समाज के जरूरतमंद तबके से पूरा किराया वसूलना न्याय संगत नहीं – दीपेन्द्र हुड्डा

वरिष्ठ नागरिकों, किसानों, वॉर-विडो समेत 30 अन्य श्रेणियों की रेल किराए में रियायत बहाल हो – दीपेन्द्र हुड्डा

सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने केंद्रीय रेल मंत्री से की मांग छूट पाने के हक़दार लोगों को उनके हक से वंचित न करे सरकार

हालात सामान्य होने के बावजूद रेलवे का दोहरा मापदंड समझ से परे – दीपेन्द्र हुड्डा

चंडीगढ़, 5 मार्च: 

सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि रेल किराए में वरिष्ठ नागरिकों, किसानों, वार-विडो समेत 30 अन्य श्रेणियों में मिलने वाली छूट को कोविड के नाम पर महीनों से रोक कर रखा गया है। उन्होंने केंद्रीय रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव से अनुरोध किया कि समाज के जरूरतमंद तबके को राहत देने वाली वाली यह छूट तत्काल प्रभाव से बहाल की जाए। उन्होंने कहा कि एक तरफ महंगाई आसमान छू रही है, दूसरी तरफ सरकार राहत देने की बजाय जरूरतमंद लोगों को उनके हक से वंचित कर रही है।

उन्होंने कहा कि कोरोना के समय से लागू बंदिशें अब भी जारी हैं। जबकि ट्रेन सेवाओं के सामान्य होने के मद्देनजर रेलवे ने भी अन्य प्रतिबंधों में ढील दी है। बावजूद इसके, जिन श्रेणियों में पहले से रेल किराए में छूट मिलती आ रही थी उन्हें अभी तक बहाल नहीं किया गया है। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि रेलवे का यह दोहरा मापदंड समझ से परे है। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने केंद्रीय रेल मंत्री को ट्वीट कर मांग करी कि पूर्व की भांति वरिष्ठ नागरिकों समेत समेत छूट पाने के हक़दार सभी लोगों को उनके हक दिए जाएँ, क्योंकि इन ज्यादातर तबकों की इनकम का कोई ठोस जरिया नहीं होता है। सरकार इनको मिलने वाले हक से वंचित न करे। इससे पहले किसान और औद्योगिक श्रमिक को कृषि/औद्योगिक प्रदर्शनियों में जाने के लिए द्वितीय श्रेणी और शयनयान श्रेणी में 25%, सरकार द्वारा प्रायोजित विशेष गाड़ियों में यात्रा करने वाले किसानों को द्वितीय श्रेणी और शयनयान श्रेणी में 33%, बेहतर फार्मिंग/डेयरी अध्ययन/ प्रशिक्षण के लिए राष्ट्रीय स्तर के संस्थानों का दौरा करने के लिए किसान एवं दुग्ध उत्पादकों को द्वितीय श्रेणी और शयनयान श्रेणी में 50% की छूट मिलती थी।

ज्ञात हो कि रेलवे में यात्रा के लिए तकरीबन 30 से अधिक काटेगरी में आने वाले लोगों को छूट मिल रही थी। फिलहाल सीनियर सिटीजंस, मान्यता प्राप्त पत्रकारों, युवाओं, किसानों, दूधियों, सेंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड, भारत सेवा दल, रिसर्च स्कॉलर्स, पदक विजेता शिक्षकों, सर्वोदय समाज, स्काउट-गाइड, वॉर विडो, आर्टिस्ट व खिलाड़ियों सहित 30 से ज्यादा कैटेगरी के लोगों को टिकटों पर मिलने वाली छूट अभी भी बंद है।