यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान से ही भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले बिहार सरकार में पशुपालन मंत्री मुकेश सहनी को विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद से ही झटके पे झटका दे रही है। बोचहां विधानसभा उपचुनाव में अपना कैंडिडेट उतारने के बाद बीजेपी ने वीआईपी में बड़ी सेँधमारी कर दी। बुधवार शाम वीआईपी के सभी तीन विधायक स्वर्णा सिंह, मिश्रीलाल यादव और राजू सिंह ने बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा से मिलकर बीजेपी के पक्ष में अपना समर्थन पत्र सौंपा।
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पटना(ब्यूरो), डेमोरेटिक फ्रंट :
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की समाप्ति के बाद से पड़ोसी बिहार में सियासी उठापटक तेज हो गई है। बोचहां विधानसभा उपचुनाव को लेकर गरमाई बिहार की राजनीति में बुधवार को एक बड़ा उलटफेर हुआ है। नीतीश सरकार में कैबिनेट मंत्री मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी के सभी विधायकों ने भाजपा का दामन थाम लिया है। बिहार विधानसभा में वीआईपी के चार विधायक थे, एक के निधन के बाद तीन ही बचे थे।
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तीनों विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बाद अकेले पड़े मुकेश सहनी का पहला रिएक्शन सामने आया है। एबीपी के मुताबिक, मंत्री मुकेश सहनी ने कहा, “मंत्रिमंडल में रखना या हटाना मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है। हम संघर्ष करेंगे। बीजेपी ने जेडीयू के भी छह विधायकों को तोड़ा था। हमारे चार गए हैं तो चालीस जीतेंगे। आरक्षण के लिए अंतिम साँस तक लड़ेंगे।”
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगर यही स्थिति रही तो उनका (मुकेश सहनी) मंत्री पद भी खतरे में पड़ सकता है। मालूम हो कि 30 जून 2022 को सहनी की विधानपरिषद की सदस्यता की अवधि भी समाप्त हो रही है।
बता दें कि बिहार में 24 सीटों पर विधान परिषद का चुनाव भी होना है। इस चुनाव के लिए मुकेश सहनी की पार्टी ने बीजेपी के खिलाफ 7 सीटों पर अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा की है। इसके अलावा मुजफ्फरपुर की बोचहां विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है। इसके लिए 12 अप्रैल को वोट डाले जाएँगे और 16 अप्रैल को नतीजे घोषित होंगे।