पंचांग 20 मार्च 2022
पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं: तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।
नोटः आज सूर्य सायन में, तथा संत तुकाराम जयंती है। आज (20 मार्च) को संत तुकाराम की जयंती है। तुकाराम जी की जयंती तिथि के संबंध में कई मतभेद हैं। जन्म सन् को लेकर भी मतभेद हैं। ऐसा माना जाता है कि उनका जन्म 1598 में महाराष्ट्र में हुआ था।
विक्रमी संवत्ः 2078,
शक संवत्ः 1943,
मासः चैत्ऱ,
पक्षः कृष्ण पक्ष,
तिथिः द्वितीया, प्रातः 10.07 तक है,
वारः रविवार, ।
विशेषः आज पश्चिम दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर रविवार को पान खाकर लाल चंदन, गुड़ और लड्डू का दान देकर यात्रा करें।
नक्षत्रः चित्रा रात्रि 10.40 तक है,
योगः धु्रव सांय काल 06.33 तक,
करणः गर,
सूर्य राशिः मीन, चंद्र राशिः कन्या,
राहु कालः सायंः 4.30 से सायं 6.00 बजे तक,
सूर्योदयः 06.29, सूर्यास्तः 06.28 बजे।