पाकिस्तान के ‘वजीर – ए – आजम’ इमरान खान इन दिनों अपनी सरकार बचाने के लिए संघर्ष में
खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत में एक रैली को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कहा कि वह पड़ोसी देश भारत की सराहना करेंगे क्योंकि उसके पास अपनी एक ”स्वतंत्र विदेश नीति” रही है. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत क्वाड समूह का हिस्सा है और उसने अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद रूस से कच्चा तेल आयात किया। खान ने कहा कि उनकी विदेश नीति भी पाकिस्तानी जनता के हित में रहेगी।
नयी दिल्ली/इस्लामाबाद :
पाकिस्तान के वजीर – ए – आजम इमरान खान इन दिनों अपनी सरकार बचाने के लिए संघर्षकर रहे हैं। पूरा विपक्षी दल इस वक्त इमरान खान को सत्ता से बेदखल करने के लिए उतारू है। दूसरी ओर इमरान खान भी पूरा जोर लगा रहे हैं कि उनकी सरकार बच जाए। अब इमरान खान का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वो विपक्षी पार्टियों को गालियां दे रहे हैं। इतना ही नहीं अपनी बात में उन्होंने पीएम मोदी को भी घसीटा।
पाकिस्तान में अविश्वास प्रस्ताव का सामना कर रहे पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान खुद पर हो रहे हमलों के बाद फ्रंटफुट पर आ गए हैं। विपक्षी दलों पर ताजा कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि तीन विपक्षी नेता डकैत हैं। खैबर पख्तूनख्वा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जब नवाज शरीफ सत्ता में थे, तो उन्होंने कभी भी भारतीय प्रधान मंत्री के उस बयान का पलटवार नहीं किया, जब उन्होंने पाकिस्तानी सेना को आतंकवादी तक कह दिया था।
इमरान खान ने कहा कि वे मुझसे कहते हैं कि अगर मैं उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों को बंद नहीं करता तो वे मेरी सरकार गिरा देंगे। लेकिन मैं उनसे कहता हूं कि अगर मुझे इसके लिए अपनी जान देनी पड़े तो भी मैं मामलों को बंद नहीं करूंगा। मैं आपके खिलाफ राजनीति नहीं कर रहा हूं।
बीते रोज भारतीय मिसाइल के पाकिस्तान में घुसने की घटना का जिक्र करते हुए इमरान खान ने कहा, जब नवाज शरीफ सत्ता में थे, तो उन्होंने भारतीय प्रधान मंत्री के खिलाफ कभी बात नहीं की, जो उस समय पाकिस्तानी सेना को आतंकवादी कह रहे थे। नवाज ने विदेश कार्यालय को भारत के खिलाफ बयान जारी नहीं करने का निर्देश दिया था। जिस नेता की संपत्ति विदेश में है, वह कभी भी ऐसी स्वतंत्र विदेश नीति नहीं बनाएगा जो देश और उसके अधिकारों की रक्षा पर केंद्रित हो। लेकिन न तो मैं कभी किसी के सामने झुकी हूं और न ही कभी आपको किसी के सामने झुकने दूंगा।
याचिका में अनुच्छेद 63-ए के तहत अयोग्यता की दो व्याख्याओं पर प्रकाश डाला गया है, जिसमें सदस्य को बिना किसी प्रतिबंध के साधारण डी-सीटिंग और आजीवन अयोग्यता के साथ-साथ गलत वोट के शून्य प्रभाव शामिल हैं। इमरान खान की पार्टी इस बात की कोशिश में है कि गलती करने वाले सांसद के वोटों की गिनती नहीं की जाए, ताकि अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में असंतुष्ट सांसदों के वोट प्रधानमंत्री के खिलाफ पड़ने वाले वोटों में न जुड़ें।
ये वोट महत्वपूर्ण हैं क्योंकि विपक्ष को प्रधानमंत्री को हटाने के लिए 172 वोटों की जरूरत है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के लगभग 100 सांसदों ने 8 मार्च को नेशनल असेंबली सचिवालय के समक्ष अविश्वास प्रस्ताव पेश किया, जिसमें आरोप लगाया गया कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रधानमंत्री खान के नेतृत्व वाली सरकार देश में आर्थिक संकट और बढ़ती मुद्रास्फीति के लिए जिम्मेदार है।