वीडियो वायरल होने के बाद अब्बास अंसारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मऊ पुलिस ने ट्वीट कर बताया है कि अब्बास अंसारी के वायरल वीडियो के संबंध में थाना कोतवाली पर आचार संहिता के उलंघन के संबंध में आईपीसी की धारा 171च और 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है और संबंधित निवार्चन अधिकारी को अग्रिम कार्यवाही हेतु रिपोर्ट दी गई है।
डेमोक्रेटिक फ्रंट, लखनऊ(ब्यूरो) :
उत्तर प्रदेश में मऊ जिले के सदर विधानसभा क्षेत्र से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के उम्मीदवार अब्बास अंसारी के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने यह जानकारी दी।
उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा के लिए अंतिम चरण का मतदान सात मार्च को होना। इसी दिन मऊ सदर सीट पर भी वोटिंग होगी। यहाँ से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का उम्मीदवार माफिया डॉन मुख्तार अंसारी का बेटा अब्बास है। उसे समाजवादी पार्टी का भी समर्थन हासिल है। अब्बास अंसारी का एक वीडियो सामने आया है। इसमें वह अधिकारियों को धमकी दे रहा है।
सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे वीडियो में अब्बास अंसारी धमकी भरे लहजे में कह रहा है कि सरकार आने पर 6 महीने तक ट्रांसफर-पोस्टिंग नहीं की जाएगी, पहले हिसाब होगा। अंसारी ने कहा, “समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से ये कह कर आया हूँ कि 6 महीने तक किसी की ट्रांसफर-पोस्टिंग नहीं होगी भैया। जो यहाँ है, वो यहाँ ही रहेगा। पहले हिसाब-किताब होगा। उसके बाद उनके जाने के टिकट पर मुहर लगाया जाएगा।” बता दें कि मुख्तार अंसारी फिलहाल बांदा जेल में बंद है।
अब्बास अंसारी के एक चुनावी जनसभा में कथित तौर पर दिये गये धमकी भरे संबोधन का वीडियो वायरल किये जाने के बाद पुलिस ने उनके खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज किया है। मऊ के पुलिस अधीक्षक सुशील घुले ने शुक्रवार को बताया कि मऊ कोतवाली में आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में सुभासपा उम्मीदवार अंसारी के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मामला दर्ज किया गया है और सदर विधानसभा क्षेत्र के निर्वाचन अधिकारी को अग्रिम कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेजी गई है।
जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे और सपा गठबंधन के प्रत्याशी अब्बास अंसारी ने सरकार बनने पर अफसरों से हिसाब-किताब की धमकी दी है। सुभासपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे अब्बास का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उसने अखिलेश यादव का नाम लेकर कहा है कि ट्रांसफर से पहले अधिकारियों से हिसाब-किताब होगा। वीडियो वायरल होने के बाद एडीजी लॉ प्रशांत कुमार की ओर से कार्रवाई का आदेश दिया है। अब्बास के खिलाफ मऊ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।
वीडियो में अब्बास कहता है, ”समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्ययक्ष अखिलेश यादव जी से कहकर आया हूं कि छह महीने तक किसी की ट्रांसफर-पोस्टिंग नहीं होगी भइया। जो यहां है, यहीं रहेगा, पहले हिसाब किताब होगा। उसके बाद उनके जाने के सर्टिफिकेट पर मुहर लगाया जाएगा।”