नीतीश कुमार ने मुकेश सहनी को अपने मंत्रिमंडल से बरख़ास्त किया

बीते बुधवार की शाम को मुकेश सहनी के सभी विधायकों ने उनका साथ छोड़ कर बीजेपी का दामन थाम लिया था। विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के तीनों विधायकों राजू सिंह, सवर्णा सिंह और मिश्री लाल यादव ने दल बदल कानून के तहत पार्टी छोड़ कर बीजेपी में शामिल होने और विधानसभा में वीआईपी का विलय बीजेपी में कराने का पत्र विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा को सौंपा था।

मुकेश सहनी, मंत्रिमंडल, बिहार

पटना:(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट:  

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को वीआईपी प्रखुख और मतस्य मंत्री मुकेश सहनी को मंत्री पद से बर्खास्त करने की अनुशंसा कर दी है। भारतीय जनता पार्टी ने सीएम नीतीश कुमार को अनुशंसा पत्र भेजा। इस पर संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री ने राज्यपाल फागू चौहान के पास भेज दिया है। राज्यपाल जल्द इस पर फैसला ले सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा कोटे से मंत्री बने मुकेश सहनी को बर्खास्त करने के लिए बीजेपी ने सीएम नीतीश कुमार से कहा था।

उनका विधान परिषद का कार्यकाल भी इस साल जुलाई से पहले समाप्त हो रहा है। ऐसे में अब उनकी पार्टी में एक भी विधायक या विधान पार्षद नहीं होगा। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कई सीटों पर उम्मीदवार उतार कर उन्होंने भाजपा को नुकसान पहुँचाया था। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने आरोप लगाया है कि मुकेश सहनी के कार्यकाल में राज्य के मत्स्य जीवी समाज को खासा नुकसान उठाना पड़ा है। उप-मुख्यमंत्री रेणु देवी ने भी इशारों-इशारों में उन्हें इस्तीफे की सलाह दे डाली थी।

राजभवन से इससे सम्बंधित पत्र जारी होते ही मुकेश सहनी अपना मंत्री पद खो देंगे। लगातार माँग के बावजूद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देने से इनकार कर दिया था। उन्होंने ‘आरक्षण कार्ड’ खेल कर भाजपा-जदयू को ब्लैकमेल करने की कोशिश की थी। हालाँकि, उन्हें इसका अंदाज़ा था। इसीलिए, उन्होंने सरकारी गाड़ी छोड़ दी थी और अपना नेम प्लेट हटा कर निजी गाड़ी इस्तेमाल कर रहे थे। बोचहाँ विधानसभा उपचुनाव के लिए VIP ने भाजपा के खिलाफ उम्मीदवार उतार दिया, जिसके बाद भाजपा ने उन्हें हटाने की सिफारिश की।

हाल ही में मुकेश सहनी की VIP के तीनों विधायक भाजपा में शामिल हो गए थे। 2022 के विधानसभा चुनाव में इनकी पार्टी जीती तो 4 सीटों पर थी, लेकिन मुजफ्फरपुर के बोचहाँ विधायक मुसाफिर पासवान के लंबी बीमारी से निधन होने के बाद उनके पास ये तीन विधायक बचे थे – मुजफ्फरपुर के साहेबगंज से राजकुमार सिंह, दरभंगा के गौरा बौराम से स्वर्णा सिंह और उसी जिले के अलीनगर से मिश्रीलाल यादव। तीनों अब भाजपा में हैं।