यूक्रेन से भारतीय छात्रा मनीषा ने सांसद दीपेंद्र से फोन पर की बात

  •          घबराई छात्रा ने वहां से निकालने की लगाई गुहार, बताया कि उनके ग्रुप में 8 छात्रों में से 6 हरियाणा के हैं
  •          छात्रा ने ये भी बताया हालात भयावह हैं, पोलैंड बॉर्डर में भारतीयों को घुसने नहीं दिया जा रहा
  •          दीपेंद्र हुड्डा ने यूक्रेन के सीमावर्ती देशों में भारत के जिन मंत्रियों की ड्यूटी लगाई है उनसे खुद बात करके पूरी मदद का दिलाया भरोसा
  •          दीपेन्द्र हुड्डा ने यूक्रेन में भारतीय छात्र नवीन की मौत की खबर पर दु:ख व्यक्त किया, श्रद्धांजलि दी
  •          पोलैंड, हंगरी, बेलारूस, रोमानिया, यूक्रेन, रूस आदि सरकारों से तुरंत बातकर भारतीयों के लिए बॉर्डर खुलवाए सरकार – दीपेन्द्र हुड्डा

चंडीगढ़, 1 मार्च:

आज यूक्रेन से भारतीय छात्रा मनीषा ने सांसद दीपेंद्र हुड्डा से फोन पर बात करके वहां से निकालने की गुहार लगाई, छात्रा ने बताया कि वहां बड़़ी भयानक स्थिति है, पोलैंड बॉर्डर में भारतीयों को घुसने नहीं दिया जा रहा है। घबराई छात्रा ने बताया कि उनके ग्रुप में कुल 8 छात्र-छात्राएं हैं जिसमें से 6 हरियाणा के हैं। वे सभी उझोरोड से हंगरी बार्डर की तरफ जा रहे हैं। इसी प्रकार अलग-अलग जगहों पर हज़ारों छात्र-छात्राएं, भारतीय नागरिक वहां फंसे हुए हैं। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि वो खुद विदेश मंत्री और यूक्रेन के सीमावर्ती देशों में भारत के जिन मंत्रियों की ड्यूटी लगाई है उनसे बात करके पूरी मदद कराने का हर प्रयास करेंगे। दीपेन्द्र हुड्डा ने मनीषा से फोन पर सारी जानकारी ली और खुद नोट किया। दीपेन्द्र हुड्डा ने आज यूक्रेन में भारतीय छात्र नवीन की हमले में हुई मौत की खबर पर दु:ख व्यक्त कर मृतक नवीन को श्रद्धांजलि दी व परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं प्रकट कीं।

उन्होंने कहा कि यूक्रेन में भारतीय छात्र के साथ हुई दुःखद घटना से पूरे देश में शोक की लहर है। जब कीव में कर्फ़्यू है, बसें, ट्रेनें आदि सब बंद हैं और बाहर लगातार युद्ध का माहौल है, तब ‘फौरन शहर छोड़िए’ जैसी एडवाइजरी छात्रों का मनोबल तोड़ने वाली है। यह वक्त यूक्रेन से सटे सभी देशों को भारत की ताकत का अहसास कराने का है। सरकार को तत्काल बॉर्डर स्टेट्स से संपर्क कर सभी छात्रों को सकुशल वापिस भारत लाने का रणनीतिक रोड मैप बनाना होगा। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने भारत सरकार से आग्रह किया कि पोलैंड, हंगरी, बेलारूस, रोमानिया, यूक्रेन, रूस आदि सरकारों से तुरंत बातकर भारतीयों के लिए बॉर्डर खुलवाये जाएँ और सभी को सुरक्षित वापस लाया जाए। इस काम में एक पल की भी देरी घातक साबित हो सकती है।

सांसद दीपेन्द्र ने कहा कि यूक्रेन सीमा से सटे कुछ देश हमारे छात्रों को एंट्री देने से झिझक रहे हैं। जबकि, पोलैंड समेत इन देशों से भारत के आर्थिक रिश्ते हैं। दीपेंद्र हुड्डा ने यूक्रेन से सभी भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने के लिये केंद्र सरकार से त्वरित कार्रवाई करने की मांग करते हुए कहा कि भारत सरकार ये घोषित करे कि इन सभी देशों से हमारे भविष्य के रिश्ते आज की उनकी संवेदनशीलता पर निर्भर होंगे। दिल्ली में सरकार इन सभी देशों के राजदूतों को बुला यह बात स्पष्ट करे।

यूक्रेन में फंसे भारतीयों की सुरक्षा को लेकर चिंतित दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि सरकार भ्रम की स्थिति से बाहर निकले और क्या करे, क्या न करे छोड़कर भारतीय नागरिकों को तुरंत यूक्रेन से निकालने के लिए प्रभावशाली कदम उठाए। अगर सरकार समय रहते ठोस कदम उठाती तो भारतीय नागरिकों को ऐसी विकट परिस्थितियों का सामना नहीं करना पड़ता।