‘पंजाब पॉलिटिक्स टीवी’ गैर कानूनी घोषित

केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने मंगलवार को जारी बयान में कहा है कि, सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) से करीबी संबंध रखने वाले विदेश आधारित ‘पंजाब पॉलिटिक्स टीवी’ के एप, सोशल मीडिया अकाउंट और वेबसाइट को ब्लॉक करने का आदेश दे दिया गया है। बता दें कि, सिख फॉर जस्टिस (SFJ) को गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम, 1967 के तहत गैरकानूनी घोषित किया गया है।

  • पंजाब पॉलिटिक्स टीवी के खिलाफ केंद्र का ऐक्शन
  • सिख फॉर जस्टिस से संबद्ध था यह, अलगाववाद की साजिश
  • देश की सुरक्षा और अखंडता के लिए हानिकारिक पाया गया

डेमोक्रेटिक फ्रंट, नयी दिल्ली(ब्यूरो) :

केंद्रीय और सूचना प्रसारण मंत्रालय  ने विदेशी चैनल ‘पंजाब पॉलिटिक्स टीवी’ के एप्स,वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट्स को बैन करने का आदेश दिया है। खुफिया एजेंसियों के इनपुट के आधार पर मंत्रालय ने कहा है कि चैनल के लिंक सिख फॉर जस्टिस संगठन से जुड़ें हुए है। इसके साथ ही चैनल के सभी प्रारूप पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।

सूचना और प्रसारण मंत्रालय को जानकारी के मुताबिक, पंजाब पॉलिटिक्स टीवी के इन चैनल्स के जरिए विधानसभा चुनावों में माहौल बिगाड़ने की कोशिश हुई थी। वो ऑनलाइन मीडिया का भी सहारा ले रहा था। मंत्रालय ने IT नियमों के तहत आपातकालीन शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए पंजाब पॉलिटिक्स टीवी के सभी डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बैन लगाया है।

  • किसान आंदोलन के दौरान ‘सिख फॉर जस्टिस’ का नाम काफी चर्चा में रहा था। इस संगठन की नींव 2007 में अमेरिका में रखी गई थी। SFJ का मुख्य एजेंडा पंजाब में अलग से खालिस्तान बनाने का है। अमेरिका में वकील और पंजाब यूनिवर्सिटी से कानून की पढ़ाई कर चुका गुरपतवंत सिंह पन्नू इस संगठन का मुख्य चेहरा है। इस चैनल का अमेरिका से ही चलाया जाता है।
  • सिख फॉर जस्टिस ऑर्गनाइजेशन को गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 के तहत गैरकानूनी घोषित किया गया है। SFJ के फाउंडर लीडर गुरपतवंत सिंह पन्नू को अलगाववाद को बढ़ावा देने के लिए UAPA के तहत ‘व्यक्तिगत आतंकवादी’ घोषित किया गया है। सूचना मंत्रालय ने कहा कि सरकार भारत में समग्र सूचना वातावरण को सुरक्षित रखने के लिए सतर्क और प्रतिबद्ध है।
  • 18 फरवरी को ‘सिख फॉर जस्टिस’ के आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने वीडियो जारी कर पंजाबी सिंह और एक्टर दीप सिद्धू की मौत को राजनीतिक हत्या बताया था। वीडियो में उसने आरोप लगाया था कि दीप सिद्धू की हत्या भारत सरकार ने कराई है। खालिस्तानी आतंवादी के फेसबुक वीडियो के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने अलर्ट जारी किया था।

मंत्रालय ने बताया कि, खुफिया एजेंसियों की जानकारी के आधार पर चैनल प्रदेश में चल रहे विधानसभा चुनावों में जन व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयास कर रहा था। ऐसे में मंत्रालय ने 18 फरवरी को आईटी नियमों के तहत आपातकालीन शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए पंजाब पॉलिटिक्स टीवी के सभी डिजिटल मीडिया मंचों को ब्लॉक कर दिया है।