ब्लॉक अध्यक्ष हुआ करते थे, ठीक वैसे ही जैसे बीरभूम हिंसा के आरोप में वहाँ के ब्लॉक अध्यक्ष अनुरूल हक़ को गिरफ्तार किया गया है। नरेन्द्रनाथ चक्रवर्ती बर्दवान जिला परिषद के सदस्य भी रहे हैं। 2016 में CISF ने उन्हें पिस्तौल रखने के आरोप में गिरफ्तार किया था। कोलकाता के नेताजी सुभाष अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर वो गिरफ्तार हुए थे। आर्म्स एक्ट में उन पर कार्रवाई हुई थी। भाजपा ने चुनाव आयोग से उनके भाषण को लेकर संज्ञान लेने का आग्रह किया है।