कॉंग्रेस ने पचकुलां भाजपा सरकार द्वारा पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों में की गई बेतहाशा वृद्धि के खिलाफ सोपां ज्ञापन
पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन व विधायक कालका प्रदीप चौधरी की अध्यक्षता में महामहिम राष्ट्रपति महोदय,मार्फ़त ज़िला उपायुक्त,पचकुलां भाजपा सरकार द्वारा पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों में की गई बेतहाशा वृद्धि के खिलाफ सोपां ज्ञापन
पचकुलां :
पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने कहा भाजपा की जीत के साथ मोदी जी द्वारा लाए “महंगे दिन” वापस आ गए हैं जिन पर चुनावों तक अल्पविराम था। भाजपा सरकार ने हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में “चुनाव जिताओ और होली पर मुफ़्त गैस सिलेंडर पाओ” जैसे झूठे वादों पर जीत दर्ज करते ही पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों में कमरतोड़ इजाफा कर जनता का जीना दुभर कर दिया है। अभी तो राज्य सरकारों का गठन भी नहीं हुआ है और भाजपा ने महंगाई के साथ फ़िर से गठजोड़ कर लिया है। यह कहने में भी कोई अतिश्योक्ति नहीं कि भाजपा की जीत के साथ अहंकार, निरंकुशता और महंगे दिन आते हैं।
विधायक कालका प्रदीप चौधरी ने कहा है की महामहिम महोदय, भाजपा सरकार द्वारा की गई बेतहाशा वृद्धि की तुलना आकड़ों सहित निम्न प्रकार है:-
- मई 2014 में जब भाजपा ने सत्ता संभाली थी तो पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क क्रमशः केवल 9.20 रुपये प्रति लीटर और 3.46 रुपये प्रति लीटर था, जिसमें भाजपा सरकार द्वारा पेट्रोल पर 18.70 प्रति लीटर और डीजल पर 18.34 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गयी है, जो यूपीए सरकार की तुलना में क्रमशः 203 और 531 प्रतिशत ज्यादा है।
- वर्ष 2014-15 से वर्ष 2021-22 तक आठ वर्षों की अवधि के बीच, केंद्रीय भाजपा सरकार ने बार-बार पेट्रोल और डीजल पर करों में वृद्धि करके जनता की गाढ़ी कमाई से आठ साल में 26 लाख करोड़ रुपए वसूले हैं।
- दो साल पहले लॉकडाउन के बाद से भाजपा सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर कीमतों और उत्पाद शुल्क में बार-बार बढ़ोतरी करके जबरन वसूली और मुनाफाखोरी की सीमा सभी प्रकार के शोषणों को पार कर गई। दो साल पहले, 22 मार्च 2020 को पेट्रोल और डीजल की दरें क्रमशः 69.59 रुपये और 62.29 रुपये थीं, जिसे बढ़ाकर क्रमश: 96.21 रुपये प्रति लीटर और 87.47 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है।
- 26 मई 2014 को जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता संभाली थी, तब भारत की तेल कंपनियों को कच्चा तेल 108 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल मिल रहा था, आज भी 108.25 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल है। उस समय पेट्रोल व डीजल क्रमशः 71.41 रुपए प्रति लीटर और 55.49 रुपए प्रति लीटर में उपलब्ध था, जो आज क्रमशः 96.21 और 87.47 रुपए प्रति लीटर बेचा जा रहा है। अमेरिकी डॉलर में कच्चे तेल की कीमत वही होने के बावजूद पेट्रोल व डीजल की कीमतें क्रमशः 24.80 रुपये और 31.98 रुपये प्रति लीटर ज्यादा हैं।
- भारत के लोगों को धोखा देने और उनकी मेहनत की कमाई से लूट होने का सबसे बड़ा सबूत इस बात से लगाया जा सकता है कि पिछले आठ साल में कच्चे तेल की कीमतें यूपीए सरकार के शासन की तुलना में बहुत कम रही हैं लेकिन डीजल और पेट्रोल की कीमतें यूपीए सरकार की दरों की तुलना में बहुत अधिक हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि पिछले आठ साल में कच्चे तेल की औसत कीमत 60.6 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल है, जो यूपीए सरकार के आखिरी तीन वर्षों में यानी वर्ष 2011 से 2014 तक 108.46 अमेरिकी डॉलर थी। (आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध)
- 22 मार्च, 2022 को कच्चे तेल की कीमत 108.25 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल थी। याद रहे की 26 मई, 2014 को जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता संभाली थी, उस दिन भी कच्चे तेल की कीमत 108 अमेरिकी डॉलर ही थी। लेकिन आज पेट्रोल- डीजल बहुत महंगे हैं।
- एलपीजी की दरें सऊदी अरामको की एलपीजी कीमतों के आधार पर तय की जाती हैं, जो वर्तमान में 769.11 अमेरिकी डॉलर प्रति मीट्रिक टन है, जो कि डॉलर-रुपये की विनिमय दर 75.89 के अनुसार 58,367.75 प्रति मीट्रिक टन, यानी एलपीजी की अंतरराष्ट्रीय कीमत 58.37 रुपये प्रति किलोग्राम है। एक घरेलू गैस सिलेंडर में 14.2 किग्रा गैस होती है, यदि इसका आधार मूल्य निकाला जाए तो यह 828.82 रु. प्रति सिलेंडर बनती है। फिर इस कीमत पर, मोदी सरकार 5% जीएसटी, बॉटलिंग शुल्क, एजेंसी कमीशन, परिवहन शुल्क लेती है और फिर कंपनियों के अपने लाभ में वृद्धि करती है और इस देश के गरीब लोगों से प्रत्येक सिलेंडर के लिए 949-1100 रुपये की मोटी राशि वसूल की जा रही है।
- यूपीए की सरकार में एलपीजी का अंतर्राष्ट्रीय मूल्य 2012-2013 और 2013-2014 में 885.2 और 880.5 यूएस डॉलर था, लेकिन यूपीए की सरकार महंगे भाव से एलपीजी को खरीदकर आम जनता को भारी सब्सिडी देकर केवल 339-414 रूपये प्रति सिलेंडर के भाव में देती थी।
- पेट्रोलियम प्लानिंग और एनालिसिस सेल के अधिकृत आंकड़े बताते हैं कि यूपीए सरकार ने देश की जनता को पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस पर सब्सिडी के रूप में 2011-12 में 1,42,000 करोड़ रुपए की राहत दी, जो 2012-13 में 1,64,387 करोड़ रुपए और 2013-14 में 1,47,025 करोड़ रुपए थी, जिसे भाजपा सरकार 2016-17 में 27,301 करोड़, 2017-18 में 28,384 करोड़, 2018-19 में 43,718 करोड़, 2019-20 में 26,482 करोड़ और 2020-21 में 11,729 करोड़ रुपए पर ले आई।
पूर्व उपमुख्यमंत्री चंद्रमोहन ने कहा है कि महामहिम महोदय, यदि यूपीए और भाजपा सरकारों द्वारा पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की अंडर रिकवरी और एक्साइज ड्यूटी वसूली को देखा जाए, तो साफ ज़ाहिर होता है कि यूपीए सरकार महंगे अंतर्राष्ट्रीय मूल्य पर एलपीजी खरीदकर देश के ग्राहकों को सब्सिडी देकर आज से आधे दामों पर देती थी, इसी प्रकार पेट्रोल और डीजल पर भी जनता पर कम टैक्स लगाकर कच्चे तेल के अंतरराष्ट्रीय मूल्यों पर अंडर रिकवरी, यानि मूल्यों से बहुत कम वसूला जाता था।
महामहिम महोदय, कांग्रेस पार्टी आपसे अनरोध करती है कि केंद्र की भाजपा सरकार को हिदायतें जारी करें कि पेट्रोल, डीजल और गैस सिलेंडर की कीमतों को कांग्रेस-यूपीए सरकार की दरों पर लाया जाए ताकि लोगों को इस महंगाई के दौर में कुछ राहत मिल सके ईस प्रदर्शन में पूर्व मन्त्री लहरी सिंह जी, रवीन्द्र रावल पूर्व प्रधान नगर परिषद पचकुलां,पूर्व पार्षद व पूर्व प्रधान सिटी कांग्रेस पचकुलां आर के कक्कड़,हेमंत किंगर वरिष्ठ कांग्रेस नेता विजय धीर,राजनीतिक सचिव, पार्षद पंकज, पार्षद अकक्षदीप चोधरी,हरियाणा कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता प्रियंका सिंह हुड्डा ,हरियाणा प्रदेश कांग्रेस महासचिव पवन कुमारी,वरिष्ठ कांग्रेस नेता दलीप बिशनोई, सुषमा खन्ना ज़िला युथ कांग्रेस, कांग्रेस नेता रणदीप राणा चेयरमैन बरवाला,, युथ कांग्रेस नेता बहादुर राणा , पूर्व पार्षद दलवीर बालमिकी, वरिष्ठ कांग्रेस नेता पवन जैन, वरिष्ठ कांग्रेस नेता नरेश मान, कांग्रेस पार्षद पद के उम्मीदवार रहै ओम शुक्ला कांग्रेस पार्षद पद के उम्मीदवार रहै योगेन्द्र कवातरा, एडवोकेट व हरियाणा प्रदेश कांग्रेस लिगल सेल प्रदेश महासचिव उदित महदींरता , वरिष्ठ कांग्रेस नेता रवीन्द्र रिहोड शर्मा, कांग्रेस नेता नासिर मोहमद, आदर्श यादव पूर्व प्रधान ज़िला युथ कांग्रेस, कांग्रेस नेता राजु धिमान, युथ कांग्रेस नेता राजीव बुकल एडवोकेट निरज चौहान,एडवोकेट रोहीत शर्मा मान सिंह चरनिया,, विजय मोहन वर्मा, रविन्द्र मेहता, शरणजीत काका, माया देवी, रामकरण चौधरी, खुशहाल बेहलों, सुच्चा सीयूडी, अश्विनी चुना, मनदीप करणपुर, अमन जैलदार, विक्की, भूरी बेगम, गुरभाग धमाला, श्याम गीदरांवाली, मान सिंह गुमथला, प्रगास ,संदीप जलौली,राजेश आशियाना,अंकुर बिशनोई, कांग्रेस नेता जगदीश राय, काका सिंह, वरिष्ठ कांग्रेस नेता अछरु राम, कांग्रेस पार्षद पद के उम्मीदवार रहै दयाल सिंह, अमर सरपंच बरवाला,डाक्टर शिव राज बरवाला , भंभूल राणा बतोड,संजीव सरपंच सुल्तानपुर,कुलवंत मानक्याना, नरिंदर कामी, ओमवीर बरवाला,पवन टोका,श्याम लाल बिल्ला सरपंच,