शुगर, ब्लड प्रेशर पर कंट्रोल व स्वस्थ जीवनशैली से किडनी की बीमारी से बचा जा सकता है: डा. नवजीत सिद्धू

विश्व किडनी दिवस:
पंचकूला, 10 मार्च:
 

अच्छी जीवन शैली अपनाकर और रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) व ब्लड शुगर को सावधानी से कंट्रोल करके लोग अपनी किडनियों को स्वस्थ रख सकते हैं तथा किडनी की बीमारियों से बचा जा सकता है। यह बात आज वल्र्ड किडनी दिवस पर लोगों को जागरूक करने के मकसद से पारस अस्पताल में आयोजित सेमीनार ‘किडनी को कैसे स्वस्थ रखें’ को संबोधित करते हुए डा. नवजीत सिद्धू ने कही।

पारस अस्पताल में नेफ्रोलॉजी व किडनी ट्रांस्पलांट के एसोसिऐट डायरेक्टर नवजीत सिद्धू ने कहा कि क्रोनिक किडनी रोग (सीकेडी) से बचने के लिए लोगों को रोजाना व्यायाम करना चाहिए, वजन को कंट्रोल में रखना चाहिए व स्वस्थ रहने के लिए तरल पदार्थ का सेवन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसके अलावा धूम्रपान व शराब के सेवन से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वय-दवाई व दर्द निवारक दवाईयों के लंबे सेवन से भी बचना चाहिए।

उन्होंने कहा कि विश्व की 11 से 13 प्रतिशत आबादी किडनी की बीमारियों से पीडि़त हैं, जिनमें से तीन-चौथाई को शुरूआती या हल्की बीमारी है, जबकि अन्य इससे गंभीर पीडि़त हैं। भारत में हर वर्ष 150000 से 200000 नए केस सामने आ रहे हैं व रोजाना इनकी संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है।

डा. सिद्धू ने कहा कि सीकेडी संक्रमण उन रोगियों में सबसे आम है, जो शुगर व उच्च रक्तचाप से पीडि़त हैं। अन्य सामान्य कारणों में गलोमेरूलॉजीफ्राइटी, कुछ खानदानी व जन्मजात रोग, गुर्दे की पत्थरी, बार-बार मूत्र पथ के संक्रमण व दर्द निवारण दवाओं का अधिक सेवन शामिल है।

सीकेडी के शुरूआती लक्ष्णों में कम ऊर्जा व थकान, आखों के आसपास सूजन, पैरों व टकनों में सूजन व रात में अधिक बार पेशाब करने के लक्ष्ण शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लक्ष्णों की सूरत में पीडि़त व्यक्ति को तुरंत डाक्टरी सलाह लेनी चाहिए, ताकि उचित उपचार जल्द किया जा सके।