हाल ही में आई विवेक की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ की जहाँ तारीफ हो रही है, वहीं वह कट्टरपंथियों के निशाने पर भी आ गए हैं। इंटरनल रिपोर्ट में हमले की आशंका को देखते हुए सरकार ने उन्हें यह सुरक्षा देने का फैसला किया है। वहीं दूसरी ओर फिल्म को मुस्लिम समूहों द्वारा कई देशों में बैन करने के लिए वहाँ की सरकारों पर दबाव डाला जा रहा है। सिंगापुर, क़तर जैसे कई देशों में पहले से ही फिल्म बैन है।
नयी दिल्ली(ब्यूरो) :
कश्मीरी पंडितों के दर्द पर आधारित बॉलीवुड फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ के डायरेक्टर विवेक अग्निहोत्री को सरकार की ओर से शुक्रवार को वाई श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध कराई गई है। फिल्म द कश्मीर फाइल्स को बड़े पर्दे पर देखने के बाद उन लोगों को भी कश्मीर में हुए भयंकर नरसंहार के बारे में पता चला है। अब तक मीडिया और प्रदर्शनों के जरिए कश्मीर पंडित अपने दर्द को बयां करते थे लेकिन विवेक अग्निहोत्री ने फिल्म बनाकर घर-घर में हिंसा की दास्तान को लोगों तक पहुंचा दिया है। कश्मीरी आतंकवादी ताकतें बेनकाब हो गई हैं। जिसके बाद कश्मीरियत और कश्मीर में शांति की बात करने वाले लोग इस कदर बौखला गए हैं कि उनके इशारे पर चंद मुट्ठीभर लोग विवेक अग्निहोत्री को धमकियां दे रहे हैं।
इस फिल्म की रिलीज को एक हफ्ते हो चुके हैं। फिल्म थमने के मूड में बिल्कुल नहीं है बल्कि हर दिन के साथ इसकी कमाई में भी उछाल आता जा रहा है। आज से फिल्म का दूसरा हफ्ता शुरू हो रहा है। फिल्म अब 100 करोड़ क्लब में शामिल होने के लिए तैयार है। गुरुवार को 7वें दिन फिल्म ने लगभग 18.05 रुपये का कलेक्शन किया है। इस तरह फिल्म ने 97.30 करोड़ रुपये का बिजनेस कर लिया है। फिल्म ने शुक्रवार को 3.55 करोड़, शनिवार को 8.50 करोड़, रविवार को 15.10 करोड़, सोमवार को 15.05 करोड़, मंगवार को 18 करोड़, बुधवार को 19.05 करोड़ की कमाई की थी।अनुमान है दूसरे हफ्ते भी फिल्म की रफ्तार कम नहीं पड़ने वाली है।
बॉक्स ऑफिस पर 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर चुकी इस फिल्म को पूरे देश में भारी समर्थन मिला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी कश्मीरी पंडितों के संघर्ष और दर्द को दिखाने के लिए फिल्म और फिल्म के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री की सराहना की है। सूत्रों की माने तो, केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने खतरे की आशंका को अंजाम देते हुए यह सिफारिश की कि द कश्मीर फाइल्स के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री को वीआईपी सुरक्षा दी जानी चाहिए।
जिसको देखते हुए मोदी सरकार ने निर्देशक को सुरक्षा प्रदान की है। ANI ने सरकार के सूत्रों के हवाले से बताया है, “विवेक अग्निहोत्री को Y कैटेगरी की यह सुरक्षा सीआरपीएफ कवर के साथ दी गई है। यह सुरक्षा पूरे भारत के लिए है।”
हाल ही में आई उनकी फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ की जहाँ तारीफ हो रही है, वहीं वह कट्टरपंथियों के निशाने पर भी आ गए हैं। इंटरनल रिपोर्ट में हमले की आशंका को देखते हुए सरकार ने उन्हें यह सुरक्षा देने का फैसला किया है।
वहीं दूसरी ओर फिल्म को मुस्लिम समूहों द्वारा कई देशों में बैन करने के लिए वहाँ की सरकारों पर दबाव डाला जा रहा है। सिंगापुर, क़तर जैसे कई देशों में पहले से ही फिल्म बैन है।
अब विवेक रंजन अग्निहोत्री में एक स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए ट्वीट किया, “कुछ सांप्रदायिक समूह #TheKashmirFiles पर प्रतिबंध लगाने के लिए न्यूज़ीलैंड के सेंसर बोर्ड पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। मैं सभी भारतीयों से एकजुट होने और कट्टरपंथियों द्वारा इस अलोकतांत्रिक रणनीति का अत्यंत विनम्रता के साथ विरोध करने और मानवता और मानवाधिकारों की रक्षा हेतु इस फिल्म को रिलीज करने का अनुरोध करता हूँ।”
इसके साथ ही उन्होंने उन्होंने #एफओई अर्थात फ्रीडम ऑफ़ एक्सप्रेशन का हैस टैग भी लगाया।
गौरतलब है कि कश्मीरी पंडितों की कहानी पर आधारित फिल्म ‘The Kashmir Files’ में साल 1990 में हुए कश्मीरी पंडितों के नरसंहार के एक छोटे हिस्से को दिखाया गया है। देश-विदेश के ज्यादातर शहरों के सिनेमाघरों में शो हाउसफुल चल रहे हैं। फिल्म के माध्यम से विवेक अग्निहोत्री ने कश्मीरी पंडितों पर हुए हिंसा की दास्तान को घर-घर तक पहुँचा दिया है।
इस फिल्म के माध्यम कई दूसरी कहानियाँ भी सामने आई हैं। जिससे आतंकवादी ताकतें बेनकाब हो चुकी हैं। जिसके बाद कश्मीरियत और कश्मीर में शांति की बात करने वाले वामपंथी और एकतरफा नैरेटिव फैलाने वाले लोग इस कदर जल उठे हैं कि निर्देशक विवेक अग्निहोत्री को लगातार गालियाँ और धमकियाँ दे रहे हैं।