403 सदस्यीय यूपी विधानसभा में बीजेपी ने इस बार 255 सीटों पर जीत हासिल की है। योगी आदित्यनाथ प्रदेश के पिछले 37 साल के इतिहास में ऐसे पहले मुख्यमंत्री हैं, जो 5 साल का कार्यकाल पूरा करके फिर से सीएम बनने जा रहे हैं। इन दिनों नई सरकार के शपथ समारोह को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। माना जा रहा है कि योगी और उनकी टीम लखनऊ के इकाना स्टेडियम में संभवतः 25 मार्च को शपथ लेगी। हालांकि औपचारिक रूप से तारीख की घोषणा अभी नहीं हुई है।
नयी दिल्ली(ब्यूरो), डेमोक्रेटिक फ्रंट :
उत्तर प्रदेश की नवनिर्वाचित भाजपा सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 25 मार्च को होगा। इसमें कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के भी शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं। इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राशिद अल्वी ने शनिवार को कहा कि पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को समारोह में शामिल नहीं होना चाहिए, क्योंकि इससे अल्पसंख्यक समुदाय में गलत संदेश जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक, विपक्षी दलों से संभावित आमंत्रितों में सोनिया गांधी के अलावा कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव, सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती शामिल हैं।
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि न केवल सोनिया गांधी, राहुल और प्रियंका को भी इस कार्यक्रम को छोड़ना चाहिए। “आदित्यनाथ ने अपने कार्यकाल के दौरान पिछले पांच वर्षों में केवल उत्तर प्रदेश में नफरत फैलाई है। उन्होंने 80 बनाम 20 नारों के कारण चुनाव जीता। उन्होंने केवल ‘बुलडोजर’ चलाने की बात कर रहे थे। इसलिए, कोई भी नेता जो भारत की परंपरा, मूल्यों या संस्कृति में विश्वास करता है, उसे आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होना चाहिए,” अल्वी ने कहा।
याद रहे की नवंबर 021 में भी रशीद अलवि ने सनातन(हिन्दू ) धर्मी लोगों को निशाचर कहा था। उन्होने कहा था की जो लोग राम का नारा लगाते हैं वह सब मुनि नहीं निशाचर हैं।
सूत्रों के अनुसार शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा भी शामिल हो सकते हैं। कार्यक्रम में केंद्र और राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थी भी शिरकत करेंगे।
सूत्र बताते हैं कि भाजपा ने कैबिनेट मंत्रियों के नाम तय कर लिए हैं। पार्टी ने 2022 विधानसभा चुनाव में 255 सीटें हासिल की थी। खास बात है कि 37 सालों में आदित्यनाथ पहले मुख्यमंत्री होंगे, जो राज्य में एक कार्यकाल पूरा करने के बाद दोबारा सत्ता में लौट रहे हैं।