खट्टर सरकार द्वारा पेश किया गया पूर्ण रूप से निराशाजनक और महिलाओं की उपेक्षा करने वाला बजट है : चन्द्रमोहन
पंचकूला 8 मार्च:
हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चन्द्र मोहन ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा आज विधानसभा में पेश किए बजट को निराशाजनक और महिलाओं की उपेक्षा करने वाला बजट बताया है। बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली सरकार के राज में आज महिलाएं सड़कों पर है और मुख्यमंत्री वातानुकूलित विधानसभा में बजट भाषण दे रहे हैं।
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि आज सारे विश्व में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जा रहा है और इस बजट में महिलाओं की पूर्ण रूप से महिलाओं की उपेक्षा का परिचय देकर उनके साथ अन्याय किया गया है। उन्होंने याद दिलाया कि वर्ष 2018 में प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री ने स्वयं ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 1500 रुपए और आंगनबाड़ी सहायिकाओं के लिए 750 रुपए प्रति माह अतिरिक्त देने की घोषणा की थी और प्रधान मंत्री और मुख्यमंत्री के वायदे को पूरा करने के लिए महिलाओं को सड़कों पर उतरने के लिए विवश होना पड़ा है।
चन्द्र मोहन ने कहा कि बजट में केवल शब्दों की बाजीगरी की गई है उसमें कोई नहीं घोषणा नहीं की गई है । उदाहरण के तौर पर पंचकूला में नैर्सिग कालेज और मैडीकल कालेज खोलने की घोषणा की गई है जो कि पिछले 7 वर्षों से आज तक केवल घोषणा मात्र ही है। इस दिशा में कोई ठोस कार्य नहीं हो पाया है। प्रत्येक जिले में एक मैडीकल कालेज खोलने के बारे में भारतीय जनता पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में सन् 2014 में वायदा किया था और साढे सात साल बीतने के बाद भी सकारात्मक परिणाम जनता के सामने नहीं आए हैं। इस बजट में फिर जनता को मूर्ख बनाने का काम किया गया है। इससे प्रदेश की न तो दशा बदलेगी और न ही दिशा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी केवल बजट को पढ़कर अपने आप सन्तुष्ट हो जातें हैं उन्होंने सदन में यह बताने का प्रयास कभी नहीं किया कि उनके द्वारा एक वित्त मंत्री की हैसियत से पेश किया गया था उसमें से कितने वायदे आज तक पूरे किए गए हैं। केवल मात्र जनता को झूठे सपने दिखाओ और बेवकूफ बनाओ की झलक इस बजट में दिखाई गई है।आज जो हरियाणा का लगभग 1 लाख 77 हजार करोड़ रुपए का वर्ष 2022-23 का बजट पेश किया गया है उसके आसपास तो हरियाणा के लोगों पर इस सरकार ने पिछले 7 वर्षों में कर्ज चढ़ा दिया है, जिसको आने वाली सरकारों ने भुगतना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने राज्य में हर साल 200 पायलट लाइसेंस जारी करने के लिए ट्रेनर एयरक्राफ्ट के रूप में 10 सिंगल इंजन व एक डबल इंजन एयरक्राफ्ट खरीदने का उल्लेख किया है। उन्होंने कहा कि वे पूछना चाहता हैं कि पिंजोर के हवाई प्रशिक्षण केन्द्र में इस सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान क्या सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं। उन्होंने कहा कि मोरनी हिल्स के पहाड़ी इलाकों के विकास के लिए भी किसी प्रकार की नई योजनाओं की घोषणा नहीं की गई है और इस बजट में सरकार से उम्मीद थी कि मोरनी हिल्स के क्षेत्र के विकास के लिए हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों की तर्ज पर इस क्षेत्र में भी उधोगों को छूट दी जाएगी और पर्यटन को बढावा देने के लिए भी विशेष ध्यान दिया जायेगा लेकिन निराशा ही हाथ लगी है।उन्होंने कहा कि अप्रैल में होने वाले नगर पालिकाओं और नगर निगमों के चुनाव में इसका भारतीय जनता पार्टी और जजपा सरकार को वोट की ताकत से जबाब देगी।