गठबंधन सरकार से हर वर्ग नाराज : कुमारी सैलजा
– कर्मचारियों की मांगें जायज, हड़ताल को मजबूर : कुमारी सैलजा
चंडीगढ़, 28 मार्च
हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि केंद्र और प्रदेश सरकार से प्रदेश का हर वर्ग नाराज है। किसी भी वर्ग की कोई सुनवाई न होने पर लोगों को धरने, प्रदर्शन, हड़ताल का सहारा लेना पड़ रहा है। लेकिन, सत्ता के नशे में चूर सरकार का घमंड अब ज्यादा दिन चलने वाला नहीं है। अपनी लंबित मांगों और सरकार की निजीकरण समेत अन्य कमर्चारी विरोधी नीतियों के खिलाफ विभिन्न विभागों के सरकारी कर्मचारी राष्ट्रव्यापी हड़ताल पर हैं। केंद्र और प्रदेश सरकार कर्मचारी विरोधी नीतियों को त्यागकर सकारात्मक रुख के साथ कर्मचारियों से बातचीत कर उनकी मांगों पर गौर करे।
मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कर्मचारियों की मांगों को जायज ठहराते हुए कहा कि बार-बार आवाज उठाने के बाद भी जब उनकी मांगों की तरफ केंद्र और प्रदेश सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो उन्हें मजबूरी में हड़ताल करनी पड़ रही है। इनकी समस्याओं, मांगों की तरफ ध्यान दिया जाता तो दो दिन तक प्रदेश में हड़ताल की कोई नौबत ही नहीं आती और न ही प्रदेश के लोगों को किसी तरह की कोई परेशानी होती।
हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सरकार विभिन्न विभागों के निजीकरण पर उतारू है। रोडवेज के कर्मचारी शुरू से ही निजीकरण का विरोध करते आ रहे हैं। सरकार बार-बार किसी न किसी तरीके से निजी परमिट की संख्या को बढ़ाकर रोडवेज के बेड़े को खत्म करने पर उतारू है। प्रदेश के लोगों को सुगम सफर कराने वाली हरियाणा रोडवेज के बेड़े में नए बसें न शामिल करना सरकार की मानसिकता का परिचय करवाता है।
कुुमारी सैलजा ने कहा कि केंद्र और प्रदेश की सरकार ने कर्मचारी, व्यापारी, किसान समेत तमाम वर्गों की सुनवाई न कर इन्हें अपने खिलाफ खड़ा कर लिया है। सरकार में शामिल लोग फिलहाल राजशाही की तरह सत्ता के नशे में चूर हैं। प्रदेश के लोग इनके हथकंडों को भूलने वाले नहीं हैं और चुनाव में सबक सिखाने के लिए अभी से तैयारी कर चुके हैं।
हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश में कार्यरत विभिन्न महकमों के कर्मचारियों पर बेतहाशा वर्क लोड है और वे लगातार दबाव में कार्य कर रहे हैं। सरकारी विभागों में वर्ष 1994 में जितने कर्मचारी तैनात थे, आज उसके 40 प्रतिशत भी नहीं हैं। जबकि इन 28 सालों में काम लगातार बढ़ता चला गया। कर्मचारियों की संख्या घटने से और काम का दबाव बढ़ने से कितने ही कर्मचारी विभिन्न तरह की बीमारियों के भी शिकार हो रहे हैं।
कुमारी सैलजा ने कहा कि एक्स ग्रेशिया रोजगार स्कीम किसी भी कर्मचारी के परिजनों को सोशल सिक्युरिटी प्रदान करती है, इसलिए इसकी शर्तों को तुरंत प्रभाव से हटाया जाना चाहिए। अपने जीवन के अहम साल सरकारी नौकरी के तौर पर सरकार को देने वालों की रिटायरमेंट के बाद पुरानी पेंशन स्कीम को बहाल करने का कदम इनके खुद के लिए सोशल सिक्योरिटी साबित होगा।
कुमारी सैलजा ने कहा कि आंगनबाड़ी व आशा वर्कर्स को कर्मचारी का दर्जा मिलने से वे और अधिक मेहनत से कार्य करती नजर आएंगी। एनएचएम, गेस्ट टीचर समेत सभी अनियमित, ठेका कर्मियों के पक्का होने से व न्यूनतम वेतन में बढ़ोतरी से कर्मचारियों के काम के प्रति जोश बढ़ेगा, जिसका सीधा फायदा प्रदेश की जनता को मिलेगा।
हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र और प्रदेश की सरकारों को हड़ताल पर चल रहे सभी विभागों के कर्मचारियों की सभी मांगों को तुरंत प्रभाव से मान लेना चाहिए।