भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने शहीद भगत सिंह के पैतृक गाँव खटकड़कलां पहुंचकर दी श्रद्धांजलि
- कहा- जो देश अपने शहीदों को याद नहीं रखता, वो तरक्की नहीं कर सकता
- भगत सिंह के परिवार के साथ हमारा 3 पीढ़ियों का संबंध- हुड्डा
23 मार्च, चंडीगढ़:
आजादी के 75वें साल में शहीदी दिवस पर पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा शहीद भगत सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करने पंजाब स्थित उनके पैतृक गांव खटकड़ कलां पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने भगत सिंह की समाधि पर पुष्प चढ़ाकर उन्हें नमन किया। पत्रकारों से बातचीत करते हुए हुड्डा ने कहा कि भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव जैसे शहीदों के बलिदान की वजह से ही हमारे देश को आजादी मिली और आज हम आजादी की हवा में खुली सांस ले पा रहे हैं। इसलिए शहीदों के बलिदान को हमेशा याद रखना चाहिए।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भगत सिंह, लाला लाजपत राय और हुड्डा परिवार की तीन पीढ़ियों पुराने पारिवारिक संबंधों का भी जिक्र किया। उन्होने बताया कि लाला लाजपत राय के पिताजी मुंशीराम उनके दादाजी के शिक्षक रहे और तभी से हमारे परिवार का उनके साथ नाता जुड़ा। आज़ादी के पहले वर्ष 1904-05 के दौरान लाला लाजपत राय, सरदार अजीत सिंह और मेरे दादाजी चौ. मातूराम जी को काले पानी की सजा हुई थी, उस समय लाला लाजपत राय और भगत सिंह के चाचा सरदार अजीत सिंह डेढ महीने तक सांघी गांव में ठहरे थे। इसके बाद सभी ने मिलकर आजादी की लड़ाई लड़ी और आजादी के बाद भी तीनों परिवारों के घनिष्ठ संबंध बरकरार रहे।
उन्होंने कहा कि सरदार भगत सिंह हमेशा देश के बेटे और परिवार के सदस्य के तौर पर हमारे लिए प्रेरणास्रोत रहे हैं। हम सभी को शहीदों के दिखाए हुए मार्ग पर ही चलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जो देश अपने शहीदों को याद नहीं रखता वो कभी तरक्की नहीं कर सकता, शहीदों का सम्मान करने वाला समाज हमेशा प्रगति करता है। इस मौके पर उनके साथ पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं सांसद मनीष तिवारी, विधायक प्रताप सिंह बाजवा, पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा, विधायक बीबी बत्रा, विधायक विक्रमजीत सिंह समेत बड़ी संख्या में अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।