पाकिस्तानी सरकार ने अपने छात्रों को अल्लाह के भरोसे छोड़ दिया है, तिरंगा उठाकर ‘भारत माता की जय’ बोलकर यूक्रेन से जान बचाकर भाग रहे पाकिस्तानी

वायरल वीडियो में पाकिस्तानी समाचार एंकर को एक व्यक्ति कह रहा है कि उनके मुल्क के छात्रों को यूक्रेन से जिंदा बच कर आने के लिए भारतीय झंडे का इस्तेमाल करना पड़ रहा है। यह व्यक्ति आरोप लगा रहा है कि इमरान खान की सरकार अपने छात्रों की सलामती के लिए कोई कदम ही नहीं उठा रही। आरोप लगाते व्यक्ति को कहते सुना जा सकता है कि पाकिस्तानी सरकार ने अपने छात्रों को अल्लाह के भरोसे छोड़ दिया है। जबकि भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की है, जिन्होंने आश्वासन दिया कि भारतीयों को सुरक्षित रूप से यूक्रेन से बाहर निकलने की हरसंभव मदद करेंगे। इसके अलावा, पीएम मोदी ने यूक्रेन की सीमा से लगे देशों के प्रमुखों से भी बात की। सभी से आश्वासन लिया कि भारतीयों को बिना किसी समस्या के प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। इसी के बाद भारत सरकार ने यूक्रेन में फँसे भारतीय छात्रों को सुरक्षा के लिए अपने वाहनों पर राष्ट्रीय ध्वज लगाने की सलाह दी।

नयी दिल्ली(ब्यूरो), डेमोरेटिक फ्रंट :

एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें दावा किया गया है कि यूक्रेन में फँसे पाकिस्तानी छात्र जान बचाने के लिए तिरंगे का इस्तेमाल कर रहे। यूक्रेन में जो पाकिस्तानी छात्र-छात्राएँ पढ़ रहे हैं, उनको वापस अपने देश आने के लिए भारत के झंडे और ‘भारत माता की जय’ का सहारा लेना पड़ रहा है।

चौंकिए मत। इस्लाम में बुत-परस्ती हराम है लेकिन जान बचाने के लिए करना पड़ रहा होगा शायद! वो इसलिए क्योंकि रूस की सेना ने आश्वासन दिया है कि भारतीयों को नुकसान नहीं पहुँचाया जाएगा। इसलिए जो भी छात्र-छात्राओं का झुंड तिरंगे झंडे को इस्तेमाल करेगा, वो बच जाएगा। एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें ये सब दावा किया गया है।

हिंदुस्तान स्पेशल नाम का एक यूट्यूब चैनल है। इस पर भी 27 फरवरी को एक वीडियो शेयर किया गया था। इसमें भी एक व्यक्ति ने खुलासा किया कि कैसे यूक्रेन में पाकिस्तानी छात्रों ने भारतीय झंडा उठाया और सुरक्षित दूसरे देश में घुसने के लिए ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए।

आरोप लगाते व्यक्ति को कहते सुना जा सकता है कि पाकिस्तानी सरकार ने अपने छात्रों को अल्लाह के भरोसे छोड़ दिया है। जबकि भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की है, जिन्होंने आश्वासन दिया कि भारतीयों को सुरक्षित रूप से यूक्रेन से बाहर निकलने की हरसंभव मदद करेंगे। इसके अलावा, पीएम मोदी ने यूक्रेन की सीमा से लगे देशों के प्रमुखों से भी बात की। सभी से आश्वासन लिया कि भारतीयों को बिना किसी समस्या के प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। इसी के बाद भारत सरकार ने यूक्रेन में फँसे भारतीय छात्रों को सुरक्षा के लिए अपने वाहनों पर राष्ट्रीय ध्वज लगाने की सलाह दी।

इन सब के बीच, पाकिस्तानी सरकार यूक्रेन में फँसे अपने छात्रों की सुरक्षा के लिए कुछ नहीं कर रही है। यूट्यूब चैनल हिंदुस्तान स्पेशल के अनुसार, इन पाकिस्तानी छात्रों के पास वाहनों को किराए पर लेने, भारतीय झंडे को वाहनों पर चिपकाने और भारतीय होने का नाटक करते हुए ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचा था।

“हमारी एकमात्र गलती यह है कि हम पाकिस्तानी हैं।”

यूक्रेन में फँसे एक पाकिस्तानी छात्र ने यह कहा। यूट्यूब चैनल हिंदुस्तान स्पेशल ने यूक्रेन में फँसे पाकिस्तानी छात्रों को भी दिखाया। इन छात्रों को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि वे बिना भोजन-पानी के वहाँ फँस गए हैं और पाकिस्तानी दूतावास से कोई भी उनके बचाव में नहीं आ रहा। एक छात्र पाकिस्तानी सरकार की आलोचना करते हुए कहता है, “दूतावास झूठ बोल रहा है कि उन्होंने सभी छात्रों को निकाल लिया है। सभी देश अपने लोगों को निकाल रहे हैं, लेकिन पाकिस्तान को इसकी परवाह नहीं है।”

“भारतीय ध्वज को देखकर वहाँ के सैनिकों ने जो सम्मान दिया, वह हमारे लिए गर्व की बात है। हमें बिना किसी जाँच के जाने दिया जा रहा था। यह इशारा करता है कि भारत ने दुनिया भर में एक नाम बनाया है। मुझे भारतीय होने पर गर्व है।”

ए टू जेड नाम का एक और यूट्यूब चैनल है। 27 फरवरी को ही इस चैनल पर एक दूसरा वीडियो शेयर किया गया। इसमें एक भारतीय छात्र को यह कहते सुना जा सकता है कि कैसे उन्हें तीन देशों के माध्यम से सुरक्षित मार्ग प्रदान किया गया। वो भी सिर्फ इसलिए क्योंकि उन्होंने भारतीय ध्वज चिपका रखा था। भारतीय छात्र के विपरीत एक पाकिस्तानी छात्रा ने क्या कहा, ये भी सुनिए उसी वीडियो में – “भारतीय हम से बेहतर हैं, हम पाकिस्तानी होने की कीमत चुका रहे हैं।”

यूक्रेन में फँसे भारतीयों को मिशन गंगा कार्यक्रम के तहत भारत सरकार द्वारा निकाला जा रहा है। यूक्रेन में फँसे भारतीयों की संख्या 16,000 से 20,000 के बीच बताई गई है। अब तक 907 भारतीयों को निकाला जा चुका है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, किरण रिजिजू और जनरल (रिटायर्ड) वीके सिंह को भारतीयों की मदद के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देश भेजने का निर्णय लिया है। यह कदम इसलिए उठाया गया ताकि यूक्रेन के पड़ोसी देशों तक पहुँचने और वहाँ के बॉर्डर क्रॉस करने में भारतीयों को कोई परेशानी का सामना न करना पड़े।