मोरनी टिककर ताल मामला
पंचकूला संवाददाता, डेमोरेटिक फ्रंट :
पंचकूला के मोरनी में रविवार को टिक्कर ताल में हुए हादसे को लेकर स्पोर्ट्स एंड एडवेंचर एक्टिविटी इंचार्ज गौरव गर्ग ने आरोपों को बताया बेबुनियाद।
पंचकूला के मोरनी स्थित टिककर ताल में सोफा राइड पलट जाने से 5 बच्चों के झील में गिर जाने का रविवार को जो हादसा हुआ था उसे लेकर आज पंचकूला के सेक्टर 1 स्थित होटल रेड बिशप में स्पोर्ट्स एंड एडवेंचर एक्टिविटी इंचार्ज गौरव गर्ग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि उनके द्वारा सभी सुरक्षा मानकों का पालन किया गया था।
गौरव गर्ग ने कहा कि उन पर जो आरोप लगाए गए हैं वह सरासर बेबुनियाद हैं।
आपको बता दें कि परिजनों ने यह आरोप लगाया था कि बिना सेफ्टी बेल्ट के बच्चों को राइड के लिए झील में भेज दिया गया था इसपर गौरव गर्ग ने कहा कि उन्हें सेफ्टी जैकेट पहना कर झील में भेजा गया था और वो बिना सेफ्टी जैकेट के किसी को भी राइड पर बैठने नहीं देते है।
उन्होंने कहा कि चलती हुई राइड में बच्चों के जगह बदलने के कारण यह घटना हुई लेकिन रेस्क्यू टीम ने 2 मिनट 27 सेकंड में सभी पांचों बच्चों को झील से सुरक्षित बाहर निकाल लिया था।
उनके पास इन एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए हरियाणा सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त लाइसेंस है।
तथा उसकी बकायदा फीस भी देते हैं।
उन्होंने सुरक्षा के सभी तरह के इंतजाम राइड के लिए किए हुए हैं।
मेडिकल किट तथा रेस्क्यू टीम हमेशा मौके पर मौजूद रहती हैं।
साथ ही परिजनों द्वारा लगाए गए औवरलोडिंग के आरोपों को भी निराधार बताते हुए गौरव गर्ग ने कहा कि यह सोफा राइट 500 से ज्यादा तक के वजन का वहन कर सकती है इसलिए 5 बच्चों के ओवरलोडिंग का सवाल पैदा ही नहीं होता।
कल हुई घटना की शिकायत बच्चों के परिजनों ने मोरनी चौकी में भी दी थी जिस पर गौरव ने कहा कि उन्होंने सभी तरह के डॉक्यूमेंट पुलिस के सामने पेश कर दिए हैं और वह इस मामले में पूरी तरह बेकसूर है।